आधुनिक तकनीक से शिक्षा को सरल-सहज करने और बच्चों को आसानी से किसी बात
को समझाने के लिए शुरू की गई स्मार्ट क्लास की व्यवस्था को पटना ने
राज्यभर में सबसे ज्यादा गंभीरता से अपनाया है। यही वजह है कि सूबे में
स्मार्ट क्लास संचालित करने में पटना जिला सबसे आगे निकल गया है।
क्लास के बाद शिक्षक मोबाइल एप से अपडेट भी रि रहे :
पटना के 256 माध्यमिक स्कूलों के दो लाख बच्चे हर दिन स्मार्ट क्लास में पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें बच्चों की 70 फीसदी उपस्थिति रहती है। क्लास होने के बाद शिक्षकों द्वारा मोबाइल एप से अपडेट भी किया जा रहा है। मोबाइल एप से अपडेट करने में पटना जिले के अलावा सारण, जमुई और भोजपुर भी अच्छा कर रहा है। ज्ञात हो कि स्मार्ट क्लास में अब तक तीस लाख छात्र और छात्राएं जुड़ चुके हैं। वहीं टीचर्स मोबाइल एप से अभी तक ग्यारह हजार शिक्षकों को जोड़ा गया है। ये शिक्षक हर दिन क्लास होने के बाद मोबाइल पर इसे अपडेट भी कर रहे हैं। इसमें विद्यार्थियों की संख्या, विषय की जानकारी, शिक्षक का नाम, क्लास की अवधि आदि की जानकारी देनी है।
हर दिन विद्यार्थी पूछते हैं सवाल
स्कूल की पढ़ाई के बाद लाखों विद्यार्थी हर दिन मोबाइल एप पर अपना प्रश्न भी पूछते हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के इकोवेशन संस्थान के अमितेश और निशांत ने बताया कि हर दिन दो हजार से अधिक प्रश्न अगल-अलग जिलों से बच्चों द्वारा पूछा जाता है। इसमें नौवीं से अधिक 10वीं के छात्र होते हैं। प्रश्न पूछने में भोजपुर, रोहतास, सारण और पटना जिले के बच्चे अधिक हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देश पर सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी स्तर पर हेल्पलाइन बनायी गयी है। पटना डीईओ कार्यालय के प्रखंड साधनसेवी देवेंद्र कुमार ने बताया कि हेल्पलाइन शिक्षकों के लिए बनाया गया है। अगर मोबाइल एप को लेकर किसी तरह की परेशानी हो रही है तो शिक्षक हेल्पलाइन में फोन कर मदद ले सकते हैं। इसकी जानकारी सभी स्कूलों को दे दी गयी है।
उन्नयन योजना के तहत स्मार्ट क्लास शुरू हो चुकी है। हर स्कूल को दो बजे से चार बजे के बीच इसकी जानकारी देनी है। इसके लिए शिक्षकों को मोबाइल एप अपडेट करनी है। यह हर दिन अपडेट हो रहा है। पटना जिले के साथ कई और जिलों में बेहतर काम हो रहे हैं।
- किरण कुमारी, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी
क्लास के बाद शिक्षक मोबाइल एप से अपडेट भी रि रहे :
पटना के 256 माध्यमिक स्कूलों के दो लाख बच्चे हर दिन स्मार्ट क्लास में पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें बच्चों की 70 फीसदी उपस्थिति रहती है। क्लास होने के बाद शिक्षकों द्वारा मोबाइल एप से अपडेट भी किया जा रहा है। मोबाइल एप से अपडेट करने में पटना जिले के अलावा सारण, जमुई और भोजपुर भी अच्छा कर रहा है। ज्ञात हो कि स्मार्ट क्लास में अब तक तीस लाख छात्र और छात्राएं जुड़ चुके हैं। वहीं टीचर्स मोबाइल एप से अभी तक ग्यारह हजार शिक्षकों को जोड़ा गया है। ये शिक्षक हर दिन क्लास होने के बाद मोबाइल पर इसे अपडेट भी कर रहे हैं। इसमें विद्यार्थियों की संख्या, विषय की जानकारी, शिक्षक का नाम, क्लास की अवधि आदि की जानकारी देनी है।
हर दिन विद्यार्थी पूछते हैं सवाल
स्कूल की पढ़ाई के बाद लाखों विद्यार्थी हर दिन मोबाइल एप पर अपना प्रश्न भी पूछते हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के इकोवेशन संस्थान के अमितेश और निशांत ने बताया कि हर दिन दो हजार से अधिक प्रश्न अगल-अलग जिलों से बच्चों द्वारा पूछा जाता है। इसमें नौवीं से अधिक 10वीं के छात्र होते हैं। प्रश्न पूछने में भोजपुर, रोहतास, सारण और पटना जिले के बच्चे अधिक हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देश पर सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी स्तर पर हेल्पलाइन बनायी गयी है। पटना डीईओ कार्यालय के प्रखंड साधनसेवी देवेंद्र कुमार ने बताया कि हेल्पलाइन शिक्षकों के लिए बनाया गया है। अगर मोबाइल एप को लेकर किसी तरह की परेशानी हो रही है तो शिक्षक हेल्पलाइन में फोन कर मदद ले सकते हैं। इसकी जानकारी सभी स्कूलों को दे दी गयी है।
उन्नयन योजना के तहत स्मार्ट क्लास शुरू हो चुकी है। हर स्कूल को दो बजे से चार बजे के बीच इसकी जानकारी देनी है। इसके लिए शिक्षकों को मोबाइल एप अपडेट करनी है। यह हर दिन अपडेट हो रहा है। पटना जिले के साथ कई और जिलों में बेहतर काम हो रहे हैं।
- किरण कुमारी, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी