दिल्ली में 40 छात्रों पर एक शिक्षक और चंडीगढ़ में 36 बच्चों पर 1 शिक्षक हैं. प्राथमिक स्तर के स्कूल में बिहार ,दिल्ली, चंडीगढ़ में छात्र और शिक्षक अनुपात केंद्र की ओर से तय किए गए मानक से पीछे है. छात्र शिक्षक का राष्ट्रीय औसत 28 विद्यार्थी प्रति शिक्षक का है. बिहार का रेशियो प्राथमिक स्तर पर बहुत खराब है. बिहार में छात्र-शिक्षक के खराब अनुपात का एक कारण यह भी है कि बड़े पैमाने पर प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बिहार के शिक्षा मंत्री ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि 7वें चरण के शिक्षकों की नियुक्ति आयोग के जरिए होगी. सातवें चरण के तहत शिक्षक के करीब सवा दो लाख पद बहाल होने हैं. इन पदों में प्राथमिक शिक्षक के करीब 80 हजार पद शामिल हैं