पटना। कार्यालय संवाददाता राज्यभर में शिक्षकों के नियोजन पर ब्रेक लग गया है। नियोजन इकाइयों में ताला लग गया है। शिक्षा विभाग ने सबसे पहले नियोजन के लिए 16 सितम्बर तक मेधा सूची प्रकाशित करने का आदेश दिया था। इसके बाद तिथि को विस्तारित कर दिया गया।
शिक्षक नियोजन में महिला शिक्षकों को 35 प्रतिशत आरक्षण और स्वतंत्रता सेनानी सहित अन्य को लेकर आवेदन फॉर्म लेने की तिथि को बढ़ाकर 23 सितम्बर कर दिया गया। इसके बाद सरकार ने राज्य की सभी नियोजन इकाइयों को 5 अक्टूबर तक मेधा सूची प्रकाशित करने का आदेश दिया। मेधा सूची प्रकाशित करने में दो दिन बचे हैं पर किसी इकाई में कोई काम नहीं हो रहा है। पटना जिले में नियोजन का कार्य देखने वाले कार्यालय सहायक का तबादला नालंदा कर दिया गया है, जिससे नियोजन कार्य बंद है। इसके अलावा नियोजन कार्य में लगे शिक्षकों से भी काम नहीं लिया जा रहा है। जिले में 15 से 20 शिक्षक जो कंप्यूटर पर डाटा इंट्री या अन्य काम करते थे, सभी प्रतिनियुक्ति की प्रत्याशा में थे। इन सभी शिक्षकों को अपनी-अपनी जगह पर भेज दिया गया। इसके बाद से पूरी प्रक्रिया पर ही ब्रेक लग गया है। पटना जिले में प्राइमरी, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक को मिलाकर 22 सौ शिक्षकों का नियोजन होना था। इधर, डीईओ एम दास ने बताया कि गैर शैक्षणिक कार्य में शिक्षकों को नहीं लगाने का पत्र आया था। इसके बाद शिक्षकों इन कार्यों से हटा दिया गया। फिलहाल प्रक्रिया रुकी हुई है।
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शिक्षक नियोजन में महिला शिक्षकों को 35 प्रतिशत आरक्षण और स्वतंत्रता सेनानी सहित अन्य को लेकर आवेदन फॉर्म लेने की तिथि को बढ़ाकर 23 सितम्बर कर दिया गया। इसके बाद सरकार ने राज्य की सभी नियोजन इकाइयों को 5 अक्टूबर तक मेधा सूची प्रकाशित करने का आदेश दिया। मेधा सूची प्रकाशित करने में दो दिन बचे हैं पर किसी इकाई में कोई काम नहीं हो रहा है। पटना जिले में नियोजन का कार्य देखने वाले कार्यालय सहायक का तबादला नालंदा कर दिया गया है, जिससे नियोजन कार्य बंद है। इसके अलावा नियोजन कार्य में लगे शिक्षकों से भी काम नहीं लिया जा रहा है। जिले में 15 से 20 शिक्षक जो कंप्यूटर पर डाटा इंट्री या अन्य काम करते थे, सभी प्रतिनियुक्ति की प्रत्याशा में थे। इन सभी शिक्षकों को अपनी-अपनी जगह पर भेज दिया गया। इसके बाद से पूरी प्रक्रिया पर ही ब्रेक लग गया है। पटना जिले में प्राइमरी, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक को मिलाकर 22 सौ शिक्षकों का नियोजन होना था। इधर, डीईओ एम दास ने बताया कि गैर शैक्षणिक कार्य में शिक्षकों को नहीं लगाने का पत्र आया था। इसके बाद शिक्षकों इन कार्यों से हटा दिया गया। फिलहाल प्रक्रिया रुकी हुई है।