भागलपुर : जिले में पकड़ में आये 93
फर्जी शिक्षकों से वेतन वसूली की जायेगी. इसके लिये शिक्षा विभाग ने
विभिन्न नियोजन इकाइयों को पत्र भेजा है. नियोजन इकाई को निर्देश दिया गया
है कि अगर फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त नहीं की गयी, तो तीन दिनों के
भीतर सेवा समाप्त कर उनसे वेतन वसूली की कार्रवाई शुरू करें. अनुमान है कि
लगभग दो करोड़ रुपये वेतन के रूप में सभी फर्जी शिक्षकों ने प्राप्त किया
है.
हाइकोर्ट के आदेश पर निगरानी अन्वेषण
ब्यूरो की ओर से जिले में नियोजित हुए शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच की
जा रही है. जांच के दौरान 29.11.16 को 47 शिक्षक, 13.12.16 को 29 शिक्षक,
9.11.17 को एक शिक्षक और 24.11.17 को 16 शिक्षकों के खिलाफ थाने में
निगरानी के पदाधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. प्राथमिकी दर्ज होने के
बाद नियोजन इकाई की ओर से शिक्षकों को सेवामुक्त कर देना था और वेतन वसूली
करनी थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया.