यह वक्त महज सरकार से जुगलबंदी करने का ही नही है बल्कि अपने समान काम समान वेतन के कानूनी हक के लिए चल रही लडाईयों को तेज करने का भी है !
सरकार शराबबंदी पर अपना फेशवास कर रही है अपनी विफलताओं को पोलटिकल ड्रामेबाजी के शोर में छुपा रही है ! हम शिक्षक उस शोर में समान काम समान वेतन की अपनी लडाई की आंच तेज रखेंगे !
चाणक्या की विरासत के संवाहक व्यापक शिक्षक समाज ,सरकारों की जुगलबंदी की होड में अपने सवालों पर चुप नही रह सकते हैं ! हम हर उस मंच मोरचा या कार्यक्रम में अपने सवाल उठाते रहेंगे जिसमें सरकारें हम शिक्षकों का जबरन इस्तेमाल करती हैं !
हम शिक्षक शराबबंदी के कट्टर समर्थक हैं परंतु शराबबंदी के नाम पर चलनेवाले पोलटिकल ड्रामेबाजी का महज उपकरण नही !
साथियों,
कल नियोजित शिक्षकों के दो धड़े TSUNSS व BRPSS अपनी चिर-प्रतीक्षित मांग *समान काम-समान वेतन* के समर्थन व शिक्षकों के गैर शैक्षणिक इस्तेमाल रोकने को लेकर मानव श्रृंखला में काली पट्टी लगाकर शामिल होगें| सभी साथियों से पर्याप्त मात्रा में काली पट्टी की व्यवस्था प्रातः हीं कर लेने की अपील की जाती है| अधिसंख्य उर्जावान साथियों व शिक्षिका बहनों ने तो मुकम्मल इंतजाम कर भी लिया होगा| अपनी और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के लिए संघर्ष सड़क से न्यायालय तक जारी रहेगा|
सरकार शराबबंदी पर अपना फेशवास कर रही है अपनी विफलताओं को पोलटिकल ड्रामेबाजी के शोर में छुपा रही है ! हम शिक्षक उस शोर में समान काम समान वेतन की अपनी लडाई की आंच तेज रखेंगे !
चाणक्या की विरासत के संवाहक व्यापक शिक्षक समाज ,सरकारों की जुगलबंदी की होड में अपने सवालों पर चुप नही रह सकते हैं ! हम हर उस मंच मोरचा या कार्यक्रम में अपने सवाल उठाते रहेंगे जिसमें सरकारें हम शिक्षकों का जबरन इस्तेमाल करती हैं !
हम शिक्षक शराबबंदी के कट्टर समर्थक हैं परंतु शराबबंदी के नाम पर चलनेवाले पोलटिकल ड्रामेबाजी का महज उपकरण नही !
साथियों,
कल नियोजित शिक्षकों के दो धड़े TSUNSS व BRPSS अपनी चिर-प्रतीक्षित मांग *समान काम-समान वेतन* के समर्थन व शिक्षकों के गैर शैक्षणिक इस्तेमाल रोकने को लेकर मानव श्रृंखला में काली पट्टी लगाकर शामिल होगें| सभी साथियों से पर्याप्त मात्रा में काली पट्टी की व्यवस्था प्रातः हीं कर लेने की अपील की जाती है| अधिसंख्य उर्जावान साथियों व शिक्षिका बहनों ने तो मुकम्मल इंतजाम कर भी लिया होगा| अपनी और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के लिए संघर्ष सड़क से न्यायालय तक जारी रहेगा|