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लोकसभा में उठा बिहार के नियोजित शिक्षकों का मामला , सांसद जनक राम ने की केद्र से मांग

विजय कुमार,रक्सौल. नियोजित शिक्षक,वित्त रहित शिक्षक,आंगनवाड़ी सेविका/सहायिका,बिहार रक्षा वाहिनी(होमगार्ड)व अन्य नियोजित कर्मियो पर राज्य सरकार की हठधर्मिता व आंदोलनकारी नियोजित कर्मियों पर पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का मुद्दा संसद में भी जोरदार तरीके से उठा।
इस मुद्दे को गोपालगंज के सांसद जनक चमार(राम)ने सदन में उठाते हुए कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने समान कार्य के लिए समान वेतन का आदेश दिया है।बावजूद,बिहार सरकार कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए समान वेतन की मांग कर रहे नियोजित माध्यमिक व प्रारंभिक शिक्षकों पर बर्बरतापूर्ण लाठी चार्य कर रही है।वार्ता के बाद भी उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है।बिहार के शिक्षकों,अंगनवादिकर्मियों,होमगार्ड जवानों आदि के आंदोलनरत रहने से राज्य की शिक्षण व्यवस्था,सुरक्षा,नवजात बच्चों की देखभाल आदि कार्य बुरी तरह प्रभावित है।स्थिति चरमरा गयी है।श्री चमार ने लोकसभा के उपसभापति से बुधवार को शून्यकाल के दौरान इस मामले में बिहार सरकार को आवश्यक दिशा निर्देश देने की मांग की तथा नियोजित कर्मियों को समान कार्य,समान वेतन की मांग पूरी करने की मांग दोहराई तथा सरकार से आंदोलनरत कर्मियों से सकारात्मक बात करने की अपेक्षा जताई।गोपालगंज सांसद के इस मानवीय मांगों को सदन में काफी गंभीरता से सुना गया।सांसद के मिल रहे समर्थन का स्थानीय शिक्षक नेताओं ने जोरदार स्वागत किया है जिसमें शिक्षक नेता छोटेलाल राय,संजय कुमार सिंह, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव,मुनेश राम,अनिल कुमार श्रीवास्तव,अमरदीप गुप्ता,शिवशंकर गिरी,संजीव चौबे,म.नुरुल होदा,म.सैफुल्लाह,देवकुमार यादवm अश्वनी पाण्डेय,केशव कुमार कश्यप,तरुण कुमार पासवान,दिनेश कुमार,सुधीर कुमार सुमन,राघवेन्द्र प्रसाद,सुशिल कुमार ने आभार प्रकट किया है.

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