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शिक्षकों को सुरक्षा दे सरकार, मृतकों को मिले मुआवजा

 नवादा। निज प्रतिनिधि

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को दूसरा वेब अब आम जनों के साथ ही शिक्षकों पर भी भारी पड़ रहा है। कोरोना को लेकर जिले के तमाम स्कूल व कॉलेज आदि बंद हैं। इसके बाद भी शिक्षकों को स्कूलों में 33 फीसदी

के साथ उपस्थित रहने की बाध्यता है। इस जिले में एक दर्जन से अधिक शिक्षकों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने तथा पांच शिक्षकों की अब तक मौत की जानकारी मिली है। कोरोना से जिले के शिक्षा विभाग के आला अधिकारी डीईओ भी संक्रमित हो गए , पर फिलहाल उनकी स्थिति बेहतर बताई जा रही है। इस बीच माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जिले के हाई व इंटर स्कूलों में काम कर रहे जो शिक्षक कोरोना संक्रमित है और जिनकी कोरोना से मौत हो चुकी है। उनकी रिपोर्ट तलब की है। इस संबंध में प्रभारी डीईओ सह डीपीओ स्थापना रौशन आरा ने बताया कि जिले के सभी बीईओ से कोरोना से संक्रमित होने तथा मृत शिक्षकों की सूची स्थापना विवरणी के साथ दो दिनों के भीतर मांगी गई है। उधर संबंधित बीईओ से कितने शिक्षक कोरोना संक्रमित हुए और कितने संक्रमितों की अब तक मौत हुई है, इसकी पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है।

जिले में करीब 12 हजार शिक्षक हैं कार्यरत

मिली जानकारी के अनुसार जिले के प्रारंभिक स्कूलों में साढ़े सात हजार के करीब नियोजित शिक्षक कार्य कर रहे है। जबकि इन स्कूलों में नियमित शिक्षकों की संख्या चार हजार के आसपास है। इसी तरह जिले के हाई व इंटर स्कूलों में करीब एक हजार नियोजित व नियमित शिक्षक कार्यरत हैं। फिलहाल कोरोना संक्रमण काल में इसमें से 33 प्रतिशत यानि करीब 39 सौ शिक्षकों को शिड्यूल के अनुसार स्कूलों में ड्यूटी बजाने की बाध्यता है। इनमें बड़ी संख्या ऐसे शिक्षकों की है। जो दूसरे जिले से नवादा जिले में अपनी ड्यिूटी करने के लिए आते हैं। ये शिक्षक यात्री बसों से स्कूलों तक पहुंचते हैं। लिहाजा परिवहन के समय उनके संक्रमित होने की संभावना अधिक रहती है। जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह की मानें तो कोरोना से अभी तक पकरीबरावां में 3, रोह में 2 तथा हिसुआ प्रखंड में 2 शिक्षकों की मौत हो चुकी है। इसके अलावे दर्जनों शिक्षकों के कोरोना संक्रमित होने की संभावना है।

मृत शिक्षकों के आश्रितों को मुआवजा दे सरकार

इधर माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य कार्यकारणी सदस्य मनोज कुमार ने कहा कि सरकार कोरोना से मृत शिक्षकों को मुआवजा दे। इसके साथ ही आश्रितों को सरकारी नौकरी दे। शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। दूसरी ओर प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने कहा कि राजस्थान की तर्ज पर बिहार में भी शिक्षकों को बीमा का लाभ दिया जाए। मृतक शिक्षकों के आश्रितों को बेहतर सुविधा व मुआवजा देने की व्यवस्था की जाए।

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