जिलाधिकारी रमण कुमार के आदेश पर जिले के 45 शिक्षकों के वेतन
भुगतान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया गया है। अधिकारियों के जांच
प्रतिवेदन के आधार पर यह कार्रवाई की गयी है।
9 दिसम्बर को आठ प्रखंडों के आठ पंचायतों के 38 स्कूलों की जांच की गई थी। इस जांच अभियान में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों एवं कार्यक्रम पदाधिकारियों को लगाया गया था। अब वेतन भुगतान पर रोक के बाद इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगी गई है। बता दें कि जिने 45 शिक्षकों पर वेतन बंद करने की कार्रवाई की गई है, उनमें 35 प्रधानाध्यापक व 10 शिक्षक शामिल हैं।
35 स्कूलों में कम पाई गई छात्र-छात्राओं की उपस्थिति
जांच के दौरान 38 में से 35 स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 75 फीसदी से कम पाई गई। केवल तीन स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति संतोषजनक पायी गयी। ऐसे में इन 35 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का वेतन बंद करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई है। वहीं विभिन्न स्कूलों में दस शिक्षक बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाये गये,जिनके वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गई है।
शिक्षक निलंबित व केसठ बीईओ से शोकॉज
जांच के दौरान केसठ प्रखंड के रामपुर मध्य विद्यालय में पदस्थापित शिक्षिका गीताजंली गुप्ता 3 अगस्त 2016 से चिकित्सा अवकाश के आवेदन देकर लगातार अनुपस्थित पाई गई। ऐसे में शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है। वहीं मध्य विद्यालय रामपुर केसठ का प्रभार कनीय शिक्षक के जिम्मे रहने के चलते प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी केसठ से स्पष्टीकरण मांगी गई है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए अभियान चलाकर स्कूलों की जांच की जा रही है। स्कूलों में 75 फीसदी छात्र-छात्राओं व 90 फीसदी शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है। इस कार्य में लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच का कार्य लगातार जारी रहेगा।
रमण कुमार, जिलाधिकारी, बक्सर
9 दिसम्बर को आठ प्रखंडों के आठ पंचायतों के 38 स्कूलों की जांच की गई थी। इस जांच अभियान में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों एवं कार्यक्रम पदाधिकारियों को लगाया गया था। अब वेतन भुगतान पर रोक के बाद इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगी गई है। बता दें कि जिने 45 शिक्षकों पर वेतन बंद करने की कार्रवाई की गई है, उनमें 35 प्रधानाध्यापक व 10 शिक्षक शामिल हैं।
35 स्कूलों में कम पाई गई छात्र-छात्राओं की उपस्थिति
जांच के दौरान 38 में से 35 स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 75 फीसदी से कम पाई गई। केवल तीन स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति संतोषजनक पायी गयी। ऐसे में इन 35 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का वेतन बंद करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई है। वहीं विभिन्न स्कूलों में दस शिक्षक बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाये गये,जिनके वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गई है।
शिक्षक निलंबित व केसठ बीईओ से शोकॉज
जांच के दौरान केसठ प्रखंड के रामपुर मध्य विद्यालय में पदस्थापित शिक्षिका गीताजंली गुप्ता 3 अगस्त 2016 से चिकित्सा अवकाश के आवेदन देकर लगातार अनुपस्थित पाई गई। ऐसे में शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है। वहीं मध्य विद्यालय रामपुर केसठ का प्रभार कनीय शिक्षक के जिम्मे रहने के चलते प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी केसठ से स्पष्टीकरण मांगी गई है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए अभियान चलाकर स्कूलों की जांच की जा रही है। स्कूलों में 75 फीसदी छात्र-छात्राओं व 90 फीसदी शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है। इस कार्य में लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच का कार्य लगातार जारी रहेगा।
रमण कुमार, जिलाधिकारी, बक्सर