बांका। सरकारी विद्यालयों में वन टू फाइव और सिक्स टू एट शिक्षकों की
बहाली के लिए आरक्षण रोस्टर जिला में जारी हो गया है। गुरुवार रात
जिलाधिकारी कुंदन कुमार का अनुमोदन प्राप्त करने के बाद जिला शिक्षा
पदाधिकारी अहसन ने इसे प्रकाशित कर दिया है। इसे जिला की वेबसाइट पर भी लोड
कर दिया गया है।
वन टू फाइव शिक्षक के लिए जिले में बढि़या सीट है। सभी कोटि के आवेदकों के लिए सीट उपलब्ध है। सिक्स टू एट की तुलना में वन टू फाइव शिक्षकों का अधिक पद हैं। आरक्षण रोस्टर जारी होने के बाद इसे सभी नियोजन समिति को भी आवंटित कर दिया गया। इसके मुताबिक जिला के 185 में 181 पंचायतों में वन टू फाइव शिक्षकों के लिए आवेदन जमा हो रहा है। वहीं सभी 11 प्रखंड और दो नगर निकाय में वन टू फाइव और सिक्स टू एट दोनों के लिए आवेदन लिया जा रहा है।
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पंचायतों के आवेदन में लापरवाही
पंचायत नियोजन समिति में वन टू फाइव शिक्षकों का आवेदन जमा होना है। इसकी जिम्मेदारी पंचायत सचिव की है। लेकिन, अधिकांश पंचायत सचिव को दो से चार पंचायत तक का प्रभार है। ऐसे में वे पंचायत भवन में आवेदन लेने के लिए उपलब्ध नहीं है। आवेदक भटक रहे हैं। बांका प्रखंड मुख्यालय में भी इसका काउंटर नहीं खुलने से आवेदक पंचायत सचिव को ढूंढ रहे हैं। नियमावली के मुताबिक सभी प्रखंड मुख्यालय के बीआरसी में भी पंचायत शिक्षक नियोजन का आवेदन जमा लिया जाना है।
हर नियोजन समिति की अपनी मनमानी
आवेदन को लेकर नियोजन समिति की अपनी मनमानी है। कोई बाजार में उपलब्ध फार्म को मानने को तैयार नहीं है। कहीं 60 रुपये का टिकट लगा दो लिफाफा मांगा रहा है। कई नियोजन समिति आवेदक से स्नातक तीनों खंड का प्रवेश पत्र मांग रहा है। शुक्रवार को आवेदन प्रक्रिया के गति पकड़ने के बाद तरह तरह की शिकायत अखबार से लेकर शिक्षा अधिकारी के पास पहुंची।
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क्या कहते हैं अधिकारी
पंचायत शिक्षक का आवेदन भी प्रखंड मुख्यालय के बीआरसी में जमा होगा। इसके लिए बीइओ के स्तर से शिक्षकों की तैनाती की गई है। वे प्रखंड नियोजन समिति की तरह काउंटर पर बैठ कर निर्धारित समय तक आवेदन लेंगे। बांका प्रखंड में भी अगले दिन से इसकी सुविधा रहेगी। कटोरिया, चांदन, बौंसी आदि ने पहले से पंचायत का आवेदन भी लिया जा रहा है। कागजात जमा करने की शिकायतें मिल रही है। जरूरी शैक्षणिक प्रमाण पत्र जमा करना होगा। आवासीय, प्रवेश पत्र, लिफाफा के लिए किसी का आवेदन रद नहीं किया जाएगा।
देवनारायण पंडित, डीपीओ स्थापना
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वन टू फाइव का प्रखंड व नगर में जिला की रिक्ति
सामान्य महिला-144
सामान्य-147
अतिपिछड़ा महिला-76
अतिपिछड़ा-74
एससी महिला-149
एससी- 146
बीसी-0
बीसी महिला-0
एसटी महिला- 8
एसटी- 6
आरक्षित महिला-36
आर्थिक पिछड़ा-34
आर्थिक पिछड़ा महिला- 34
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वन टू फाइव में पंचायत की जिला भर में रिक्ति
सामान्य महिला-259
सामान्य-257
अतिपिछड़ा महिला-88
अतिपिछड़ा-89
एससी महिला-85
एससी- 84
बीसी-0
बीसी महिला-0
एसटी महिला-5
एसटी- 5
आरक्षित महिला-30
आर्थिक पिछड़ा-50
आर्थिक पिछड़ा महिला- 49
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बांका प्रखंड में दो सौ आवेदन जमा
आरक्षण रोस्टर जारी होते ही प्रखंड के काउंटर पर शिक्षक आवेदन ने गति पकड़ ली है। शुक्रवार तक बांका प्रखंड नियोजन समिति में वन टू फाइव के लिए करीब सवा सौ आवेदन जमा हो चुका है। जबकि सिक्स टू एट में विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में छह दर्जन आवेदन जमा हो चुका है। पंचायत के लिए अब तक एक भी आवेदन जमा नहीं हुआ है।
