बांका। निगरानी जांच में गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद धोरैया के 14 शिक्षकों
के खिलाफ प्राथमिकी पिछले सप्ताह दर्ज करायी गयी है। प्राथमिकी के दिन से
ही सभी संबंधित फर्जी शिक्षक विद्यालय छोड़कर फरार हो गये हैं। ऐसे शिक्षकों
ने न विद्यालय, ना ही किसी अधिकारी को ही इसकी सूचना दी है।
सभी को विद्यालय से बिना सूचना के अनुपस्थित घोषित कर दिया गया है। इधर, डीपीओ स्थापना ने भी नियोजन समिति के माध्यम से इन शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सेवा समाप्ति के साथ नियोजन समिति उनके वेतन मद में उठायी गयी राशि वापसी की भी कार्रवाई करेगी। 14 शिक्षकों के एकाएक कम हो जाने से कई विद्यालयों का संतुलन भी बिगड़ गयी है। फर्जी निकले कुछ शिक्षक खुद विद्यालय के प्रभार में थे। जिसके बदले बीईओ दूसरे वरीय शिक्षक को एकतरफा प्रभार देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
------------------------
पांच विद्यालय में प्रभारी भी बदला :
प्राथमिक विद्यालय दात्तीन की अंजू कुमारी, एनपीएस पुरायचक के बासुकीनाथ सिंह, कचहरी पीपरा की रेणु कुमारी, मुस्लिम टोला उंचडीहा के जुबैर आलम, बसबिट्टा नयाटोला के आशुतोष कुमार सिंह का प्रमाण पत्र जांच में फर्जी मिला है। प्राथमिकी के बाद उनकी जगह नया प्रभारी बीईओ कुमार पंकज ने बना दिया है। जानकारी के अनुसार धोरैया के 14 शिक्षक मैट्रिक और मध्यमा का फर्जी प्रमाण पत्र देकर शिक्षक बने हुए थे। इसमें कुमार हिमांशु-प्राथमिक विद्यालय उपरटोला योगड़िहा, मो जुबैर आलम- उचडीहा, आशुतोष कुमार सिंह- बसबिट्टा, कमल कुमारी- मध्य विद्यालय रणगांव, सुधा-प्राथमिक विद्यालय धगरसा, नीरज कुमार भगवानपुर, सुनीता कुमारी-एनपीएस सिगारपुर, रेणु कुमारी- कचहरी पिपरा, अंजू कुमारी- दात्तीन का मैट्रिक प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाया गया। जबकि प्राथमिक विद्यालय तिलैया के अमित कुमार, पुरायचक के बासुकीनाथ सिंह, सिंहपुर के शंभु कुमार मंडल,मध्य विद्यालय बड़ेरी के बिनोद कुमार सिंह और आनन्द कुमार का मध्यमा पास प्रमाण पत्र फर्जी निकला।
------------------------
बचे फर्जी का भी दिल घबड़ाया :
एक साथ प्रखंड का 14 फर्जी शिक्षक पकड़े जाने के बाद धोरैया के फर्जीवाड़ा में शामिल लोग सकते में हैं। अभी केवल दो प्रमाण पत्र की जांच पूरी हुई है। अभी टीईटी, इंटर और प्रशिक्षण के कई प्रमाण पत्र का भी जांच रिपोर्ट आना है। ऐसे में फर्जी शिक्षकों का बच माना मुश्किल है। जानकारों के मुताबिक प्रखंड में अभी पांच दर्जन से अधिक और फर्जी शिक्षक विद्यालयों में तैनात हैं। इस प्राथमिकी के बाद उनका भी दिल घबराया है। प्रखंड के विद्यालयों में इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है। बताया जा रहा है कि नौकरी कर रहे अधिकांश शिक्षकों का पता गलत था। इतना ही नहीं कुछ की जगह नौकरी करने वाला व्यक्ति भी फर्जी था। किसी के नाम पर कोई नौकरी कर रहा था। अब यह सब कहानी निगरानी के अनुसंधान में ही सामने आएगा।
------------------------
कोट
