बिहार में ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि कुलपति पद के दावेदारों को
इंटरव्यू से पहले एक इम्तिहान से गुजरना पड़ेगा। सर्च कमेटी ने तीन सवाल तय
किए हैं। सभी दावेदारों के लिए एक जैसे सवाल। तार्किक जवाब देनेवालों को ही
इंटरव्यू का आमंत्रण मिलने के आसार हैं।
ये सवाल होंगे- आप विश्वविद्यालय के शैक्षिक माहौल को कैसे बेहतर बनाएंगे? विश्वविद्यालय के शैक्षिक कैलेंडर को हर हाल में लागू करने के कौन-से तरीके अपनाएंगे? और सबसे बड़ी बात कि वित्तीय अनियमितताओं को रोकने के लिए आपके पास क्या प्लान है? राज्य में नौ कुलपतियों और 11 प्रति कुलपतियों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया जारी है। कुलपतियों की तरह ही प्रतिकुलपति पद के दावेदारों से यही तीन सवाल पूछे जाने हैं। कुल 20 पदों के लिए 414 आवेदन आए हैं। सवालों के जवाब के आधार पर स्क्रूटिनी की जाएगी।
राजभवन वित्तीय अनियमितता, शैक्षिक कैलेंडर की अनिरंतरता और बिगड़े शैक्षिक माहौल को लेकर चिंतित रहा है। पिछले साल राजभवन की ओर से कुलपति पदाधिकारियों के साथ छह बैठकें हुईं। राज्यपाल सह कुलाधिपति रामनाथ कोविंद ने स्वयं विश्वविद्यालयों को इस संबंध में आदेश जारी किए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक में इस संबंध में निर्देश दिए। नतीजा नहीं निकल पाया। इतनी कवायद के बावजूद पटना विश्वविद्यालय को छोड़कर कहीं शैक्षणिक कैलेंडर लागू करने की दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं हुआ। इसमें मुख्य रूप से कुलपति कुलसचिव को जिम्मेदार माना गया। अब विश्वविद्यालयों में नए कुलपति नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हुई है। राजभवन ने नौ विश्वविद्यालय में कुलपति प्रति कुलपति और दो विश्वविद्यालय में प्रति कुलपति नियुक्ति के लिए 10 सर्च कमेटी का गठन किया है। इन्हीं स्थितियों को देखते हुए तीनों समस्याओं का सही समाधान रखनेवाले को कुलपति का पद देने की तैयारी है।
सर्चकमेटी की बैठक होगी
राज्यके नौ विश्वविद्यालयों, पटना विवि, मगध विवि, बीआरए बिहार विवि मुजफ्फरपुर, एलएन मिथिला विवि दरभंगा, कामेश्वर सिंह संस्कृत विवि दरभंगा, मौलाना मजहरुल हक अरबी एवं फारसी विवि, नालंदा खुला विवि, तिलकामांझी भागलपुर विवि और बीएन मंडल विवि मधेपुरा में कुलपति प्रति कुलपति दोनों की नियुक्ति होनी है। इन विश्वविद्यालयों के लिए एक-एक सर्च कमेटी बनाई गई। वीर कुंवर सिंह विवि आरा जेपी विवि छपरा में प्रति कुलपति की नियुक्ति के लिए एक सर्च कमेटी का गठन किया गया है।
मार्च तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने के संकेत
राजभवनकी ओर से सभी सर्च कमेटी के सदस्यों से संपर्क किया जाना शुरू कर दिया गया है। राजभवन के पदाधिकारियों का कहना है कि सर्च कमेटी के सदस्यों से शीघ्र बैठक कर योग्य उम्मीदवारों के चयन का अनुरोध किया गया है। नौ कुलपति 11 प्रति कुलपति पद के लिए कुल 414 आवेदन राजभवन को मिले हैं। इसमें पहले चरण में 200 उम्मीदवारों की छंटनी होगी। माना जा रहा है कि सर्च कमेटी एक पद के लिए अंतिम रूप से तीन उम्मीदवारों का चयन कर कुलाधिपति को अनुशंसा सौंपेगी। इस अनुशंसा के आधार पर कुलाधिपति कुलपति प्रति कुलपति की नियुक्ति को मंजूरी देंगे। कुलपति नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़े पदाधिकारियों की मानें तो मार्च के पहले पखवारे तक कुलपति नियुक्ति को प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।
