सीतामढ़ी। बगैर सूचना के स्कूल से लंबे अरसे से गायब रहने को लेकर सोनबरसा
प्रखंड के मध्य विद्यालय भलुआहा के शिक्षक मो. जफर हाशिम पर बर्खास्तगी की
तलवार लटकने लगी है। मामले को लेकर बीईओ ने जांच प्रतिवेदन डीपीओ स्थापना
को सौंपा है।
जिसमें बताया है कि शिक्षक वर्ष 2008 में 44 दिन, 2009 में 92 दिन, वर्ष 2011 में 136 दिन, 2013 में 189 दिन, वर्ष 2014 में 331 दिन, वर्ष 2015-16 में 537 दिन, वर्ष 2017 में 9 दिन बगैर सूचना के अनुपस्थित पाए गए। प्रभारी प्रधानाध्यापक को विगत दो वर्षों से अनुपस्थिति विवरणी अप्राप्त है। कहा है कि मो. हासिम एक अप्रशिक्षित शिक्षक है जिन्हें करीगब दो वर्षों से वेतन नहीं दिया जा रहा है। बीईओ ने कहा है कि मो. हाशिम बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक नियोजन एवं सेवा शर्त नियमावली के सभी नियमों को अनदेखी किया गया या धज्जियां उड़ाई गई है। मतंव्य में कहा है कि आरोपित शिक्षक के इतिहास देखने से प्रतीत होता है कि ऐसे शिक्षक का सेवा में बने रहना विभागीय नियम के विपरीत है। अत: इन्हें सेवा में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
जिसमें बताया है कि शिक्षक वर्ष 2008 में 44 दिन, 2009 में 92 दिन, वर्ष 2011 में 136 दिन, 2013 में 189 दिन, वर्ष 2014 में 331 दिन, वर्ष 2015-16 में 537 दिन, वर्ष 2017 में 9 दिन बगैर सूचना के अनुपस्थित पाए गए। प्रभारी प्रधानाध्यापक को विगत दो वर्षों से अनुपस्थिति विवरणी अप्राप्त है। कहा है कि मो. हासिम एक अप्रशिक्षित शिक्षक है जिन्हें करीगब दो वर्षों से वेतन नहीं दिया जा रहा है। बीईओ ने कहा है कि मो. हाशिम बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक नियोजन एवं सेवा शर्त नियमावली के सभी नियमों को अनदेखी किया गया या धज्जियां उड़ाई गई है। मतंव्य में कहा है कि आरोपित शिक्षक के इतिहास देखने से प्रतीत होता है कि ऐसे शिक्षक का सेवा में बने रहना विभागीय नियम के विपरीत है। अत: इन्हें सेवा में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।