जमुई। जिले के सोनो प्रखंड अंतर्गत उमवि. दहियारी के शिक्षक मो. राशिद के
परिवार को खाने के लाले पड़े हैं। शिक्षक रहे मो शमसुद्दीन की मौत के बाद
उनके पुत्र मो राशिद की नियुक्ति अनुकम्पा पर उमवि. दहियारी मोदी टोला में
हुई।
7 जुलाई 2015 से मो. राशिद उक्त विद्यालय में शिक्षक पद पर कार्यरत है परंतु 14 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी मो राशिद को एक महीने का भी वेतन नहीं मिला है जिस कारण उसकी आर्थिक स्थिति बदतर हो गई। वेतन भुगतान को लेकर राशिद डीपीओ स्थापना, बीआरसी सोनो का चक्कर लगाते लगाते थक गया है। जबकि मो. राशिद द्वारा मैट्रिक, इंटर, नियोजन पत्र सहित अन्य दस्तावेजों को महीनों पहले उपलब्ध करा दिया गया है, फिर भी वेतन भुगतान का मामला जस के तस खड़ा है। मो. राशिद बताते हैं कि अब वह थक चुके हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कई बार अपने वेतन भुगतान के लिए पदाधिकारियों से संपर्क किया परंतु बात नहीं बनी। जिला स्थापना कार्यालय द्वारा कहा जाता है कि प्रखंड से मास्टर डाटा नहीं आने के कारण वेतन भुगतान नहीं हो पाया है। वहीं प्रखंड कार्यालय का कहना है कि जिला स्थापना कार्यालय मुझसे कागजातों की माग नहीं कर रही है। ऐसे में एक शिक्षक का परिवार भूखे रहने की स्थिति में आ गया है। फिलहाल शिक्षा विभाग की यह व्यवस्था इस बात को दर्शाती है कि उसे अपने शिक्षकों की कितनी फिक्र है। इधर सोनो के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रमाशकर साह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैट्रिक और इंटर के प्रमाण पत्रों की जाच नहीं होने के कारण मो. राशिद का वेतन भुगतान नहीं हो पाया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि शीघ्र ही प्रमाण पत्रों की जाच करा कर वेतन भुगतान करा दिया जाएगा।
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