मधेपुरा। शिक्षक नियोजन में धांधली के आरोपित पंचायत सचिव अंजनी यादव को
पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पंचायत सचिव की गिरफ्तारी चौसा थाना
क्षेत्र के भटगामा गांव से हुई है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार पंचायत सचिव को जेल भेजा जा रहा है। पंचायत सचिव पर आरोप है कि उसने नियोजन से संबंधित फोल्डर जमा नहीं किया है। हाईकोर्ट के आदेश पर विजिलेंस जांच में सभी पंचायत सचिव से शिक्षक नियोजन से संबंधित फोल्डर जमा करने को कहा गया था। लेकिन उदाकिशुनगंज के नौ पंचायत के सात पंचायत सचिव ने फोल्डर जमा नही किया। शिक्षा विभाग के अधिकारी ने नियोजन में धांधली का अंदेशा जाहिर करते हुए सात पंचायत सचिव पर प्राथमिकी दर्ज कराया। प्राथमिकी उदाकिशुनगंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ¨बदेश्वरी प्रसाद साह द्वारा 11 सितंबर 2016 को दर्ज कराया गया था। बताया जाता है कि इस मामले में अन्य आरोपियों ने कोर्ट से जमानत ले ली है। जबकि पंचायत सचिव एक साल से पुलिस प्रशासन को बीमार होने का बहाना बताकर गुमराह करते रहे। साल भर से फरार चल रहे पंचायत सचिव को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब हो कि प्रखंड क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर शिक्षक नियोजन में धांधली बरतने का मामला सामने आने पर हाईकोर्ट के आदेश पर पिछले साल विजिलेंस द्वारा जांच कराई गई। पंचायत सचिव द्वारा फोल्डर जमा नहीं करने के कारण अब भी जांच अधूरी है।
थानाध्यक्ष केबी ¨सह ने बताया कि मामले में अन्य आरोपी पंचायत सचिव ने कोर्ट से जमानत ले लिया है। जबकि फरार चल रहे एक मात्र आरोपी अंजनी यादव को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जांच की रिपोर्ट कोर्ट को उपलब्ध कराया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार पंचायत सचिव को जेल भेजा जा रहा है। पंचायत सचिव पर आरोप है कि उसने नियोजन से संबंधित फोल्डर जमा नहीं किया है। हाईकोर्ट के आदेश पर विजिलेंस जांच में सभी पंचायत सचिव से शिक्षक नियोजन से संबंधित फोल्डर जमा करने को कहा गया था। लेकिन उदाकिशुनगंज के नौ पंचायत के सात पंचायत सचिव ने फोल्डर जमा नही किया। शिक्षा विभाग के अधिकारी ने नियोजन में धांधली का अंदेशा जाहिर करते हुए सात पंचायत सचिव पर प्राथमिकी दर्ज कराया। प्राथमिकी उदाकिशुनगंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ¨बदेश्वरी प्रसाद साह द्वारा 11 सितंबर 2016 को दर्ज कराया गया था। बताया जाता है कि इस मामले में अन्य आरोपियों ने कोर्ट से जमानत ले ली है। जबकि पंचायत सचिव एक साल से पुलिस प्रशासन को बीमार होने का बहाना बताकर गुमराह करते रहे। साल भर से फरार चल रहे पंचायत सचिव को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब हो कि प्रखंड क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर शिक्षक नियोजन में धांधली बरतने का मामला सामने आने पर हाईकोर्ट के आदेश पर पिछले साल विजिलेंस द्वारा जांच कराई गई। पंचायत सचिव द्वारा फोल्डर जमा नहीं करने के कारण अब भी जांच अधूरी है।
थानाध्यक्ष केबी ¨सह ने बताया कि मामले में अन्य आरोपी पंचायत सचिव ने कोर्ट से जमानत ले लिया है। जबकि फरार चल रहे एक मात्र आरोपी अंजनी यादव को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जांच की रिपोर्ट कोर्ट को उपलब्ध कराया जाएगा।