ये सवाल होंगे- आप विश्वविद्यालय के शैक्षिक माहौल को कैसे बेहतर बनाएंगे? विश्वविद्यालय के शैक्षिक कैलेंडर को हर हाल में लागू करने के कौन-से तरीके अपनाएंगे? और सबसे बड़ी बात कि वित्तीय अनियमितताओं को रोकने के लिए आपके पास क्या प्लान है? राज्य में नौ कुलपतियों और 11 प्रति कुलपतियों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया जारी है। कुलपतियों की तरह ही प्रतिकुलपति पद के दावेदारों से यही तीन सवाल पूछे जाने हैं। कुल 20 पदों के लिए 414 आवेदन आए हैं। सवालों के जवाब के आधार पर स्क्रूटिनी की जाएगी।
राजभवन वित्तीय अनियमितता, शैक्षिक कैलेंडर की अनिरंतरता और बिगड़े शैक्षिक माहौल को लेकर चिंतित रहा है। पिछले साल राजभवन की ओर से कुलपति पदाधिकारियों के साथ छह बैठकें हुईं। राज्यपाल सह कुलाधिपति रामनाथ कोविंद ने स्वयं विश्वविद्यालयों को इस संबंध में आदेश जारी किए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक में इस संबंध में निर्देश दिए। नतीजा नहीं निकल पाया। इतनी कवायद के बावजूद पटना विश्वविद्यालय को छोड़कर कहीं शैक्षणिक कैलेंडर लागू करने की दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं हुआ। इसमें मुख्य रूप से कुलपति कुलसचिव को जिम्मेदार माना गया। अब विश्वविद्यालयों में नए कुलपति नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हुई है। राजभवन ने नौ विश्वविद्यालय में कुलपति प्रति कुलपति और दो विश्वविद्यालय में प्रति कुलपति नियुक्ति के लिए 10 सर्च कमेटी का गठन किया है। इन्हीं स्थितियों को देखते हुए तीनों समस्याओं का सही समाधान रखनेवाले को कुलपति का पद देने की तैयारी है।
सर्चकमेटी की बैठक होगी
राज्यके नौ विश्वविद्यालयों, पटना विवि, मगध विवि, बीआरए बिहार विवि मुजफ्फरपुर, एलएन मिथिला विवि दरभंगा, कामेश्वर सिंह संस्कृत विवि दरभंगा, मौलाना मजहरुल हक अरबी एवं फारसी विवि, नालंदा खुला विवि, तिलकामांझी भागलपुर विवि और बीएन मंडल विवि मधेपुरा में कुलपति प्रति कुलपति दोनों की नियुक्ति होनी है। इन विश्वविद्यालयों के लिए एक-एक सर्च कमेटी बनाई गई। वीर कुंवर सिंह विवि आरा जेपी विवि छपरा में प्रति कुलपति की नियुक्ति के लिए एक सर्च कमेटी का गठन किया गया है।
मार्च तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने के संकेत
राजभवनकी ओर से सभी सर्च कमेटी के सदस्यों से संपर्क किया जाना शुरू कर दिया गया है। राजभवन के पदाधिकारियों का कहना है कि सर्च कमेटी के सदस्यों से शीघ्र बैठक कर योग्य उम्मीदवारों के चयन का अनुरोध किया गया है। नौ कुलपति 11 प्रति कुलपति पद के लिए कुल 414 आवेदन राजभवन को मिले हैं। इसमें पहले चरण में 200 उम्मीदवारों की छंटनी होगी। माना जा रहा है कि सर्च कमेटी एक पद के लिए अंतिम रूप से तीन उम्मीदवारों का चयन कर कुलाधिपति को अनुशंसा सौंपेगी। इस अनुशंसा के आधार पर कुलाधिपति कुलपति प्रति कुलपति की नियुक्ति को मंजूरी देंगे। कुलपति नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़े पदाधिकारियों की मानें तो मार्च के पहले पखवारे तक कुलपति नियुक्ति को प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।