पूर्णिया। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर शिक्षकों ने
समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग के समर्थन में सोमवार को एकदिवसीय
कलमबंद हडताल कर विद्यालयों में शैक्षणिक कार्य का बहिष्कार किया ।
विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों ने अपनी बांह पर काली पट्टी बांधा।
वे लोग नियोजित शिक्षकों की मांग को विल्कुल जायज बताते हुए उसे पूरा करने की मांग की। सोमवार को शैक्षणिक कार्य का बहिष्कार कर रहे शिक्षकों ने नियोजित शित्रकों के वेतन विसंगति पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की शिक्षक विरोधी नीति के कारण नियोजित प्रारंभिक शिक्षकों को दैनिक जीवन में कठिनाइयां झेलनी पड रही हैं।
अंचल प्राथमिक शिक्षक संघ बनमनखी के अंचल सचिव प्रदीप कुमार ने कहा कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय पटना के द्वारा दिए गए फैसले को सरकार लागू करे वरना प्राथमिक शिक्षक संघ करो या मरो का शंखनाद कर आन्दोलन का रास्ता अपनाएगी तथा जरूरत पडने पर अनिश्चितकालीन हडताल भी की जा सकती है। अंचल सचिव ने कहा कि एक ही विद्यालय में समान कार्य के लिए दो प्रकार का वेतन देना राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय श्रम कानून का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है। इस दौरान दर्जनों शिक्षक मौजूद थे।
वे लोग नियोजित शिक्षकों की मांग को विल्कुल जायज बताते हुए उसे पूरा करने की मांग की। सोमवार को शैक्षणिक कार्य का बहिष्कार कर रहे शिक्षकों ने नियोजित शित्रकों के वेतन विसंगति पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की शिक्षक विरोधी नीति के कारण नियोजित प्रारंभिक शिक्षकों को दैनिक जीवन में कठिनाइयां झेलनी पड रही हैं।
अंचल प्राथमिक शिक्षक संघ बनमनखी के अंचल सचिव प्रदीप कुमार ने कहा कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय पटना के द्वारा दिए गए फैसले को सरकार लागू करे वरना प्राथमिक शिक्षक संघ करो या मरो का शंखनाद कर आन्दोलन का रास्ता अपनाएगी तथा जरूरत पडने पर अनिश्चितकालीन हडताल भी की जा सकती है। अंचल सचिव ने कहा कि एक ही विद्यालय में समान कार्य के लिए दो प्रकार का वेतन देना राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय श्रम कानून का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है। इस दौरान दर्जनों शिक्षक मौजूद थे।