पटना : मैट्रिक और इंटर की कंपार्टमेंटल परीक्षा के मूल्यांकन के लिए
विषय वार शिक्षकों की कमी है. मूल्यांकन में 2700 शिक्षक लगाये गये हैं,
लेकिन इसमें सोशल स्टडी के शिक्षकों संख्या काफी है. वहीं, फिजिक्स और मैथ
के शिक्षक कम हैं. इस कारण मूल्यांकन में काफी दिक्कतें आ रही हैं. जिन
विषयों के शिक्षक कम हैं, उनकी उत्तरपुस्तिका की जांच प्रक्रिया धीमी है.
बिहार बोर्ड की मानें तो मैट्रिक में साइंस और मैथ में दिक्कत है, वहीं
इंटर में फिजिक्स और मैथ की उत्तरपुस्तिका में शिक्षकों की कमी है. इसको
देखते हुए जिला शिक्षा कार्यालय की आेर से स्कूलों से ऐसे शिक्षकों को
खोजा जा रहा है, जिन्हें तीन साल पढ़ाने का अनुभव है.
विषय वार शिक्षकों की कमी की जायेगी पूरी : पटना जिला शिक्षा
कार्यालय की मानें तो विषय वार शिक्षकों की कमी पूरी की जा रही है. जिन
विषयों में शिक्षकों की कमी है, उन विषयों में तीन साल के अनुभव प्राप्त
शिक्षकों को खोजा जा रहा है., ताकि मूल्यांकन कार्य जल्द से जल्द पूरा किया
जा सके. समिति कार्यालय की मानें तो अभी मूल्यांकन में एक सप्ताह और लगने
की उम्मीद है. चुकी मूल्यांकन में शिक्षकों की उपस्थिति कम है, इस कारण
मूल्यांकन में तेजी नहीं हो पा रही है.
कुछ विषयों का मूल्यांकन तो एक दो दिनों में समाप्त हो जायेगा. लेकिन
जिन विषयों के शिक्षक नहीं हैं, उन विषयों के मूल्यांकन में देरी हो रही
है. समिति की ओर से तमाम मूल्यांकन केंद्रों के लिए नोडल अधिकारी बनाया है.
ये अधिकारी तमाम केंद्रों पर रह कर शिक्षकों की कमी को पूरी करेंगे.
संबंधित जिलों के डीइओ के साथ मिल कर स्कूलों से लोकल स्तर पर शिक्षकों को
मूल्यांकन कार्य में लगायेंगे.