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बिहार बोर्ड इंटर मूल्यांकन: मृत शिक्षकों को भी बना दिया परीक्षक

BSEB result 2018: बिहार बोर्ड ने इंटर मूल्यांकन के लिए ऐसे शिक्षकों को ड्यूटी पत्र जारी कर दिया जो अब जिंदा नहीं हैं। शिक्षकों के मूल्यांकन में योगदान नहीं करने के बाद जब शिक्षकों को संपर्क किया जा रहा है तो परीक्षकों की सूची पर ही प्रश्नचिह्न लग रहे हैं। परीक्षकों की सूची में कई विसंगतियां पायी जा रही हैं।
पटना जिला शिक्षा कार्यालय की मानें तो इंटर में 1107 परीक्षकों ने योगदान नहीं दिया था। जब इसकी जांच की गयी तो सूची में कई विसंगतियां पकड़ में आयी हैं। इंटर मूल्यांकन में 57 ऐसे परीक्षकों को ड्यूटी पत्र जारी है जो किसी नियमित स्कूल के शिक्षक नही हैं। इन शिक्षकों को अवैध घोषित कर दिया गया है।
1. शिक्षक गगन राम हिंदी के शिक्षक थे। राजकीय बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय, पटना सिटी में कार्यरत थे। गगन राम की मृत्यु 2016 में हो गयी थी। लेकिन इंटर मूल्यांकन में गगन राम को ड्यूटी पत्र जारी किया। इतना ही नहीं मूल्यांकन में योगदान नहीं देने से गगन को शो-कॉज भी किया गया।
2 . नवीन चंद्र पाठक मैथिली विषय के शिक्षक हैं। नवीन चंद्र पाठक राजकीय बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय, शीनगर में कार्यरत थे। नवीन चंद्र को 16 अक्टूबर 2017 को निलंबित कर दिया गया था। लेकिन बोर्ड ने इन्हें इंटर मूल्यांकन का ड्यूटी पत्र जारी कर दिया है।
परीक्षकों की सूची में विसंगितयां
सौ परीक्षक के नाम से 2 ड्यूटी पत्र ’    तीन साल से कम अनुभव वाले दो सौ शिक्षकों के नाम ड्यूटी पत्र जारी हुआ है’    सौ शिक्षकों का ट्रांसफर हो गया है’    75 प्राचार्य को ड्यूटी पत्र जारी ’    छह मृत शिक्षकों की सूची जारी हो गयी है

200 शिक्षकों पर दर्ज होगी प्राथमिकी
इंटर मूल्यांकन में योगदान नहीं देनेवाले परीक्षकों की संख्या बढ़ती जा रही है। दूसरे दिन भी पटना जिला शिक्षा कार्यालय दो सौ और शिक्षकों पर प्राथमिकी करने की तैयारी में है। इन परीक्षकों पर शनिवार को प्राथमिकी दर्ज की जायेगी। पटना जिला के अलावा मुजफफरपुर, मुंगेर, छपरा, दरभंगा, मधुबनी जिला के पांच सौ शिक्षकों को शो-कॉज किया गया है। बिहार बोर्ड की मानें तो अभी तक पटना जिला ने ही प्राथमिकी दर्ज होने की सूचना दी है। वहीं दूसरी ओर प्राथमिकी के डर से कई परीक्षकों ने खुद जिला शिक्षा कार्यालय आकर अपना योगदान ले रहे है। शुक्रवार का गुड फ्राइडे की छुट्टी बाद भी जिला शिक्षा कार्यालय खुला रहा। कॉलेज ऑफ कॉमर्स, अर¨वद महिला कॉलेज, एएन कॉलेज आदि मूल्यांकन केंद्रों से लगभग 20 परीक्षकों ने मूल्यांकन में योगदान दिया। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि केवल पटना जिले से ही शिक्षकों पर प्राथमिकी करने की सूचना हमें प्राप्त हुई है। दूसरे और सभी जिले में नोटिस जारी की गई है।

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