भागलपुर। जिले के तीन केंद्रों पर शनिवार से शुरू हो रहे मैट्रिक
परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य पूरी तरह ठप रही।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने राज्य संघ के अहवान पर किसी भी केंद्रों पर परीक्षकों को योगदान नहीं कर दिया। जिला स्कूल मूल्यांकन केंद्र पर योगदान देने कुछ शिक्षक पहुंचे थे, लेकिन वहां धरना पर बैठे शिक्षकों ने उन्हें समझा-बुझा कर लौटा दिया। बता दे कि तीनों मूल्यांकन केंद्र पर अलग-अलग अनुमंडल के शिक्षक धरना दे रहे थे।
सदर अनुमंडल सचिव रविशंकर एवं उपाध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि तीनों मूल्यांकन केंद्र पर एक भी शिक्षकों को योगदान नहीं करने दिया गया है। मूल्यांकन कार्य पूरी तरह ठप रहा। उन्होंने कहा कि राज्य संघ द्वारा चंपारण सत्याग्रह के 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर सबकी शिक्षा एक समान, सबका वेतन एक समान के लिए सत्याग्रह आंदोलन की शुरूआत हो चुकी है। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा। धरना में हरेंद्र, सब्बीर, संजीव, वसीम, संजय, संतोष, राजीव, जितेंद्र, अरविंद, अंजली, पूजा, सविता सहित अन्य शामिल थे। बता दे कि अब तक इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं का भी मूल्यांकन शिक्षकों के आंदोलन के कारण शुरू नहीं हो पाया है।
1100 परीक्षकों को भेजा गया था नियुक्ति पत्र
बता दे कि मूल्यांकन कार्य समय पर पुरा करने के लिए बोर्ड कार्यालय से 11 सौ परीक्षकों को नियुक्ति पत्र भेजा गया था। जिसे जिला शिक्षा विभाग ने हस्तगत करा दिया है। परीक्षा मूल्यांकन कार्य के लिए केंद्रों पर भी पहुंचे पर प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने उन्हें मूल्यांकन केंद्र पर योगदान नहीं देने दिया।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने राज्य संघ के अहवान पर किसी भी केंद्रों पर परीक्षकों को योगदान नहीं कर दिया। जिला स्कूल मूल्यांकन केंद्र पर योगदान देने कुछ शिक्षक पहुंचे थे, लेकिन वहां धरना पर बैठे शिक्षकों ने उन्हें समझा-बुझा कर लौटा दिया। बता दे कि तीनों मूल्यांकन केंद्र पर अलग-अलग अनुमंडल के शिक्षक धरना दे रहे थे।
सदर अनुमंडल सचिव रविशंकर एवं उपाध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि तीनों मूल्यांकन केंद्र पर एक भी शिक्षकों को योगदान नहीं करने दिया गया है। मूल्यांकन कार्य पूरी तरह ठप रहा। उन्होंने कहा कि राज्य संघ द्वारा चंपारण सत्याग्रह के 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर सबकी शिक्षा एक समान, सबका वेतन एक समान के लिए सत्याग्रह आंदोलन की शुरूआत हो चुकी है। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा। धरना में हरेंद्र, सब्बीर, संजीव, वसीम, संजय, संतोष, राजीव, जितेंद्र, अरविंद, अंजली, पूजा, सविता सहित अन्य शामिल थे। बता दे कि अब तक इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं का भी मूल्यांकन शिक्षकों के आंदोलन के कारण शुरू नहीं हो पाया है।
1100 परीक्षकों को भेजा गया था नियुक्ति पत्र
बता दे कि मूल्यांकन कार्य समय पर पुरा करने के लिए बोर्ड कार्यालय से 11 सौ परीक्षकों को नियुक्ति पत्र भेजा गया था। जिसे जिला शिक्षा विभाग ने हस्तगत करा दिया है। परीक्षा मूल्यांकन कार्य के लिए केंद्रों पर भी पहुंचे पर प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने उन्हें मूल्यांकन केंद्र पर योगदान नहीं देने दिया।