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नट्रेण्ड शिक्षकों में TET शिक्षक कि एक लम्बी फौज है। जिसका पहली प्राथमिकता उसका ट्रेनिंग करना है न कि हड़ताल करना

एक Tet शिक्षक का विचार-
मैं किसी को दिगभ्रमित नहीं बल्कि दिग्दर्शन कर रहा हूँ।मान लिया जाय कि हरताल एक माह चला जिसमें 25 कार्यदिवस हुआ फिर हड़ताल के बाद इतने दिन, छुट्टी के दिन भी विद्यालय खोल कर हरताल का समायोजन किया जायेगा जैसा कि 2015 में हुआ था। जून में ही ट्रेनिंग काॅलेज मे क्लास शुरू हो जायेगी।
अब बताने की कृपा किया जाय जिस अनट्रेण्ड शिक्षक का प्रथम सुची में नामांकन होगा ।वह कहाँ से अपना हड़ताल के दिनों का समायोजन कर पायेंगे।क्योंकि ट्रेनिग काॅलेज में हरताल के दिनों का समायोजन करने का कोई नियम नहीं है। अत: यह हरताअल अनट्रेण्ड शिक्षकों के लिये घातक है। साथ ही एनसीटीई के गाईड लाईन के अनुसार 2019 तक हर हाल में ट्रेनिंग कर लेना अनिवार्य है जो इस नियम का पालन नहीं करेगा उसे स्कूल से हटाया जायेगा तथा ग्रेड पे का लाभ भी तो ट्रेण्ड को ही मिलेगा। यही सोच कर आदरणीय पाठक जी और आदरणीय राजू जी हड़ताल में न जाने का फैसला किये हैं। क्योंकि अनट्रेण्ड शिक्षकों में TET शिक्षक कि एक लम्बी फौज है। जिसका पहली प्राथमिकता उसका ट्रेनिंग करना है न कि हड़ताल करना।
अतः उपर्युक्त विचार पर TSS,Bihar से वक्तव्य की माँग करता हूँ कि इस संदर्भ में सरकार के समक्ष क्या माँग पत्र रख रही है ।
धन्यवाद

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