कार्रवाई. कर्मियों को वेतन भुगतान में धांधली के लिए डीइओ ने ठहराया जिम्मेवार
फर्जी बहाली के आधार पर बहाल आर्य कन्या उच्च विद्यालय के
शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वेतन/मानदेय भुगतान में धांधली के लिये
डीइओ ने डीपीओ स्थापना सुरेश कुमार साहू व संचिका प्रभारी रोशन कुमार को
जिम्मेवार ठहराते हुए प्रपत्र क गठित करने की अनुशंसा का एलान किया है.
खगड़िया : आर्य कन्या उच्च विद्यालय में फर्जी शिक्षक/शिक्षकेत्तर
कर्मचारियों को वेतन/मानदेय भुगतान में धांधली मामले में डीइओ व डीपीओ
स्थापना आमने सामने आ गये हैं. वेतन/मानदेय भुगतान में गोलमाल उजागर होने
के बाद डीइओ ने पूरी गड़बड़ी का ठीकरा डीपीओ स्थापना व संचिका प्रभारी पर
फोड़ दिया है. डीएम को भेजे गये पत्र में डीइओ डॉ ब्रज किशोर सिंह ने
साफतौर पर कहा है कि शिक्षा निदेशक से बिना अनुमोदन के ही डीपीओ स्थापना व
संचिका प्रभारी की मिलीभगत से सारा गोलमाल किया गया है.
विद्यालय में पूर्व से कार्यरत शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के
लिये प्राप्त आवंटन से ही नवनियुक्त शिक्षक व अन्य कर्मियों को भुगतान कर
दिया गया. जो स्पष्ट रुप से वित्तीय अनियमितता व विभागीय नियमों का उल्लंघन
है. इस पूरी गड़बड़ी के लिये जिम्मेवार डीपीओ स्थापना श्री साहू व लिपिक
रोशन कुमार के विरुद्ध प्रपत्र क गठित कर विभाग को कार्रवाई के लिये भेजा
जायेगा.
16 बिंदुओं पर जवाब असंतोषजनक
डीएम द्वारा पूछे गये 16 बिंदुओं पर डीइओ के जवाब को असंतोषजनक मानते
हुए डीएम ने सख्ती के संकेत दिये हैं. बताया जाता है कि विद्यालय में हो
रही गड़बड़ी के बावत डीइओ से 16 बिंदुओं पर जवाब मांगा गया था. जिसका
टालमटोल वाला जवाब देकर खानापूर्ति की गयी है. डीइओ की इस कारगुजारी के
खिलाफ सरकार को पत्र भेज कर कार्रवाई की अनुशंसा की जायेगी. इधर, डीपीओ
स्थापना ने भी डीइओ के आदेशानुसार प्रधानाध्यापक द्वारा भेजे गये विपत्र के
आधार पर वेतन/मानदेय के भुगतान करने का दावा किया है.
मामला आर्य कन्या उच्च विद्यालय में फर्जीवाड़ा के सहारे बहाल कर्मचारियों को वेतन/मानदेय में गोलमाल का
डीइओ ने डीएम को भेजा स्पष्टीकरण का जवाब, 16 बिंदुओं में से अधिकांश प्रश्न का जवाब असंतोषजनक
डीपीओ स्थापना ने नियम को ताक पर रख कर फर्जी बहाली वाले कर्मचारियों को जारी कर दिया वेतन/मानदेय
डीइओ ने साफतौर पर कहा, डीपीओ स्थापना व लिपिक की मिलीभगत से विद्यालय में हुई वित्तीय अनियमितता
निदेशक के बिना अनुमोदन के ही विद्यालय के फर्जी कर्मचारियों के वेतन मद में लाखों फूंके जाने पर लगी मुहर
बिना अनुमोदन के ही लाखों रुपये फूंके
डीइओ द्वारा डीएम को भेजे पत्र में कहा गया है कि आर्य कन्या उच्च
विद्यालय में शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति/नियोजन को
अनुमोदन के लिये माध्यमिक शिक्षा निदेशक को ज्ञापांक 751 दिनांक 11.05.2015
को भेजा गया है. जिसका अनुमोदन अब तक अप्राप्त है. अनुमोदन प्राप्त होने
के बाद ही नवनियोजित शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वेतन व मानदेय
भुगतान किया जाना चाहिये. लेकिन डीपीओ स्थापना सुरेश साहू व संचिका प्रभारी
लिपिक रौशन कुमार की मिलीभगत से सारे नियम कायदे को ताक पर रख कर
नवनियुक्त कर्मचारियों के वेतन/मानदेय भुगतान के लिये लाखों रुपये फूंक
दिये गये.
डीपीओ स्थापना सुरेश साहू व संचिका प्रभारी लिपिक रोशन कुमार की
मिलीभगत से बिना अनुमोदन के लिये ही आर्य कन्या उच्च विद्यालय में पूर्व से
कार्यरत कर्मचारियों के लिये प्राप्त आवंटन से ही नवनियुक्त
शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मियों को भुगतान कर दिया गया. जो स्पष्ट रुप से
वित्तीय अनियमितता व विभागीय नियमों का उल्लंघन है. शिक्षा निदेशक से
अनुमोदन प्राप्ति के बाद ही नवनियोजित शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का
वेतनादि/मानदेय का भुगतान किया जाना था. डीपीओ स्थापना व लिपिक के विरुद्ध
प्रपत्र-क गठित किया जायेगा.
डॉ. ब्रज किशोर सिंह, डीइओ.
आर्य कन्या उच्च विद्यालय के खाता का संधारण से संबंधित कार्य डीइओ
कार्यालय द्वारा ही होता है. विद्यालय में नियोजित कर्मियों की सूची डीइओ
कार्यालय से दिया गया. डीइओ के आदेशानुसार प्रधानाध्यापक द्वारा भेजे गये
विपत्र के आधार पर वेतन/मानदेय भुगतान किया गया है. सारे आरोप बेबुनियाद
हैं.
सुरेश कुमार साहू, डीपीओ स्थापना.
आर्य कन्या उवि में बहाली से लेकर अन्य धांधली से जुड़े 16 बिंदुओं पर
डीइओ द्वारा दिये गये जवाब असंतोषजनक है. इसके खिलाफ सरकार को पत्र भेज कर
अग्रतर कार्रवाई की अनुशंसा की जायेगी. साथ ही शिक्षा निदेशक से बिना
अनुमोदन के ही विद्यालय के नवनियुक्त कर्मियों को दिये गये वेतन की भी
वसूली की जायेगी.
जय सिंह, डीएम.
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