बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने गुरुवार को मैट्रिक इंटर परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा की। परीक्षा स्वच्छ, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त कराने के लिए गुरुवार को समीक्षा के बाद बोर्ड अध्यक्ष ने दोबारा सभी जिलों के डीएम, एसपी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है।
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा है कि प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक के अनुपात में वीक्षकों की प्रतिनियुक्ति परीक्षा केंद्र पर की जाए प्रत्येक परीक्षा कक्ष में न्यूनतम दो वीक्षक रहेंगे। इसलिए महाविद्यालयों, उच्च माध्यमिक विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों के साथ-साथ प्राथमिक तथा मध्य विद्यालय के शिक्षकों को भी वीक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त किया जाए।
सभी वीक्षक हर दिन प्रत्येक पाली की परीक्षा शुरू होने से पहले विहित घोषणा-पत्र में यह अंकित करेंगे कि उनके प्रभार के अंतर्गत 25 परीक्षार्थियों की जांच उनके द्वारा कर ली गई है तथा छात्रों के पास कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं पाई गई है। घोषणापत्र की मुद्रित प्रतियां परीक्षा केंद्रों को समिति की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी। हर दिन प्रत्येक पाली में केन्द्राधीक्षक सभी वीक्षकों से इस आशय का घोषणा-पत्र प्राप्त करेंगे तथा परीक्षा केंद्र पर भ्रमण करनेवाले नोडल पदाधिकारी, दंडाधिकारी आदि के वीक्षक द्वारा दिये गये घोषणा पत्र की मांग करने पर उन्हें भी दिखाएंगे।
रैंडमहोगी प्रतिनियुक्ति
बोर्डअध्यक्ष ने सभी जिलों के डीएम-एसपी को निर्देश दिया है कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर वीक्षकों की नियुक्ति निर्धारित मापदंड के अनुसार करते हुए उनकी प्रतिनियुक्ति रैंडम तरीके से की जाए। साथ ही प्रतिदिन वीक्षकों के परीक्षा कक्ष में भी परिवर्तन किया जाए। वीक्षकों की नियुक्ति आवश्यकता से 10 फीसदी अधिक की संख्या में की जाए। जिस महाविद्यालय, उच्च माध्यमिक विद्यालय के परीक्षार्थी किसी केंद्र से सम्बद्ध हों, उस महाविद्यालय, विद्यालय के शिक्षकों-कर्मचारियों को वहां प्रतिनियुक्त नहीं किया जाएगा।
500छात्र पर 1 वीडियोग्राफर
कदाचारमुक्तपरीक्षा संचालन के लिए प्रति 500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियोग्राफर की व्यवस्था की जाएगी। परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ने पर उक्त अनुपात में वीडियोग्राफरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। परीक्षा केंद्र पर मोबाइल, ब्लू टूथ एवं अन्य इलेक्ट्राॅनिक गैजेट ले जाने पर रोक लगाई गई है।
जोनमें बंटेंगे परीक्षा केंद्र
परीक्षाकेंद्रों की भौगोलिक स्थिति को सुपर जोन एवं जोन में बांट कर दण्डाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि प्रश्नपत्रों को पहुंचाने के लिए अलग से गश्ती दण्डाधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति होगी। सुपर जोनल एवं जोनल दंडाधिकारियों के केन्द्रों के भ्रमण के लिए भौगोलिक क्षेत्र तथा दूरी के अनुसार न्यूनतम भ्रमण का लक्ष्य निर्धारण जिलाधिकारी द्वारा किया जाएगा। उक्त दंडाधिकारियों द्वारा प्रत्येक दिन की भ्रमण विवरणी लाॅग बुक में भरी जाएगी तथा पूरी परीक्षा की समाप्ति के पश्चात उसे जिलाधिकारी कार्यालय में जमा किया जाएगा। जिला में परीक्षा संचालन के दौरान विधि-व्यवस्था के लिए जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा।
आज मुख्य सचिव करेंगे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