वन टू फाइव शिक्षक के लिए जिले में बढि़या सीट है। सभी कोटि के आवेदकों के लिए सीट उपलब्ध है। सिक्स टू एट की तुलना में वन टू फाइव शिक्षकों का अधिक पद हैं। आरक्षण रोस्टर जारी होने के बाद इसे सभी नियोजन समिति को भी आवंटित कर दिया गया। इसके मुताबिक जिला के 185 में 181 पंचायतों में वन टू फाइव शिक्षकों के लिए आवेदन जमा हो रहा है। वहीं सभी 11 प्रखंड और दो नगर निकाय में वन टू फाइव और सिक्स टू एट दोनों के लिए आवेदन लिया जा रहा है।
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पंचायतों के आवेदन में लापरवाही
पंचायत नियोजन समिति में वन टू फाइव शिक्षकों का आवेदन जमा होना है। इसकी जिम्मेदारी पंचायत सचिव की है। लेकिन, अधिकांश पंचायत सचिव को दो से चार पंचायत तक का प्रभार है। ऐसे में वे पंचायत भवन में आवेदन लेने के लिए उपलब्ध नहीं है। आवेदक भटक रहे हैं। बांका प्रखंड मुख्यालय में भी इसका काउंटर नहीं खुलने से आवेदक पंचायत सचिव को ढूंढ रहे हैं। नियमावली के मुताबिक सभी प्रखंड मुख्यालय के बीआरसी में भी पंचायत शिक्षक नियोजन का आवेदन जमा लिया जाना है।
हर नियोजन समिति की अपनी मनमानी
आवेदन को लेकर नियोजन समिति की अपनी मनमानी है। कोई बाजार में उपलब्ध फार्म को मानने को तैयार नहीं है। कहीं 60 रुपये का टिकट लगा दो लिफाफा मांगा रहा है। कई नियोजन समिति आवेदक से स्नातक तीनों खंड का प्रवेश पत्र मांग रहा है। शुक्रवार को आवेदन प्रक्रिया के गति पकड़ने के बाद तरह तरह की शिकायत अखबार से लेकर शिक्षा अधिकारी के पास पहुंची।
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क्या कहते हैं अधिकारी
पंचायत शिक्षक का आवेदन भी प्रखंड मुख्यालय के बीआरसी में जमा होगा। इसके लिए बीइओ के स्तर से शिक्षकों की तैनाती की गई है। वे प्रखंड नियोजन समिति की तरह काउंटर पर बैठ कर निर्धारित समय तक आवेदन लेंगे। बांका प्रखंड में भी अगले दिन से इसकी सुविधा रहेगी। कटोरिया, चांदन, बौंसी आदि ने पहले से पंचायत का आवेदन भी लिया जा रहा है। कागजात जमा करने की शिकायतें मिल रही है। जरूरी शैक्षणिक प्रमाण पत्र जमा करना होगा। आवासीय, प्रवेश पत्र, लिफाफा के लिए किसी का आवेदन रद नहीं किया जाएगा।
देवनारायण पंडित, डीपीओ स्थापना
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वन टू फाइव का प्रखंड व नगर में जिला की रिक्ति
सामान्य महिला-144
सामान्य-147
अतिपिछड़ा महिला-76
अतिपिछड़ा-74
एससी महिला-149
एससी- 146
बीसी-0
बीसी महिला-0
एसटी महिला- 8
एसटी- 6
आरक्षित महिला-36
आर्थिक पिछड़ा-34
आर्थिक पिछड़ा महिला- 34
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वन टू फाइव में पंचायत की जिला भर में रिक्ति
सामान्य महिला-259
सामान्य-257
अतिपिछड़ा महिला-88
अतिपिछड़ा-89
एससी महिला-85
एससी- 84
बीसी-0
बीसी महिला-0
एसटी महिला-5
एसटी- 5
आरक्षित महिला-30
आर्थिक पिछड़ा-50
आर्थिक पिछड़ा महिला- 49
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बांका प्रखंड में दो सौ आवेदन जमा
आरक्षण रोस्टर जारी होते ही प्रखंड के काउंटर पर शिक्षक आवेदन ने गति पकड़ ली है। शुक्रवार तक बांका प्रखंड नियोजन समिति में वन टू फाइव के लिए करीब सवा सौ आवेदन जमा हो चुका है। जबकि सिक्स टू एट में विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में छह दर्जन आवेदन जमा हो चुका है। पंचायत के लिए अब तक एक भी आवेदन जमा नहीं हुआ है।