कुदरा (भभुआ), संवाद सूत्र। BSEB, Bihar Board Result Evaluation by FAKE Teacher: बिहार बोर्ड की परीक्षा और रिजल्ट अक्सर अनिमितताओं के कारण सुर्खियों में रहते हैं। इस बार मामला एक फर्जी शिक्षक से
बिहार बोर्ड की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन का है। कैमूर के जिला शिक्षा पदाधिकारी (District Education Officer ) ने कुदरा प्रखंड के देवराढ़ कला गांव में स्थित बद्री केदार उच्च माध्यमिक बालिका विद्यालय के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण की मांग की है। यह कार्रवाई गांव के निवासी धनंजय तिवारी के द्वारा लोक शिकायत में दिए गए परिवाद पत्र के आलोक में की गई है। परिवाद पत्र में आरोप लगाया गया है कि प्रधानाध्यापक ने घर के सदस्य का नाम बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को भेजकर फर्जी तरीके से वर्ष 2019 में सह परीक्षक के रूप में नियुक्त करा कर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराया है।डीईओ ने इन दस्तावेजों की मांग की
स्पष्टीकरण में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने संबंधित शिक्षक की नियुक्ति से संबंधित सभी दस्तावेजों की मांग की है जिसमें नियुक्ति पत्र, योगदान पत्र, प्रबंध समिति की कार्यवाही पंजी तथा नियुक्ति के लिए निकाले गए विज्ञापन की अभिप्रमाणित प्रति शामिल है। इसके साथ ही संबंधित शिक्षक के सभी शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की अभिप्रमाणित प्रति की भी मांग की गई है। वर्ष 2019 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पोर्टल पर मूल्यांकन कार्य हेतु अपलोड किए गए विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के नाम की अभिप्रमाणित प्रति भी मांगी गई है।
इस संबंध में प्रधानाध्यापक से जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा लिखे गए पत्र में यह भी पूछा गया है कि उनके कार्यालय में पूर्व में विद्यालय के द्वारा भेजी गई पदस्थापन विवरणी में संबंधित शिक्षक का नाम अंकित नहीं होने के बावजूद वर्ष 2019 में उनका नाम बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को किस आधार पर भेजा गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी के पत्र में कहा गया है कि एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर माना जाएगा कि प्रधानाध्यापक को इस संबंध में कुछ भी नहीं कहना है।