औरंगाबाद। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने सोमवार को कुटुंबा प्रखंड
के मध्य विद्यालय शिवन बिगहा में 24 दिसंबर 2005 में हुए आंदोलन का 13वां
स्थापना दिवस मनाया।
अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रमेश कुमार ¨सह ने की। जिलाध्यक्ष के साथ प्रधान सचिव विनय यादव, कोषाध्यक्ष सुनील कुमार ¨सह, उपाध्यक्ष अमरेश कुमार ¨सह, उदय कुमार, रणविजय कुमार एवं जिला मीडिया प्रभारी अशोक पांडेय ने कहा कि 24 दिसंबर 2005 को पटना में 60 वर्ष तक सेवा स्थाई करने एवं सम्मानजनक वेतन को लेकर प्रदर्शन किया गया था। प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों पर लाठियां बरसाई गई थी। सैकड़ों शिक्षक घायल हुए थे। आंदोलन के फलस्वरूप ही शिक्षकों की सेवा 60 वर्ष कर वेतन में बढ़ोतरी की गई। शिक्षकों के इस सफलता पर हम सभी संघर्ष दिवस मनाते हैं। कार्यालय सचिव प्रकाश लाल, संतोष कुमार ¨सह, मनोज कुमार एवं उपेंद्र कुमार ¨सह ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण शिक्षक परेशान हैं। समस्या के निवारण के लिए आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन करना पड़ता है। स्थिति यह होता है कि विद्यालय का शिक्षण कार्य छोड़ मांगों के लिए भटकना पड़ता है। शिक्षकों को तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है जिस कारण आर्थिक स्थिति खराब हो गया है। सभी ने कहा कि अगर शीघ्र वेतन नहीं दिया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। बसंत चौरसिया, संजय कुमार, विजय कुमार, रवींद्र कुमार ¨सह, नीतीश कुमार, शशि रजक, शैलेंद्र कुमार, दीपक कुमार ¨सह, सुधिर कुमार ¨सह, रोहित कुमार, उपेंद्र कुमार ¨सह, प्रभात कुमार ¨सह, सरोज पांडेय, राकेश कुमार, अमरेश कुमार, शशिकांत, सविता देवी उपस्थित रहे।
अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रमेश कुमार ¨सह ने की। जिलाध्यक्ष के साथ प्रधान सचिव विनय यादव, कोषाध्यक्ष सुनील कुमार ¨सह, उपाध्यक्ष अमरेश कुमार ¨सह, उदय कुमार, रणविजय कुमार एवं जिला मीडिया प्रभारी अशोक पांडेय ने कहा कि 24 दिसंबर 2005 को पटना में 60 वर्ष तक सेवा स्थाई करने एवं सम्मानजनक वेतन को लेकर प्रदर्शन किया गया था। प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों पर लाठियां बरसाई गई थी। सैकड़ों शिक्षक घायल हुए थे। आंदोलन के फलस्वरूप ही शिक्षकों की सेवा 60 वर्ष कर वेतन में बढ़ोतरी की गई। शिक्षकों के इस सफलता पर हम सभी संघर्ष दिवस मनाते हैं। कार्यालय सचिव प्रकाश लाल, संतोष कुमार ¨सह, मनोज कुमार एवं उपेंद्र कुमार ¨सह ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण शिक्षक परेशान हैं। समस्या के निवारण के लिए आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन करना पड़ता है। स्थिति यह होता है कि विद्यालय का शिक्षण कार्य छोड़ मांगों के लिए भटकना पड़ता है। शिक्षकों को तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है जिस कारण आर्थिक स्थिति खराब हो गया है। सभी ने कहा कि अगर शीघ्र वेतन नहीं दिया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। बसंत चौरसिया, संजय कुमार, विजय कुमार, रवींद्र कुमार ¨सह, नीतीश कुमार, शशि रजक, शैलेंद्र कुमार, दीपक कुमार ¨सह, सुधिर कुमार ¨सह, रोहित कुमार, उपेंद्र कुमार ¨सह, प्रभात कुमार ¨सह, सरोज पांडेय, राकेश कुमार, अमरेश कुमार, शशिकांत, सविता देवी उपस्थित रहे।