सहरसा: जिले में तीन महीनों से शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है। वेतन नहीं
मिलने से शिक्षकों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। बिहार
पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ सहरसा इकाई ने इसपर रोष जताते हुए एक तरफ
राज्य सरकार विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात कर रही है।
वहीं शिक्षकों को नियमित वेतन नहीं मिल रहा है। वेतन के अभाव में दिन प्रतिदिन शिक्षकों को मानसिक प्रताड़ना से जूझना पड रहा है। जबकि बिहार सरकार ने दिसंबर माह में ही वेतन भुगतान हेतु राशि जिला को आवंटित कर दिया है। लेकिन स्थानीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण आज तक शिक्षकों को वेतन नहीं मिल पाया है। संघ के अध्यक्ष शैलेश कुमार झा ने कहा कि स्थानीय शिक्षा अधिकारियों की उपेक्षा के कारण ही शिक्षकों को समय पर आवंटन रहने के बाद भी वेतन नहीं मिल पाता है। कुछ लोग अधिकारियों को बरगलाकर मनमाना पत्र निकलवाकर अवैध वसूली में लगे रहते हैं। अगर शिक्षकों को शीघ्र वेतन नहीं मिला तो संघ का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिलकर शिक्षकों की दयनीय स्थितियों से अवगत कराया जाएगा।
वहीं शिक्षकों को नियमित वेतन नहीं मिल रहा है। वेतन के अभाव में दिन प्रतिदिन शिक्षकों को मानसिक प्रताड़ना से जूझना पड रहा है। जबकि बिहार सरकार ने दिसंबर माह में ही वेतन भुगतान हेतु राशि जिला को आवंटित कर दिया है। लेकिन स्थानीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण आज तक शिक्षकों को वेतन नहीं मिल पाया है। संघ के अध्यक्ष शैलेश कुमार झा ने कहा कि स्थानीय शिक्षा अधिकारियों की उपेक्षा के कारण ही शिक्षकों को समय पर आवंटन रहने के बाद भी वेतन नहीं मिल पाता है। कुछ लोग अधिकारियों को बरगलाकर मनमाना पत्र निकलवाकर अवैध वसूली में लगे रहते हैं। अगर शिक्षकों को शीघ्र वेतन नहीं मिला तो संघ का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिलकर शिक्षकों की दयनीय स्थितियों से अवगत कराया जाएगा।