जिस शिक्षक पर निगरानी ने फर्जी प्रमाण पत्र की प्राथमिकी दर्ज करायी है। सभी स्कूल छोड़ कर उसी दिन से फरार हैं। जिला स्तर से उनकी सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जा रही है।
कुमार पंकज, बीईओ
सभी को विद्यालय से बिना सूचना के अनुपस्थित घोषित कर दिया गया है। इधर, डीपीओ स्थापना ने भी नियोजन समिति के माध्यम से इन शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सेवा समाप्ति के साथ नियोजन समिति उनके वेतन मद में उठायी गयी राशि वापसी की भी कार्रवाई करेगी। 14 शिक्षकों के एकाएक कम हो जाने से कई विद्यालयों का संतुलन भी बिगड़ गयी है। फर्जी निकले कुछ शिक्षक खुद विद्यालय के प्रभार में थे। जिसके बदले बीईओ दूसरे वरीय शिक्षक को एकतरफा प्रभार देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
------------------------
पांच विद्यालय में प्रभारी भी बदला :
प्राथमिक विद्यालय दात्तीन की अंजू कुमारी, एनपीएस पुरायचक के बासुकीनाथ सिंह, कचहरी पीपरा की रेणु कुमारी, मुस्लिम टोला उंचडीहा के जुबैर आलम, बसबिट्टा नयाटोला के आशुतोष कुमार सिंह का प्रमाण पत्र जांच में फर्जी मिला है। प्राथमिकी के बाद उनकी जगह नया प्रभारी बीईओ कुमार पंकज ने बना दिया है। जानकारी के अनुसार धोरैया के 14 शिक्षक मैट्रिक और मध्यमा का फर्जी प्रमाण पत्र देकर शिक्षक बने हुए थे। इसमें कुमार हिमांशु-प्राथमिक विद्यालय उपरटोला योगड़िहा, मो जुबैर आलम- उचडीहा, आशुतोष कुमार सिंह- बसबिट्टा, कमल कुमारी- मध्य विद्यालय रणगांव, सुधा-प्राथमिक विद्यालय धगरसा, नीरज कुमार भगवानपुर, सुनीता कुमारी-एनपीएस सिगारपुर, रेणु कुमारी- कचहरी पिपरा, अंजू कुमारी- दात्तीन का मैट्रिक प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाया गया। जबकि प्राथमिक विद्यालय तिलैया के अमित कुमार, पुरायचक के बासुकीनाथ सिंह, सिंहपुर के शंभु कुमार मंडल,मध्य विद्यालय बड़ेरी के बिनोद कुमार सिंह और आनन्द कुमार का मध्यमा पास प्रमाण पत्र फर्जी निकला।
------------------------
बचे फर्जी का भी दिल घबड़ाया :
एक साथ प्रखंड का 14 फर्जी शिक्षक पकड़े जाने के बाद धोरैया के फर्जीवाड़ा में शामिल लोग सकते में हैं। अभी केवल दो प्रमाण पत्र की जांच पूरी हुई है। अभी टीईटी, इंटर और प्रशिक्षण के कई प्रमाण पत्र का भी जांच रिपोर्ट आना है। ऐसे में फर्जी शिक्षकों का बच माना मुश्किल है। जानकारों के मुताबिक प्रखंड में अभी पांच दर्जन से अधिक और फर्जी शिक्षक विद्यालयों में तैनात हैं। इस प्राथमिकी के बाद उनका भी दिल घबराया है। प्रखंड के विद्यालयों में इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है। बताया जा रहा है कि नौकरी कर रहे अधिकांश शिक्षकों का पता गलत था। इतना ही नहीं कुछ की जगह नौकरी करने वाला व्यक्ति भी फर्जी था। किसी के नाम पर कोई नौकरी कर रहा था। अब यह सब कहानी निगरानी के अनुसंधान में ही सामने आएगा।
------------------------
कोट
जिस शिक्षक पर निगरानी ने फर्जी प्रमाण पत्र की प्राथमिकी दर्ज करायी है। सभी स्कूल छोड़ कर उसी दिन से फरार हैं। जिला स्तर से उनकी सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जा रही है।
कुमार पंकज, बीईओ