सीतामढ़ी। सरकार द्वारा शिक्षा मद में करोड़ों खर्च किए जाने के बावजूद
स्कूलों की स्थिति व शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार संबंधी योजनाएं कागजी
खानापूरी बन कर रह गई हैं। बदहाल शौचालय, पेयजल की कमी, गुणवत्ताहीन
मध्याह्न भोजन प्राय: हर विद्यालय की यही स्थिति है।
टीम दिन के एक बजे मध्य विद्यालय बनौल पहुंची, तो विद्यालय में मध्यावकाश हो गया था। पांच शिक्षक पोशाक एवं छात्रवृति की रिपोर्ट बना रहे थे। कुछ बच्चे विद्यालय के दो मंजिला भवन पर खेल रहे थे। लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर शिक्षक उन्हें रोक नहीं रहे थे। मध्याह्न भोजन में चावल, दाल व सब्जी बन रही थी। नामांकित 1218 बच्चों में 717 बच्चे ही उपस्थित थे। रिपोर्ट बना रहे प्रधान शिक्षक मनोज कुमार ने बताया कि स्कूल में 18 शिक्षक पदस्थापित हैं, जिनमें से दो शिक्षिका विभा कुमारी एवं स्मिता कुमारी विशेषावकाश पर हैं। शेष 16 शिक्षक विद्यालय में मौजूद हैं। रसोइया सात हैं, जिनमें से एक बीमार होने के कारण नहीं आई है।
बच्चों ने कहा मेनू के अनुसार नहीं बनता एमडीएम
विद्यालय में पांच चापाकलों में तीन चालू हालत में थे, जबकि दो खराब थे। शौचालय गंदगी से पटा एवं जीर्णशीर्ण अवस्था में मिला। उसके इर्द-गिर्द झाड़ियां उगीं थीं। विद्यालय में कुल इक्कीस कमरे हैं। वर्ग आठ के छात्र रौशन कुमार, अजय कुमार, ¨मटू कुमार, अनिल कुमार व बबलू कुमार समेत कई छात्रों ने बताया की मेनू के अनुसार एमडीएम नहीं मिलता है।
को¨चग करने की मजबूरी :
विद्यालय में बच्चों का सामान्य ज्ञान काफी कमजोर देखा गया। वर्ग आठ की छात्रा ने बिहार के मुख्यमंत्री का नाम नरेंद्र मोदी बताया। इसी कक्षा की साईबा को देश के राष्ट्रपति का नाम मालूम नहीं था। बच्चों ने बताया कि कई शिक्षक समय से विद्यालय नहीं आते। को¨चग करना उनकी मजबूरी है।
एक शिक्षक के भरोसे 900 विद्यार्थी :
यहां उत्क्रमित उच्च विद्यालय भी है, जिसका अपना भवन भी है। लेकिन इसमें नामांकित 900 से अधिक विद्यार्थियों को पढ़ाने मात्र एक विज्ञान शिक्षक पदस्थापित हैं। वे भी पंचायत उपचुनाव करवाने गए थे। मध्य विद्यालय के तीन शिक्षक उच्च विद्यालय में पढ़ा दिया करते हैं। वर्ग नौ के एक छात्र सूरज कुमार ने भी देश के राष्ट्रपति का नाम नरेंद्र मोदी बताया।
दिन के दो बजे बंद था विद्यालय :
इसके बाद टीम दिन के दो बजे टीम प्राथमिक विद्यालय बुधनगरा मुशहरी टोल पहुंची। जहां विद्यालय बंद पाया गया मोहल्ला में मौजूद कुछ महिलाओं ने टीम को बतायी की विद्यालय बंद है। यहां कोई शिक्षक नहीं आए थे। इस विद्यालय के खुलने व बंद होने का कोई टाइम नहीं है और ना ही शिक्षकों के आने जाने का।
- प्रदेश महासचिव TSS(TET शिक्षक संघ) : 27 फरवरी के आंदोलन के बाद ये तय हो चूका है कि सभी संघ एक मंच पर आकर आंदोलन की घोषणा एक साथ करें
- मुख्य विन्दु : बिहार शिक्षक नियोजन एवं सेवाशर्त नियमावली 2016
- सेवा शर्त के नाम पर िशक्षकों को ठग रही सरकार
- नियोजित शिक्षकों के लिए तैयार सेवा शर्त(लीक) की रिपोर्ट हाईकोर्ट में हो जाएगा खारिज़
- मार्च तक रिक्तियों के आधार पर बहाली शुरू करे सरकार
- बिहार के तमाम नियोजित शिक्षकों को पेंशन एवं कर्मचारी भविष्य निधि का लाभ मिलने की प्रबल संभावना