इंटरमीडिएटएवं मैट्रिक परीक्षा के स्वच्छ, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संचालन के लिए मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, शुक्रवार को 12ः00 बजे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे। इसमें बिहार राज्य के सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, सभी पुलिस उप महानिरीक्षक, सभी जिला पदाधिकारी, सभी वरीय पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक तथा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा है कि प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक के अनुपात में वीक्षकों की प्रतिनियुक्ति परीक्षा केंद्र पर की जाए प्रत्येक परीक्षा कक्ष में न्यूनतम दो वीक्षक रहेंगे। इसलिए महाविद्यालयों, उच्च माध्यमिक विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों के साथ-साथ प्राथमिक तथा मध्य विद्यालय के शिक्षकों को भी वीक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त किया जाए।
सभी वीक्षक हर दिन प्रत्येक पाली की परीक्षा शुरू होने से पहले विहित घोषणा-पत्र में यह अंकित करेंगे कि उनके प्रभार के अंतर्गत 25 परीक्षार्थियों की जांच उनके द्वारा कर ली गई है तथा छात्रों के पास कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं पाई गई है। घोषणापत्र की मुद्रित प्रतियां परीक्षा केंद्रों को समिति की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी। हर दिन प्रत्येक पाली में केन्द्राधीक्षक सभी वीक्षकों से इस आशय का घोषणा-पत्र प्राप्त करेंगे तथा परीक्षा केंद्र पर भ्रमण करनेवाले नोडल पदाधिकारी, दंडाधिकारी आदि के वीक्षक द्वारा दिये गये घोषणा पत्र की मांग करने पर उन्हें भी दिखाएंगे।
रैंडमहोगी प्रतिनियुक्ति
बोर्डअध्यक्ष ने सभी जिलों के डीएम-एसपी को निर्देश दिया है कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर वीक्षकों की नियुक्ति निर्धारित मापदंड के अनुसार करते हुए उनकी प्रतिनियुक्ति रैंडम तरीके से की जाए। साथ ही प्रतिदिन वीक्षकों के परीक्षा कक्ष में भी परिवर्तन किया जाए। वीक्षकों की नियुक्ति आवश्यकता से 10 फीसदी अधिक की संख्या में की जाए। जिस महाविद्यालय, उच्च माध्यमिक विद्यालय के परीक्षार्थी किसी केंद्र से सम्बद्ध हों, उस महाविद्यालय, विद्यालय के शिक्षकों-कर्मचारियों को वहां प्रतिनियुक्त नहीं किया जाएगा।
500छात्र पर 1 वीडियोग्राफर
कदाचारमुक्तपरीक्षा संचालन के लिए प्रति 500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियोग्राफर की व्यवस्था की जाएगी। परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ने पर उक्त अनुपात में वीडियोग्राफरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। परीक्षा केंद्र पर मोबाइल, ब्लू टूथ एवं अन्य इलेक्ट्राॅनिक गैजेट ले जाने पर रोक लगाई गई है।
जोनमें बंटेंगे परीक्षा केंद्र
परीक्षाकेंद्रों की भौगोलिक स्थिति को सुपर जोन एवं जोन में बांट कर दण्डाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि प्रश्नपत्रों को पहुंचाने के लिए अलग से गश्ती दण्डाधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति होगी। सुपर जोनल एवं जोनल दंडाधिकारियों के केन्द्रों के भ्रमण के लिए भौगोलिक क्षेत्र तथा दूरी के अनुसार न्यूनतम भ्रमण का लक्ष्य निर्धारण जिलाधिकारी द्वारा किया जाएगा। उक्त दंडाधिकारियों द्वारा प्रत्येक दिन की भ्रमण विवरणी लाॅग बुक में भरी जाएगी तथा पूरी परीक्षा की समाप्ति के पश्चात उसे जिलाधिकारी कार्यालय में जमा किया जाएगा। जिला में परीक्षा संचालन के दौरान विधि-व्यवस्था के लिए जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा।
आज मुख्य सचिव करेंगे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
इंटरमीडिएटएवं मैट्रिक परीक्षा के स्वच्छ, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संचालन के लिए मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, शुक्रवार को 12ः00 बजे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे। इसमें बिहार राज्य के सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, सभी पुलिस उप महानिरीक्षक, सभी जिला पदाधिकारी, सभी वरीय पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक तथा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।