नालंदा। विद्यालय में उपस्थिति दर्ज कराने के बाद बिना सूचना गायब हुए
प्रभारी प्रधानाध्यापक व अनुपस्थित पाए गए तीन शिक्षकों के खिलाफ डीईओ
योगेशचन्द्र ¨सह ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई का मन बना
लिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बीते दिनों सिलाव प्रखंड के भुई स्थित प्राथमिक विद्यालय पहतिया का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान प्रभारी प्रधानाध्यापक मुन्नी लाल विद्यालय पंजी अपनी उपस्थिति दर्ज करने के बाद विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए। यहीं नहीं विद्यालय के एक अन्य शिक्षक अनिल कुमार सिन्हा बिना स्वीकृति के ही आकस्मिक अवकाश पर चले गए थे। इस संदर्भ में जब विद्यालय के अन्य दो शिक्षकों से पूछताछ की गई तो उनकी बातों से पूरे मामले का स्पष्ट नहीं हो पाया। डीईओ ने तत्काल एचएम सहित तीनों शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि स्पष्टीकरण संतोषप्रद नहीं पाया गया तो उक्त शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि बार-बार चेतावनी के बावजूद शिक्षक अपने कार्यशैली में सुधार नहीं ला रहे हैं जो शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन माना जाएगा। डीइओ ने कहा कि इस तरह के कार्य करने वालों के खिलाफ विभाग सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि यदि अब भी शिक्षक अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं लाए तो उन्हें इसका बड़ा खामियाजा भुगतना होगा।
लिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बीते दिनों सिलाव प्रखंड के भुई स्थित प्राथमिक विद्यालय पहतिया का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान प्रभारी प्रधानाध्यापक मुन्नी लाल विद्यालय पंजी अपनी उपस्थिति दर्ज करने के बाद विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए। यहीं नहीं विद्यालय के एक अन्य शिक्षक अनिल कुमार सिन्हा बिना स्वीकृति के ही आकस्मिक अवकाश पर चले गए थे। इस संदर्भ में जब विद्यालय के अन्य दो शिक्षकों से पूछताछ की गई तो उनकी बातों से पूरे मामले का स्पष्ट नहीं हो पाया। डीईओ ने तत्काल एचएम सहित तीनों शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि स्पष्टीकरण संतोषप्रद नहीं पाया गया तो उक्त शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि बार-बार चेतावनी के बावजूद शिक्षक अपने कार्यशैली में सुधार नहीं ला रहे हैं जो शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन माना जाएगा। डीइओ ने कहा कि इस तरह के कार्य करने वालों के खिलाफ विभाग सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि यदि अब भी शिक्षक अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं लाए तो उन्हें इसका बड़ा खामियाजा भुगतना होगा।