- अशोक चौधरी शिक्षा मंत्री और Jyotish संवाद : थोड़ा लंबा है लेकिन पढ़िए जरूर और अपने विचार व्यक्त करें
टीम दिन के एक बजे मध्य विद्यालय बनौल पहुंची, तो विद्यालय में मध्यावकाश हो गया था। पांच शिक्षक पोशाक एवं छात्रवृति की रिपोर्ट बना रहे थे। कुछ बच्चे विद्यालय के दो मंजिला भवन पर खेल रहे थे। लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर शिक्षक उन्हें रोक नहीं रहे थे। मध्याह्न भोजन में चावल, दाल व सब्जी बन रही थी। नामांकित 1218 बच्चों में 717 बच्चे ही उपस्थित थे। रिपोर्ट बना रहे प्रधान शिक्षक मनोज कुमार ने बताया कि स्कूल में 18 शिक्षक पदस्थापित हैं, जिनमें से दो शिक्षिका विभा कुमारी एवं स्मिता कुमारी विशेषावकाश पर हैं। शेष 16 शिक्षक विद्यालय में मौजूद हैं। रसोइया सात हैं, जिनमें से एक बीमार होने के कारण नहीं आई है।
बच्चों ने कहा मेनू के अनुसार नहीं बनता एमडीएम
विद्यालय में पांच चापाकलों में तीन चालू हालत में थे, जबकि दो खराब थे। शौचालय गंदगी से पटा एवं जीर्णशीर्ण अवस्था में मिला। उसके इर्द-गिर्द झाड़ियां उगीं थीं। विद्यालय में कुल इक्कीस कमरे हैं। वर्ग आठ के छात्र रौशन कुमार, अजय कुमार, ¨मटू कुमार, अनिल कुमार व बबलू कुमार समेत कई छात्रों ने बताया की मेनू के अनुसार एमडीएम नहीं मिलता है।
को¨चग करने की मजबूरी :
विद्यालय में बच्चों का सामान्य ज्ञान काफी कमजोर देखा गया। वर्ग आठ की छात्रा ने बिहार के मुख्यमंत्री का नाम नरेंद्र मोदी बताया। इसी कक्षा की साईबा को देश के राष्ट्रपति का नाम मालूम नहीं था। बच्चों ने बताया कि कई शिक्षक समय से विद्यालय नहीं आते। को¨चग करना उनकी मजबूरी है।
एक शिक्षक के भरोसे 900 विद्यार्थी :
यहां उत्क्रमित उच्च विद्यालय भी है, जिसका अपना भवन भी है। लेकिन इसमें नामांकित 900 से अधिक विद्यार्थियों को पढ़ाने मात्र एक विज्ञान शिक्षक पदस्थापित हैं। वे भी पंचायत उपचुनाव करवाने गए थे। मध्य विद्यालय के तीन शिक्षक उच्च विद्यालय में पढ़ा दिया करते हैं। वर्ग नौ के एक छात्र सूरज कुमार ने भी देश के राष्ट्रपति का नाम नरेंद्र मोदी बताया।
दिन के दो बजे बंद था विद्यालय :
इसके बाद टीम दिन के दो बजे टीम प्राथमिक विद्यालय बुधनगरा मुशहरी टोल पहुंची। जहां विद्यालय बंद पाया गया मोहल्ला में मौजूद कुछ महिलाओं ने टीम को बतायी की विद्यालय बंद है। यहां कोई शिक्षक नहीं आए थे। इस विद्यालय के खुलने व बंद होने का कोई टाइम नहीं है और ना ही शिक्षकों के आने जाने का।
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- क्या युग आ गाया , जब सुप्रीम कोर्ट की ही कोई नही सुनता है तो नितिश सरकार हमारी क्या सुनेगी ?
- 34540 के शिक्षकों का स्थानांतरण
- प्रशासन ने मांगी मानें, टूटा आमरण अनशन
- समान काम समान वेतन के लिए शिक्षकों ने लिया आंदोलन का निर्णय
- उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री के आश्वासन के बाद प्रारंभिक शिक्षक संघ ने स्थगित किया आंदोलन
- TSUNSS के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू सिंह जी ने आज प्रदेश शिक्षामंत्री श्री अशोक चौधरी से मिलकर 'समान काम समान वेतन' सहित अन्य माँगों हेतु वार्ता की
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- शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद धरना स्थगित