जांच टीम सभी अभिलेखों का अध्ययन करेगी , गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद लिया गया निर्णय
शेखपुरा : शिक्षकों के प्रधानाध्यापक पद पर किये गये प्रोन्नति के क्रियान्वयन पर रोक लगा दी गयी है. जिला प्रशासन द्वारा यह आदेश इसमें भारी गड़बड़ी और भ्रष्टाचार आदि की शिकायत पर किया गया है. इसके पूर्व जिला प्रशासन द्वारा प्रोन्नत शिक्षकों के योगदान देने पर रोक लगायी गयी थी.
अभी हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा 111 शिक्षकों को प्रधानाध्यापक तथा 08 को स्नातक वेतनमान में प्रोन्नति दी थी. परंतु इन शिक्षकों के योगदान देते-देते इस पूरी प्रक्रिया पर ही प्रश्न चिन्ह लगने लगा था. विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक संगठनों के साथ-साथ कई शिक्षकों ने भी इस मामले में जिला प्रशासन से शिकायत की थी तथा इस मामले में अपनाये गये भ्रष्टाचार के दोषी पर कार्रवाई की जाय. भ्रष्टाचार आदि के बाद प्रभात खबर द्वारा प्रमुखता से उजागर किया गया था.
इस संबंध में जानकारी देते हुए उप विकास आयुक्त निरंजन कुमार झा ने बताया कि अभी तक के प्राप्त सभी अनियमितता की शिकायत तथा गड़बड़ी की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी को यथाशीघ्र पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है. जांच टीम में डीडीसी निरंजन कुमार झा के अलावा एडीएम जवाहर लाल सिन्हा, डीआरडीए निदेशक सिद्धार्थ, आपूर्ति पदाधिकारी ज्ञान प्रकाश, वरीय कोषागार पदाधिकारी शशिकांत आर्य शामिल है.
उन्होंने बताया कि जांच टीम शिक्षक प्रोन्नति के सभी अभिलेखों को अद्यतन करेगी तथा इस मामले में साक्ष्य इकट्ठा करेगी तथा इस पूरे मामले में दोषी पाये जाने वाले अधिकारी और कर्मचारी को चिन्हित करेगी. गौरतलब है कि प्रोन्नति के बाद योगदान देने की प्रक्रिया पर जिला प्रशासन द्वारा रोक लगा दिये जाने से ही शिक्षकों का एक घड़ा आंदोलन की राह पकड़ लिया था, परंतु अब पूरे प्रोन्नति की प्रक्रिया को स्थगित कर जांच के बाद अब शिक्षक नई रणनीति तैयार करने में जुट गये हैं.
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अभी हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा 111 शिक्षकों को प्रधानाध्यापक तथा 08 को स्नातक वेतनमान में प्रोन्नति दी थी. परंतु इन शिक्षकों के योगदान देते-देते इस पूरी प्रक्रिया पर ही प्रश्न चिन्ह लगने लगा था. विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक संगठनों के साथ-साथ कई शिक्षकों ने भी इस मामले में जिला प्रशासन से शिकायत की थी तथा इस मामले में अपनाये गये भ्रष्टाचार के दोषी पर कार्रवाई की जाय. भ्रष्टाचार आदि के बाद प्रभात खबर द्वारा प्रमुखता से उजागर किया गया था.
इस संबंध में जानकारी देते हुए उप विकास आयुक्त निरंजन कुमार झा ने बताया कि अभी तक के प्राप्त सभी अनियमितता की शिकायत तथा गड़बड़ी की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी को यथाशीघ्र पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है. जांच टीम में डीडीसी निरंजन कुमार झा के अलावा एडीएम जवाहर लाल सिन्हा, डीआरडीए निदेशक सिद्धार्थ, आपूर्ति पदाधिकारी ज्ञान प्रकाश, वरीय कोषागार पदाधिकारी शशिकांत आर्य शामिल है.
उन्होंने बताया कि जांच टीम शिक्षक प्रोन्नति के सभी अभिलेखों को अद्यतन करेगी तथा इस मामले में साक्ष्य इकट्ठा करेगी तथा इस पूरे मामले में दोषी पाये जाने वाले अधिकारी और कर्मचारी को चिन्हित करेगी. गौरतलब है कि प्रोन्नति के बाद योगदान देने की प्रक्रिया पर जिला प्रशासन द्वारा रोक लगा दिये जाने से ही शिक्षकों का एक घड़ा आंदोलन की राह पकड़ लिया था, परंतु अब पूरे प्रोन्नति की प्रक्रिया को स्थगित कर जांच के बाद अब शिक्षक नई रणनीति तैयार करने में जुट गये हैं.
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