प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने डीईओ को सात दिनों में सूची भेजने को कहा
पटना : राज्य में जितनी बड़ी संख्या में नियोजन के आधार पर शिक्षकों
की बहाली हुई. इसके अंतर्गत बड़ी संख्या में फर्जी प्रमाण-पत्र या अन्य गलत
दस्तावेज के आधार पर शिक्षकों की बहाली कर ली गयी है.
इस मामले की जांच फिलहाल निगरानी में चल रही है. इसमें माध्यमिक और
प्राथमिक स्तर पर बड़ी संख्या में फर्जी शिक्षकों की हकीकत सामने आयी है,
जिन्हें पद से हटाने और इनसे वेतन वसूल करने की अनुशंसा शिक्षा विभाग से भी
की गयी है. ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 200 है.
निगरानी के कई बार अनुशंसा करने के बाद भी शिक्षा विभाग और शिक्षकों
के बहाल करने वाली नियोजन इकाईयों से की गयी है. फिर भी कोई कार्रवाई नहीं
हुई. विभाग को यह तक पता नहीं कि किस नियोजन इकाई में कितने फर्जी शिक्षक
हैं और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गयी है. ऐसे शिक्षक अभी तक अपने स्थान
पर तैनात हैं और वेतन उठा रहे हैं, जिसकी जानकारी भी विभाग के पास नहीं
है.
प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने सभी डीईओ को पत्र लिखा है. इसके अनुसार सभी
जिलों से यह कहा गया है कि वे अपने-अपने यहां मौजूद जिला स्तरीय अन्य सभी
नियोजन इकाइयों से कुल फर्जी पाये गये शिक्षकों की संख्या प्राप्त करें.
साथ ही अब तक सेवा से बर्खास्त किये गये शिक्षकों की संख्या भी लेकर एक
रिपोर्ट तैयार करें और सात दिनों के अंदर इस रिपोर्ट को प्राथमिक शिक्षा
निदेशालय में भी भेजे.
सात दिनों के अंदर इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके भेजने के लिए कहा
गया है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि कितने फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई हुई
है. विभागीय अधिकारियों के अनुसार, इस रिपोर्ट के आने के बाद ऐसे फर्जी
शिक्षकों पर व्यापक स्तर पर कार्रवाई मुख्यालय के स्तर से की जा सकती है.
इसी की तैयार के लिए यह रिपोर्ट मांगी जा रही है.