जिले के मिडिल स्कूलों में हेडमास्टर के पद पर प्रमोशन पाए 28 शिक्षकों को
फिर से पदस्थापन कर दिया गया है। स्थापना डीपीओ ने पदस्थापन आदेश जारी कर
संबंधित हेडमास्टरों को पत्र प्राप्ति के साथ ही नवपदस्थापित स्कूलों में
योगदान करने का निर्देश दिया है।
साथ ही संबंधित बीईओ को नवपदस्थापित स्कूल में नवप्रोन्नत हेडमास्टरों को योगदान के लिए शीघ्र विरमित कर देने को कहा गया है। बताते चले कि जिला प्रोन्नति समिति द्वारा गत 22 अक्टूबर को वरीयता के अनुसार 324 शिक्षकों को हेडमास्टर के पद पर प्रमोशन दिया गया था। इनमें पांच अलग-अलग आदेश पत्र द्वारा प्रमोशन पाए शिक्षकों का पदस्थापन की कार्रवाई की गई थी। इस दौरान पूर्व डीईओ महेश्वर साफी द्वारा एकल हस्ताक्षर से 42 हेडमास्टरों का किए गये पदस्थापन के विरुद्ध आरडीडीई के यहां अलग-अलग अपील दाखिल की गई। प्रोन्नति समिति द्वारा मामले की समीक्षा के बाद एकल हस्ताक्षर से जारी पदस्थापन आदेश को असंवैधानिक बताते हुए इसे रद्द कर दिया गया। इसके बाद आवश्यक औपचारिकता के बाद फिर से 28 शिक्षकों का पदस्थापन किया गया है। जबकि रद्द की गई सूची में शामिल शेष 14 शिक्षक पदस्थापन का इंतजार कर रहे है।
साथ ही संबंधित बीईओ को नवपदस्थापित स्कूल में नवप्रोन्नत हेडमास्टरों को योगदान के लिए शीघ्र विरमित कर देने को कहा गया है। बताते चले कि जिला प्रोन्नति समिति द्वारा गत 22 अक्टूबर को वरीयता के अनुसार 324 शिक्षकों को हेडमास्टर के पद पर प्रमोशन दिया गया था। इनमें पांच अलग-अलग आदेश पत्र द्वारा प्रमोशन पाए शिक्षकों का पदस्थापन की कार्रवाई की गई थी। इस दौरान पूर्व डीईओ महेश्वर साफी द्वारा एकल हस्ताक्षर से 42 हेडमास्टरों का किए गये पदस्थापन के विरुद्ध आरडीडीई के यहां अलग-अलग अपील दाखिल की गई। प्रोन्नति समिति द्वारा मामले की समीक्षा के बाद एकल हस्ताक्षर से जारी पदस्थापन आदेश को असंवैधानिक बताते हुए इसे रद्द कर दिया गया। इसके बाद आवश्यक औपचारिकता के बाद फिर से 28 शिक्षकों का पदस्थापन किया गया है। जबकि रद्द की गई सूची में शामिल शेष 14 शिक्षक पदस्थापन का इंतजार कर रहे है।