बिहार के शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल, 97 % गुरुजी परीक्षा में असफल
न्यूज़ डेस्क
बिहार के शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को लेकर लगातार मीडिया में
सुर्खियां बनी रहती है। इसी बीच बिहार सरकार के द्वारा बिहार लोक सेवा आयोग
के तहत प्रधानाध्यापकों के बहाली को लेकर परीक्षा ली गई। इस परिक्षा ने बिहार के शिक्षा व्यवस्था की पोल एक बार फिर से खोल कर रख दी।
परीक्षा में मात्र 3.22% शिक्षक ही सफल हुए। प्रधानाध्यापक बनने को लेकर इस परीक्षा का आयोजन बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा किया गया था। परीक्षा में बहुत कम शिक्षकों के सफल होने पर इसकी फिर एक बार चर्चा हो रही है।बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा जारी किए गए सूचना में बताया गया कि कुल रिक्ति 6421 थी। इसलिए कुल 13,055 शिक्षक परीक्षा में शामिल हुए। इस परीक्षा में मात्र 421 शिक्षक ही सफल हुए। 3.22% शिक्षकों की सफलता का आंकड़ा रहा। 96.78% शिक्षक असफल हो गए। रिक्ति के विरुद्ध मात्र 6.57% ही आंकड़ा सफलता का रहा। शेष 93.43% पद रिक्त रहेंगे।
इसको लेकर एक बार फिर से शिक्षा व्यवस्था की बदहाली सुर्खियों में हैं। बता दें कि स्कूलों में प्रधानाध्यापक की बहाली बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा सीधी करने को लेकर परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसमें 8 साल के अनुभवी शिक्षकों को प्रधानाध्यापक बनने का मौका दिया गया था। इसी परीक्षा में ज्यादातर शिक्षक असफल हो गए हैं और उनकी किरकिरी हो रही है।