खगड़िया जिले के अलौली प्रखंड के विभिन्न स्कूलों के 42 नियोजित शिक्षकों को नियोजन समिति द्वारा निलंबन की बड़ी खबर सामने आ रही है. मामले की पुष्टि करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेश साहु ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच कमिटी के रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में यह कार्रवाई की गई है.
उल्लेखनीय है कि जिले के विभिन्न स्कूलों में पठन-पाठन, शिक्षकों की अनुपस्थिति तथा मध्याह्न भोजन योजना में गड़बड़ी से संबंधित मिल रही शिकायतों के मद्देनजर जिलाधिकारी जय सिंह के द्वारा बीते दिनों 18 पदाधिकारियों के माध्यम से जिले के कुल 35 स्कूलों की जांच कराई थी. इसमें विभिन्न स्कूलों में कुल 53 शिक्षक अपनी ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित पाये गये थे. जांच के क्रम में अलौली का भगवानपुर मध्य विद्यालय, गौडा चक का मध्य विद्यालय, उखरौरा का मध्य विद्यालय और गम्हरिया का मध्य विद्यालय जैसे कुछ ऐसे भी विद्यालय भी सामने आये थे, जो पूर्णतः बंद पाये गये थे, जहां एक भी शिक्षक या कर्मी मौजूद नहीं थे.
जांच के क्रम में पाया गया था कि सहसी के कन्या मध्य विद्यालय की निधि कुमारी इस साल के 20 जनवरी से बिना सूचना के अनुपस्थित हैं. वहीं सुप्रिया कुमारी भी विगत साल के 22 अगस्त से लगातार विद्यालय से अनुपस्थित हैं. जांच के दौरान पदाधिकारियों ने कुछ स्कूलों में साफ-सफाई एवं रख-रखाव में भी कमी पायी थी. विशेषकर स्कूलों से संबंधित पंजी का संधारण विभागीय निर्देश के आलोक में संतोषजनक नहीं पाया गया था. इस दौरान अलौली के रामपुर मध्य विद्यालय में विगत तीन वर्षों से छात्रवृति की राशि का वितरण नहीं होने का मामला भी सामने आया था.
जांच प्रतिवेदन के आलोक में जिलाधिकारी ने अनुपस्थित नियमित शिक्षकों के विरूद्ध निलंबन की कार्रवाई की शुरुआत करते हुए विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की थी.जबकि अनुपस्थित नियोजित शिक्षकों के निलंबन की कार्रवाई नियोजन समिति द्वारा किये जाने की बात उन्होंने उस वक्त कही थी. जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में नियोजन समिति द्वारा अलौली प्रखंड के 42 नियोजित शिक्षकों के निलंबित कर दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि जिले के विभिन्न स्कूलों में पठन-पाठन, शिक्षकों की अनुपस्थिति तथा मध्याह्न भोजन योजना में गड़बड़ी से संबंधित मिल रही शिकायतों के मद्देनजर जिलाधिकारी जय सिंह के द्वारा बीते दिनों 18 पदाधिकारियों के माध्यम से जिले के कुल 35 स्कूलों की जांच कराई थी. इसमें विभिन्न स्कूलों में कुल 53 शिक्षक अपनी ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित पाये गये थे. जांच के क्रम में अलौली का भगवानपुर मध्य विद्यालय, गौडा चक का मध्य विद्यालय, उखरौरा का मध्य विद्यालय और गम्हरिया का मध्य विद्यालय जैसे कुछ ऐसे भी विद्यालय भी सामने आये थे, जो पूर्णतः बंद पाये गये थे, जहां एक भी शिक्षक या कर्मी मौजूद नहीं थे.
जांच के क्रम में पाया गया था कि सहसी के कन्या मध्य विद्यालय की निधि कुमारी इस साल के 20 जनवरी से बिना सूचना के अनुपस्थित हैं. वहीं सुप्रिया कुमारी भी विगत साल के 22 अगस्त से लगातार विद्यालय से अनुपस्थित हैं. जांच के दौरान पदाधिकारियों ने कुछ स्कूलों में साफ-सफाई एवं रख-रखाव में भी कमी पायी थी. विशेषकर स्कूलों से संबंधित पंजी का संधारण विभागीय निर्देश के आलोक में संतोषजनक नहीं पाया गया था. इस दौरान अलौली के रामपुर मध्य विद्यालय में विगत तीन वर्षों से छात्रवृति की राशि का वितरण नहीं होने का मामला भी सामने आया था.
जांच प्रतिवेदन के आलोक में जिलाधिकारी ने अनुपस्थित नियमित शिक्षकों के विरूद्ध निलंबन की कार्रवाई की शुरुआत करते हुए विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की थी.जबकि अनुपस्थित नियोजित शिक्षकों के निलंबन की कार्रवाई नियोजन समिति द्वारा किये जाने की बात उन्होंने उस वक्त कही थी. जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में नियोजन समिति द्वारा अलौली प्रखंड के 42 नियोजित शिक्षकों के निलंबित कर दिया गया है.