पूर्णिया। विभिन्न मांगों को लेकर नियोजित शिक्षकों की राज्यव्यापी आंदोलन के तहत
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिला इकाई के तत्वावधान में शनिवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया।
नियोजित प्रांरभिक शिक्षक एवं शिक्षिकाएं सुबह से ही इंदिरा गांधी स्टेडियम पूर्णिया में एकत्रित हुए तथा जिला अध्यक्ष पवन कुमार जायसवाल के नेतृत्व में प्रर्दशन मार्च किया। शिक्षकों की टोली गिरजा चौक, जेल चौक, आरएनसाह चौक, टैक्सी स्टैंड, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, कला भवन होते हुए थाना चौक तक गए तथा वहां धरना दिया। प्रर्दशन में शामिल राज्य उपाध्यक्ष सह कोषाध्यक्ष अनवार करीम ने शिक्षकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि राज्य सरकार की दोहरी नीति के कारण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने वाले शिक्षक कई समस्याओं से ग्रसित हैं। माननीय न्यायालय के आदेश समान का समान वेतन लागू करने में सरकार आना कानी कर रही है। वहीं जिला अध्यक्ष पवन कुमार जायसवाल एवं जिला कोषाध्यक्ष सह जिला संगठन प्रभारी घनानंद मंडल ने संयुक्त रूप से कहा कि शिक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाले शिक्षकों को छह माह से वेतन नहीं मिलने के कारण शिक्षक दुखी एवं आक्रोशित हैं। उनके सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि मध्य विद्यालय के प्रभारी में नियोजित शिक्षकों को वित्तीय प्रभार में रखने, बीआरपी, सीआरसीसी के चयन में नियोजित शिक्षकों की भागीदारी भी सुनिश्चित करे। उन्होंने डीएलएड एवं ओडीएल फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा अविलंब लेने, अनुकंपा के मामले में टीईटी एवं प्रशिक्षित की बाध्यता को समाप्त करने, सभी तरह का वेतन भुगतान करने, स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति देने, प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में वेतन भुगतान आदि सुनिश्चित करने की मांग की।
धरना पर बैठे शिक्षक समान काम का समान वेतन पर हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर एलपीसी की वापसी, उच्च न्यायालय का फैसले लागू करने, छह माह से लंबित वेतन भुगतान करने आदि की मांग कर रहे थे।
धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिला कोषागार सह जिला संगठन प्रभारी घनानंद मंडल, अबरार आलम, गणेश यादव, राजाराम पासवान, दीपक ¨सह भदोरिया, रंजन कुमार नीरज, प्रमोद विश्वास, सरवर आलम, दिलीप कुमार, विकास यादव, मुजाहिद लड्डन, सुमित सौरभ सहित जिले के सभी प्रखंड के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव, प्रखंड मीडिया प्रभारी एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थीं।
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिला इकाई के तत्वावधान में शनिवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया।
नियोजित प्रांरभिक शिक्षक एवं शिक्षिकाएं सुबह से ही इंदिरा गांधी स्टेडियम पूर्णिया में एकत्रित हुए तथा जिला अध्यक्ष पवन कुमार जायसवाल के नेतृत्व में प्रर्दशन मार्च किया। शिक्षकों की टोली गिरजा चौक, जेल चौक, आरएनसाह चौक, टैक्सी स्टैंड, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, कला भवन होते हुए थाना चौक तक गए तथा वहां धरना दिया। प्रर्दशन में शामिल राज्य उपाध्यक्ष सह कोषाध्यक्ष अनवार करीम ने शिक्षकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि राज्य सरकार की दोहरी नीति के कारण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने वाले शिक्षक कई समस्याओं से ग्रसित हैं। माननीय न्यायालय के आदेश समान का समान वेतन लागू करने में सरकार आना कानी कर रही है। वहीं जिला अध्यक्ष पवन कुमार जायसवाल एवं जिला कोषाध्यक्ष सह जिला संगठन प्रभारी घनानंद मंडल ने संयुक्त रूप से कहा कि शिक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाले शिक्षकों को छह माह से वेतन नहीं मिलने के कारण शिक्षक दुखी एवं आक्रोशित हैं। उनके सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि मध्य विद्यालय के प्रभारी में नियोजित शिक्षकों को वित्तीय प्रभार में रखने, बीआरपी, सीआरसीसी के चयन में नियोजित शिक्षकों की भागीदारी भी सुनिश्चित करे। उन्होंने डीएलएड एवं ओडीएल फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा अविलंब लेने, अनुकंपा के मामले में टीईटी एवं प्रशिक्षित की बाध्यता को समाप्त करने, सभी तरह का वेतन भुगतान करने, स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति देने, प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में वेतन भुगतान आदि सुनिश्चित करने की मांग की।
धरना पर बैठे शिक्षक समान काम का समान वेतन पर हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर एलपीसी की वापसी, उच्च न्यायालय का फैसले लागू करने, छह माह से लंबित वेतन भुगतान करने आदि की मांग कर रहे थे।
धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिला कोषागार सह जिला संगठन प्रभारी घनानंद मंडल, अबरार आलम, गणेश यादव, राजाराम पासवान, दीपक ¨सह भदोरिया, रंजन कुमार नीरज, प्रमोद विश्वास, सरवर आलम, दिलीप कुमार, विकास यादव, मुजाहिद लड्डन, सुमित सौरभ सहित जिले के सभी प्रखंड के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव, प्रखंड मीडिया प्रभारी एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थीं।