पटना.प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के आठ शिक्षकों को
राष्ट्रपति पुरस्कार मिलेगा। इनमें तीन पूर्णिया के हैं। शिक्षा विभाग ने
2016 में राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए शिक्षकों की सूची केंद्र सरकार को भेज
दी है। प्राथमिक स्कूलों के पांच और माध्यमिक स्कूलों के तीन शिक्षक शामिल
हैं। 5 सितंबर को दिल्ली में राष्ट्रपति इन शिक्षकों को पुरस्कार की राशि
50 हजार रुपए के साथ प्रशस्ति पत्र देंगे।
राष्ट्रपति
पुरस्कार मिलने के बाद राज्य सरकार भी इन शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र शॉल
के साथ 30-30 हजार रुपए देगी। 2015 का 2016 में बिहार के आठ शिक्षकों को
राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार मिला था।
इन
शिक्षकों को मिलेगा पुरस्कार
प्राथमिक
स्कूल:विजेंद्र कुमार सिंह प्रभारी प्रधानाध्यापक, आदर्श मध्य
विद्यालय बड़हरा कोठी, पूर्णिया।
- डॉ. उत्तिमा केशरी, प्रभारी
प्रधानाध्यापिका मध्य विद्यालय प्रखंड मुख्यालय सदर पूर्णिया।
-
हेमंत कुमार, सहायक शिक्षक राजकीय मध्य विद्यालय जितवारपुर, मधुबनी।
-
ज्ञानवर्द्धन कंठ, प्रधानाध्यापक मध्य विद्यालय भवप्रसाद डुमरा सीतामढ़ी।
-
रमाशंकर गिरि प्रभारी प्रधानाध्यापक, राजकीयकृत आदर्श विपिन मध्य विद्यालय
बेतिया पश्चिम चंपारण।
माध्यमिक
स्कूल :डॉ. सविता रंजन, सहायक शिक्षिका, प्लस टू ब्रज बिहारी स्मारक
उच्च विद्यालय पूर्णिया।
- नंदकिशोर सिंह, प्रधानाध्यापक, फिलिप
उच्च विद्यालय बरियारपुर मुंगेर।
- काशीनाथ त्रिपाठी, प्रभारी
प्रधानाध्यापक, बलदेव अयोध्या अतीम प्रवेशिका प्लस विद्यालय बाराचकिया
पूर्वी चंपारण।
तीन
शिक्षकों ने बढ़ाया पूर्णिया का मान, मिलेगा सम्मान
शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने
वाले जिले के तीन शिक्षक पांच सितम्बर को शिक्षक दिवस के अवसर पर
राष्ट्रपति के द्वारा सम्मानित किए जाएंगे। राज्य सरकार ने वर्ष 2016-17
में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले प्रदेश के आठ शिक्षकों का
चयन करते हुए इनके नाम की अनुशंसा राष्ट्रपति भवन को भेजी है। इसमें तीन
माध्यमिक और पांच प्राथमिक शिक्षक हैं। इनमें पूर्णिया के तीन शिक्षक शामिल
हैं। माध्यमिक में बीबीएम उच्च विद्यालय की हिंदी की सहायक शिक्षिका डॉ.
सविता रंजन के अलावा आदर्श मध्य विद्यालय बड़हरा कोठी के प्रभारी
प्रधानाध्यापक विजेंद्र कुमार सिंह और मध्य विद्यालय प्रखंड मुख्यालय
पूर्णिया पूर्व की प्रभारी प्रधानाध्यापिका डॉ. उत्तिमा केशरी शामिल हैं।
1. डॉ. सविता रंजन :हिंदी की शिक्षिका डॉ. सविता रंजन वर्ष 2013 में राज्य शिक्षक सम्मान से सम्मानित हुई हैं। वे 1998 से इस सेवा में हैं और बीबीएम में ही कार्यरत हैं। अपने मुख्य पेशे के अलावा लेखन कार्य में इनकी रुचि है। इन्होंने महर्षि मेंहीं दास पर एक पुस्तक लिखी है। इसके अलावा मैग्जीन में लेख और कविता भी छपी है। डॉ. रंजन बताती हैं कि उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा विद्यालय के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ. छोटेलाल बहरदार से मिली। इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए पति डॉ. राज राजेश्वरी कर्ण भी प्रेरित करते रहे। विद्यालय का भी काफी सहयोग रहा। राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए अनुसंशित सूची में नाम सुनकर काफी अच्छा लगा। यह निश्चित रूप से हमारे लिए गौरव की बात होगी।
2.डॉ. उत्तिमा केशरी :डॉ.उत्तिमा केशरी 23 जुलाई 1987 से शिक्षक की सेवा में हैं। वर्तमान में यह मवि प्रखंड मुख्यालय पूर्णिया पूर्व में प्रभारी प्रधानाध्यापिका के पद पर हैं। पांच सितंबर 2015 को इन्हें राज्य शिक्षक सम्मान पुरस्कार मिला था। एक शिक्षक के साथ-साथ कवित्री और आलोचक भी हैं। वर्ष 1998 में जगदीश चंद्र माथुर के नाटकों में परंपरा और प्रयोग पर शोध कार्य की हैं। अभिवंचित वर्ग के बच्चों को स्कूल से जोड़ने में इनकी रूचि है। वे बताती हैं कि आस-पास के ऐसे दर्जनों बच्चों का स्कूल में नामांकन करवाया गया है।
3.विजेंद्र कुमार सिंह :आदर्श मवि बीकोठी के प्रभारी प्रधानाध्यापक विजेंद्र कुमार सिंह ने विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बिंदुओं को उतारा है। इसके तहत उन्होंने बच्चों की उपस्थिति, वर्ग संचालन, साफ-सफाई, क्लास रूटिन आदि चीजों को लागू किया। वे 13 अक्टूबर1982 में शिक्षक की सेवा में आए। उनकी पहली ज्वाइनिंग आदर्श मवि रानीगंज अररिया में हुई थी। इसके बाद आदर्श मवि मिर्जापुर अररिया में रहे। वर्ष 2007 के अक्टूबर में आदर्श मवि बीकोठी आए। सिंह ने बताया कि उन्हें विद्यालय में बेहतर कार्य के लिए 25 जनवरी 2014 में बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा पटना में सम्मानित किया गया था। राज्य पुरस्कार पांच सितंबर 2016 को मिला था। राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए नाम की अनुशंसा पर उन्होंने कहा कि पुरस्कार मिलने के बाद उनकी जिम्मेदारी और बढ़ जाएगी।