पूर्णिया। जिले का शिक्षा विभाग सरकारी निर्देशों को ठेंगा दिखा रहा है।
सरकार के आदेश के बावजूद जिले में शिक्षकों के प्रतिनियोजन का जमकर खेल चल
रहा है।
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को प्रतिनियोजित शिखकों का प्रतिनियोजन रद कर अपने मूल विद्यालय में भेजने का निर्देश दिया है लेकिन यहां लगभग हर जिले में शिक्षाधिकारी अपने चहेते शिक्षकों को प्रतिनियोजन पर रख कर सरकारी आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। हालांकि जिला शिक्षा पदाधिकारी मंसूर आलम ने बताया है कि सभी प्रखंडों से प्रतिनियोजित शिक्षकों की सूची मांगी गयी है, विसंगति पाये जाने पर उक्त प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रधान सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजकर स्पष्ट निर्देश दिया है कि जिले में नियुक्त शिक्षकों को किसी अन्य कार्य में न लगावें तथा किसी भी शिक्षक को प्रतिनियोजन पर न रखें। जिले के शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय में भेजने का निर्देश दिया गया है। इससे पूर्व भी प्रधान सचिव ने शिक्षा पदाधिकारियों को एकल विद्यालय छोड़कर सभी प्रतिनियोजित शिक्षकों को मूल विद्यालय में भेजने का निर्देश दिया था ¨कतु यहां लगभग दो साल से हर प्रखंड में दर्जनों शिक्षक प्रतिनियोजन पर काम कर रहे हैं और विभाग मूकदर्शक बना है। जानकार बताते हैं कि प्रतिनियोजन में बड़े पैमाने पर लेन-देन का खेल यहां चल रहा है।
प्रतिनियोजन के खेल का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिले में एक भी प्रखंड ऐसा नहीं है जहां शिक्षक प्रतिनियोजन पर काम नहीं कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार डगरुआ प्रखंड में 28 शिक्षक फिलहाल प्रतिनियोजन पर हैं। उनमें अधिकांश एक से डेढ़ साल से प्रतिनियोजन पर हैं। आश्चर्यजनक तो यह है कि दो शिक्षकीय विद्यालय के शिक्षक को भी प्रतिनियोजित कर दिया गया। प्रावि गैरकी के दो शिक्षकों में से एक को प्रतिनियोजित कर दिया गया। हालांकि हो-हंगामे के बाद वहां बाद में दूसरे शिक्षक को प्रतिनियोजित कर दिया गया। नियमों को ताक पर रखकर शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया जा रहा है। बायसी में 53 शिक्षक प्रतिनियोजन पर हैं। बीकोठी में भी जमकर शिक्षकों के प्रतिनियोजन का खेल किया गया है। केनगर में भी अनियमितता के कई मामले सामने आए हैं। जिले में शिक्षकों के प्रतिनियोजन का यह खेल प्रधान सचिव के आदेश के बावजूद चल रहा है। हालांकि डीइओ ने कहा है कि कार्रवाई की जाएगी लेकिन सवाल यह भी है कि इतने दिनों से नियमों की अनदेखी कैसे की जा रही थी।
कोट के लिए--
प्रधान सचिव ने निर्देश जारी किया है कि किसी भी शिक्षक को प्रतिनियोजित नहीं किया जाए। सभी अपने-अपने मूल विद्यालय में पदस्थापित रहेंगे। प्रधान सचिव के निर्देश के आलोक में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से प्रतिनियोजित शिक्षकों की सूची मांगी गयी है। जिस प्रखंड में शिक्षकों के प्रतिनियोजन में नियमों का उल्लंघन पाया जाएगा वहां के बीइओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएंगी।
मंसूल आलम, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्णिया।
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शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को प्रतिनियोजित शिखकों का प्रतिनियोजन रद कर अपने मूल विद्यालय में भेजने का निर्देश दिया है लेकिन यहां लगभग हर जिले में शिक्षाधिकारी अपने चहेते शिक्षकों को प्रतिनियोजन पर रख कर सरकारी आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। हालांकि जिला शिक्षा पदाधिकारी मंसूर आलम ने बताया है कि सभी प्रखंडों से प्रतिनियोजित शिक्षकों की सूची मांगी गयी है, विसंगति पाये जाने पर उक्त प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रधान सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजकर स्पष्ट निर्देश दिया है कि जिले में नियुक्त शिक्षकों को किसी अन्य कार्य में न लगावें तथा किसी भी शिक्षक को प्रतिनियोजन पर न रखें। जिले के शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय में भेजने का निर्देश दिया गया है। इससे पूर्व भी प्रधान सचिव ने शिक्षा पदाधिकारियों को एकल विद्यालय छोड़कर सभी प्रतिनियोजित शिक्षकों को मूल विद्यालय में भेजने का निर्देश दिया था ¨कतु यहां लगभग दो साल से हर प्रखंड में दर्जनों शिक्षक प्रतिनियोजन पर काम कर रहे हैं और विभाग मूकदर्शक बना है। जानकार बताते हैं कि प्रतिनियोजन में बड़े पैमाने पर लेन-देन का खेल यहां चल रहा है।
प्रतिनियोजन के खेल का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिले में एक भी प्रखंड ऐसा नहीं है जहां शिक्षक प्रतिनियोजन पर काम नहीं कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार डगरुआ प्रखंड में 28 शिक्षक फिलहाल प्रतिनियोजन पर हैं। उनमें अधिकांश एक से डेढ़ साल से प्रतिनियोजन पर हैं। आश्चर्यजनक तो यह है कि दो शिक्षकीय विद्यालय के शिक्षक को भी प्रतिनियोजित कर दिया गया। प्रावि गैरकी के दो शिक्षकों में से एक को प्रतिनियोजित कर दिया गया। हालांकि हो-हंगामे के बाद वहां बाद में दूसरे शिक्षक को प्रतिनियोजित कर दिया गया। नियमों को ताक पर रखकर शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया जा रहा है। बायसी में 53 शिक्षक प्रतिनियोजन पर हैं। बीकोठी में भी जमकर शिक्षकों के प्रतिनियोजन का खेल किया गया है। केनगर में भी अनियमितता के कई मामले सामने आए हैं। जिले में शिक्षकों के प्रतिनियोजन का यह खेल प्रधान सचिव के आदेश के बावजूद चल रहा है। हालांकि डीइओ ने कहा है कि कार्रवाई की जाएगी लेकिन सवाल यह भी है कि इतने दिनों से नियमों की अनदेखी कैसे की जा रही थी।
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मंसूल आलम, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्णिया।
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