मुजफ्फरपुर। सरकार
और प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा का
मामला सामने आया है। जिसमें डंके की चोट पर मुजफ्फरपुर नगर निगम क्षेत्र
में उर्दू शिक्षक के पद पर बिना नियोजन कैम्प के ही बहाली की गई।
नियोजन कैम्प में मौजूद अधिकारी भी इस बहाली से अचंभित हैं।
बता दें कि जिला स्कूल में 14 नंवबर को शिक्षक नियोजन का कैम्प था, लेकिन उर्दू शिक्षक के एक पद के लिए 16 नवंबर को नगर आयुक्त ने हस्ताक्षर किया और 30 नवंबर को नियुक्ति के लिए पत्र निकाला गया। जबकि 14 नवंबर को नियोजन कैम्प में ही सारी औपचारिकताएं पूरी की जानी थी।
नगर निगम के नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन पर मोटी रकम लेकर गलत अभ्यर्थी को शिक्षक पद पर बहाल करने का आरोप लग रहा है। 14 नवंबर को नियोजन कैम्प में मौजूद डीपीओ स्थापना ने गलत बहाली को लेकर डीईओ और डीएम से लेकर सरकार तक को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
वहीं पूर्वी चंपारण के केसरिया के रहने वाले सज्जाद अनवर की बहाली निगम क्षेत्र में उर्दू शिक्षक के पद पर की गई है।
नियोजन कैम्प में मौजूद अधिकारी भी इस बहाली से अचंभित हैं।
बता दें कि जिला स्कूल में 14 नंवबर को शिक्षक नियोजन का कैम्प था, लेकिन उर्दू शिक्षक के एक पद के लिए 16 नवंबर को नगर आयुक्त ने हस्ताक्षर किया और 30 नवंबर को नियुक्ति के लिए पत्र निकाला गया। जबकि 14 नवंबर को नियोजन कैम्प में ही सारी औपचारिकताएं पूरी की जानी थी।
नगर निगम के नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन पर मोटी रकम लेकर गलत अभ्यर्थी को शिक्षक पद पर बहाल करने का आरोप लग रहा है। 14 नवंबर को नियोजन कैम्प में मौजूद डीपीओ स्थापना ने गलत बहाली को लेकर डीईओ और डीएम से लेकर सरकार तक को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
वहीं पूर्वी चंपारण के केसरिया के रहने वाले सज्जाद अनवर की बहाली निगम क्षेत्र में उर्दू शिक्षक के पद पर की गई है।