आज के दौर में शिक्षक संघ और सरकार दोनों एक ही है ! दोनों शिक्षक हित में कार्य करने का ढिंढोरा तो खूब अच्छी तरह पिटते हैं पर उस कार्य को पूरा करने में कोई रूचि नहीं दिखाते !
हाल ही के घटना को ले लीजिये एक तरफ सरकार ने ईद से पहले ही सभी शिक्षकों को वेतन देने का ढिंढोरा तो बखूबी पिटा और अख़बार में आया "शिक्षकों को ईद का तोहफा" पर सच्चाई आप सभी जानते हैं ! वहीँ दूसरी ओर शिक्षक संघों द्वारा भी उनका खूब साथ दिया गया जैसे सातवें वेतन के खिलाफ शिक्षकों का पर्दर्शन! अख़बार में आया "शिक्षकों द्वारा सातवें वेतन के खिलाफ पर्दर्शन ओर इसमें फलना फलना जी मौजूद थे !
पर न तो सरकार ने शिक्षकों के वेतन के लिए पहल की और न ही हमारे शिक्षक संघों ने इस संबंध में अपनी भागीदारी दिखाई! नतीजा ईद जैसे खर्चीले पर्व को भी हमारे शिक्षक भाइयों ने तंगी के साथ मनाया !
हाल ही के घटना को ले लीजिये एक तरफ सरकार ने ईद से पहले ही सभी शिक्षकों को वेतन देने का ढिंढोरा तो बखूबी पिटा और अख़बार में आया "शिक्षकों को ईद का तोहफा" पर सच्चाई आप सभी जानते हैं ! वहीँ दूसरी ओर शिक्षक संघों द्वारा भी उनका खूब साथ दिया गया जैसे सातवें वेतन के खिलाफ शिक्षकों का पर्दर्शन! अख़बार में आया "शिक्षकों द्वारा सातवें वेतन के खिलाफ पर्दर्शन ओर इसमें फलना फलना जी मौजूद थे !
पर न तो सरकार ने शिक्षकों के वेतन के लिए पहल की और न ही हमारे शिक्षक संघों ने इस संबंध में अपनी भागीदारी दिखाई! नतीजा ईद जैसे खर्चीले पर्व को भी हमारे शिक्षक भाइयों ने तंगी के साथ मनाया !