संवाद सूत्र, खगड़िया: जिले के सभी विद्यालयों में पदस्थापित शिक्षकों
के सेवापुस्त की जांच कराई जा रही है। उक्त जांच 20 नवम्बर तक होनी है। यह
निर्देश डीएम जय ¨सह ने दिए हैं।
सेवा पुस्त की जांच निम्न बिन्दुओं के आलोक में की जा रही है। सेवापुस्त में पहचान पत्र चिपका है की नहीं तथा सेवापुस्त का सत्यापन अद्यतन है कि नहीं। अवकाश लेखा का अद्यतन सत्यापन हुआ है कि नहीं, आदि।
उक्त कार्य के सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए संबंधित पदाधिकारियों को तिथिवार जांच करने हेतु कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। नियोजित शिक्षकों के सेवापुस्त संधारण, सत्यापन एवं स्कै¨नग के संदर्भ में शिक्षकों की संख्या खगड़िया में 900, अलौली में 893, चौथम में 569, मानसी में 230, बेलदौर में 565, गोगरी में 877 एवं परबत्ता में 640 है। इस तरह से जिले में कुल नियोजित शिक्षकों की संख्या 4674 है। सेवापुस्त जांच हेतु कैलेंडर बनाने का निर्देश स्थापना
उपसमाहर्ता को दिया गया है। इसके अतिरिक्त सभी निकासी एवं व्यनन पदाधिकारी (शिक्षा विभाग) को निर्देश दिया गया है कि, जो शिक्षक फरार हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई हेतु प्रतिवेदित करें। वहीं यदि बिना पूर्वानुमति के शिक्षक अनुपस्थित, फरार रहते हैं और उनको वेतन का भुगतान कर दिया जाता है, तो निकासी एवं व्यनन पदाधिकारी से भुगतान की गई राशि की वसूली की जायेगी। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि फरार शिक्षकों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 24 नियमित शिक्षकों को निलंबित किया गया है और उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई चलाई गई है। 44 नियोजित शिक्षकों
को विभागीय कार्रवाई चलाने एवं निलंबित करने हेतु नियोजन इकाई को निर्देश दिया गया है। परंतु, नियोजन इकाई द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस संबंध में डीएम द्वारा डीइओ से विस्तृत प्रतिवेदन की मांग की गई है। निर्देश दिया गया है कि जांच पदाधिकारी प्रत्येक दिन कम से कम 50 सेवापुस्त की जांच करेंगे। सेवापुस्त उपस्थापित कराने की जिम्मेवारी जिला शिक्षा पदाधिकारी की होगी। साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रत्येक दिन उक्त आशय का प्रतिवेदन जिलाधिकारी को समर्पित करेंगे। जांच पदाधिकारी के रूप में वरीय उपसमाहर्ता मुकेश सिन्हा, डीटीओ पुरुषोत्तम कुमार, डीपीआरओ कमल ¨सह, उप निर्वाचन पदाधिकारी विपिन कुमार, डीसीएलआर राकेश रमण आदि शामिल हैं।
सेवा पुस्त की जांच निम्न बिन्दुओं के आलोक में की जा रही है। सेवापुस्त में पहचान पत्र चिपका है की नहीं तथा सेवापुस्त का सत्यापन अद्यतन है कि नहीं। अवकाश लेखा का अद्यतन सत्यापन हुआ है कि नहीं, आदि।
उक्त कार्य के सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए संबंधित पदाधिकारियों को तिथिवार जांच करने हेतु कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। नियोजित शिक्षकों के सेवापुस्त संधारण, सत्यापन एवं स्कै¨नग के संदर्भ में शिक्षकों की संख्या खगड़िया में 900, अलौली में 893, चौथम में 569, मानसी में 230, बेलदौर में 565, गोगरी में 877 एवं परबत्ता में 640 है। इस तरह से जिले में कुल नियोजित शिक्षकों की संख्या 4674 है। सेवापुस्त जांच हेतु कैलेंडर बनाने का निर्देश स्थापना
उपसमाहर्ता को दिया गया है। इसके अतिरिक्त सभी निकासी एवं व्यनन पदाधिकारी (शिक्षा विभाग) को निर्देश दिया गया है कि, जो शिक्षक फरार हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई हेतु प्रतिवेदित करें। वहीं यदि बिना पूर्वानुमति के शिक्षक अनुपस्थित, फरार रहते हैं और उनको वेतन का भुगतान कर दिया जाता है, तो निकासी एवं व्यनन पदाधिकारी से भुगतान की गई राशि की वसूली की जायेगी। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि फरार शिक्षकों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 24 नियमित शिक्षकों को निलंबित किया गया है और उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई चलाई गई है। 44 नियोजित शिक्षकों
को विभागीय कार्रवाई चलाने एवं निलंबित करने हेतु नियोजन इकाई को निर्देश दिया गया है। परंतु, नियोजन इकाई द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस संबंध में डीएम द्वारा डीइओ से विस्तृत प्रतिवेदन की मांग की गई है। निर्देश दिया गया है कि जांच पदाधिकारी प्रत्येक दिन कम से कम 50 सेवापुस्त की जांच करेंगे। सेवापुस्त उपस्थापित कराने की जिम्मेवारी जिला शिक्षा पदाधिकारी की होगी। साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रत्येक दिन उक्त आशय का प्रतिवेदन जिलाधिकारी को समर्पित करेंगे। जांच पदाधिकारी के रूप में वरीय उपसमाहर्ता मुकेश सिन्हा, डीटीओ पुरुषोत्तम कुमार, डीपीआरओ कमल ¨सह, उप निर्वाचन पदाधिकारी विपिन कुमार, डीसीएलआर राकेश रमण आदि शामिल हैं।