हालांकि शिक्षा मंत्री ने एक सप्ताह पहले ही ये दावा किया था कि, हर हाल में शिक्षकों को होली के पहले वेतन मिल जाएगा, ये सुनकर शिक्षक खुश हुए थे कि वे होली खुशी-खुशी मनाएंगे लेकिन अब उन्हें मायूस होकर किसी तरह बिना पैसे के ही होली का त्योहार मनाना पड़ेगा।
शिक्षामंत्री ने बताया कि हमने तो अपना काम कर दिया था, वेतन संबंधी कागजात पर पर अपना हस्ताक्षर भी कर दिया था लेकिन वित्त समिति से बात नहीं बन पाई। कुछ तकनीकी बाधाएं आ गईं जिसकी वजह से वेतन के भुगतान में दिक्कत आई और हम अपना वादा नहीं निभा सके। लेकिन होली के तुरत बाद ही नियोजित शिक्षकों को उनका वेतन जरूर मिल जाएगा।
नियोजित शिक्षक अपने वेतन के लिए राज्य सरकार की ओर टकटकी लगाए हुए हैं कि कब उनका वेतन उनके पास आएगा और इतने दिन का उधार वो दुकानदार और सगे-संबंधियों को चुका पाएंगे।