अरे काका, पहले अपना घर (बिहार) के हालात भी देखिये जहाँ की वर्ग १-८ की ३७ % शिक्षको के पद, लगभग २ लाख शिक्षको के पद ख़ाली पड़े है ? क्या यहाँ गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिल रही है ? बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित नहीं हो रही है? क्या बिहारी छात्र-छात्रएं इस देश के भविष्य नहीं हैं? आप को बिहार की चिंता क्यू नहीं ?
खुद चलनी है, चले है सुप का दोष देखने ?
राज्य ब्यूरो, पटना : प्रदेश कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने सोमवार को कहा केंद्र सरकार शिक्षा की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न करे। उन्हांेने कहा कि केंद्र द्वारा संचालित शिक्षण संस्थानों में इन दिनों शिक्षकों की घोर कमी है। जिससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। इस पर मानव संसाधन विकास मंत्रलय से संबंधित संसदीय समिति ने भी चिंता जताई है। सिंह ने कहा कि भाजपा सांसद सत्यनारायण जाटिया की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने भी महसूस किया है कि भारतीय प्रबंधन संस्थान और भारतीय प्रौद्यौगिकी संस्थान में अध्यापकों की काफी कमी है। केंद्रीय विद्यालयों में भी इस समय 10,285 शिक्षकों का पद रिक्त है। इससे देश भर के एक हजार से ज्यादा केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले 12 लाख से अधिक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है। केंद्र की शिथिलता की वजह से वर्ष 2014 में शिक्षकों के खाली पदों की संख्या 4,296 से बढ़कर 10 हजार के पार पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्रएं इस देश के भविष्य हैं।राज्य ब्यूरो, पटना : प्रदेश कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने सोमवार को कहा केंद्र सरकार शिक्षा की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न करे। उन्हांेने कहा कि केंद्र द्वारा संचालित शिक्षण संस्थानों में इन दिनों शिक्षकों की घोर कमी है। जिससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। इस पर मानव संसाधन विकास मंत्रलय से संबंधित संसदीय समिति ने भी चिंता जताई है। सिंह ने कहा कि भाजपा सांसद सत्यनारायण जाटिया की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने भी महसूस किया है कि भारतीय प्रबंधन संस्थान और भारतीय प्रौद्यौगिकी संस्थान में अध्यापकों की काफी कमी है। केंद्रीय विद्यालयों में भी इस समय 10,285 शिक्षकों का पद रिक्त है। इससे देश भर के एक हजार से ज्यादा केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले 12 लाख से अधिक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है।
खुद चलनी है, चले है सुप का दोष देखने ?
राज्य ब्यूरो, पटना : प्रदेश कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने सोमवार को कहा केंद्र सरकार शिक्षा की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न करे। उन्हांेने कहा कि केंद्र द्वारा संचालित शिक्षण संस्थानों में इन दिनों शिक्षकों की घोर कमी है। जिससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। इस पर मानव संसाधन विकास मंत्रलय से संबंधित संसदीय समिति ने भी चिंता जताई है। सिंह ने कहा कि भाजपा सांसद सत्यनारायण जाटिया की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने भी महसूस किया है कि भारतीय प्रबंधन संस्थान और भारतीय प्रौद्यौगिकी संस्थान में अध्यापकों की काफी कमी है। केंद्रीय विद्यालयों में भी इस समय 10,285 शिक्षकों का पद रिक्त है। इससे देश भर के एक हजार से ज्यादा केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले 12 लाख से अधिक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है। केंद्र की शिथिलता की वजह से वर्ष 2014 में शिक्षकों के खाली पदों की संख्या 4,296 से बढ़कर 10 हजार के पार पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्रएं इस देश के भविष्य हैं।राज्य ब्यूरो, पटना : प्रदेश कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने सोमवार को कहा केंद्र सरकार शिक्षा की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न करे। उन्हांेने कहा कि केंद्र द्वारा संचालित शिक्षण संस्थानों में इन दिनों शिक्षकों की घोर कमी है। जिससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। इस पर मानव संसाधन विकास मंत्रलय से संबंधित संसदीय समिति ने भी चिंता जताई है। सिंह ने कहा कि भाजपा सांसद सत्यनारायण जाटिया की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने भी महसूस किया है कि भारतीय प्रबंधन संस्थान और भारतीय प्रौद्यौगिकी संस्थान में अध्यापकों की काफी कमी है। केंद्रीय विद्यालयों में भी इस समय 10,285 शिक्षकों का पद रिक्त है। इससे देश भर के एक हजार से ज्यादा केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले 12 लाख से अधिक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है।