बेतिया। जिले के शिक्षक भूखे हैं और शिक्षा विभाग बेपरवाह व सुस्त बना हुआ
है। ऐसा अमानवीय रवैया आखिर कब तक चलेगा। कब तक हमारे घरों के चूल्हे बूझे
रहेंगे। आठ माह से हमें वेतन नहीं मिला है फिर भी हम काम कर रहे हैं। अब
समय आ गया है कि हम सभी शिक्षक एक मंच पर आकर अपने हक की लड़ाई लड़े। हमें
अपने अधिकारों के लिए गोलबंद होना ही पड़ेगा।
यह उद्गार है जिला माध्यमिक अल्पसंख्यक शिक्षक संघ से जुड़े उन सैकड़ों शिक्षकों का जिनको विगत आठ माह से वेतन नहीं मिला है। इस समस्या पर विचार करने के लिए बुधवार को संत तेरेसा बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षक शिक्षिकाओं की एक बैठक आहूत की गयी थी। इसमें चार विद्यालयों के सैकड़ों शिक्षक व विद्यालय प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस बैठक में शामिल संत तेरेसा की प्राचार्या सिस्टर प्रफुल्ला ने बताया कि शिक्षकों के वेतन से जुड़ी फाइलें जिला शिक्षा पदाधिकारी से आगे बढ़ ही नहीं पाती जिससे हमारे शिक्षकों को वेतन नहीं मिलता। आठ माह का समय बीत गया और शिक्षक एक एक पैसे के लिए मोहताज हो रहे हैं। ट्रेजरी ऑफिसर व डीईओ के बीच संवादहीनता के कारण शिक्षकों को विगत आठ माह से वेतन नहीं मिला है। केआर सीनियर सेकेंड्री स्कूल के प्राचार्य फादर क्रिस्टोफर केरकेट्टा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों के घरों के चूल्हे नहीं जल रहे है इससे अधिक विडंबना और क्या हो सकती है। उन्होंने शिक्षकों के आठ माह से लंबित वेतन भुगतान के लिए जिला पदाधिकारी से मिलकर बात करने की अपील की। इधर केआर के शिक्षक रवि रंजन यादव ने कहा कि बिना वेतन हम लोगों को समय किस प्रकार कट रहा है इसकी चिंता जिला शिक्षा पदाधिकारी व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं है। हमें गोलबंद होकर अपनी मांगों को प्रशासन के सामने रखना होगा। इधर लौरिया के साहू जैन स्कूल के प्रतिनिधि सत्येंद्र ने कहा कि जरुरत है कि हम सभी एक दूसरे से लगातार संवाद बनाकर अपने संघर्ष को मंजिल तक पहुंचाये। अब संवादहीनता तोड़नी होगी। शिक्षक रंजीत केरोबिन ने शिक्षकों के संघर्ष से जुड़ी सभी कागजातों को दिखाते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने संघर्ष को और तेज करें ताकि हमें मंजिल मिल सके। सिस्टर मुक्ता व सिस्टर सुषमा ने बैठक में उपस्थित शिक्षक शिक्षिकओं के सामने अपना पक्ष रखते हुए जिले से लेकर राजधानी स्तर पर अधिकारियों के सुस्त रवैये पर फोकस करते हुए अपने संघर्ष को तेज करने की अपील की। बैठक में उपस्थित सभी शिक्षकों ने अपनी मांगों से जुड़ी एक ज्ञापन को तैयार कर शुक्रवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला प्रशासन को सौंपने की बात कही। बैठक में विस्तार से पीएफ,एरियर, पेश बजट में कटौती,प्रोमोशन,प्रवरण वेतन आदि समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में प्रियरंजन कुमार, अशौक जैन,सिस्टर अनीता सिस्टर रेखा,पूनम फ्रांसिस,¨रकी कुमारी शाह,रोबिन जोसेफ,जसिंता जौन,अजय कुमार,रेमंड जेम्स,राजीव श्रीवास्तव,राधाकांत दूबे,अवधेश प्रसाद सिंह,शहनाज परवीन,नोरेन रफायल,मेरी वायलेट,बी सुषमा,अगस्टीन एंथनी,अनिता एंड्रू सहित अन्य उपस्थित थे।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
यह उद्गार है जिला माध्यमिक अल्पसंख्यक शिक्षक संघ से जुड़े उन सैकड़ों शिक्षकों का जिनको विगत आठ माह से वेतन नहीं मिला है। इस समस्या पर विचार करने के लिए बुधवार को संत तेरेसा बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षक शिक्षिकाओं की एक बैठक आहूत की गयी थी। इसमें चार विद्यालयों के सैकड़ों शिक्षक व विद्यालय प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस बैठक में शामिल संत तेरेसा की प्राचार्या सिस्टर प्रफुल्ला ने बताया कि शिक्षकों के वेतन से जुड़ी फाइलें जिला शिक्षा पदाधिकारी से आगे बढ़ ही नहीं पाती जिससे हमारे शिक्षकों को वेतन नहीं मिलता। आठ माह का समय बीत गया और शिक्षक एक एक पैसे के लिए मोहताज हो रहे हैं। ट्रेजरी ऑफिसर व डीईओ के बीच संवादहीनता के कारण शिक्षकों को विगत आठ माह से वेतन नहीं मिला है। केआर सीनियर सेकेंड्री स्कूल के प्राचार्य फादर क्रिस्टोफर केरकेट्टा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों के घरों के चूल्हे नहीं जल रहे है इससे अधिक विडंबना और क्या हो सकती है। उन्होंने शिक्षकों के आठ माह से लंबित वेतन भुगतान के लिए जिला पदाधिकारी से मिलकर बात करने की अपील की। इधर केआर के शिक्षक रवि रंजन यादव ने कहा कि बिना वेतन हम लोगों को समय किस प्रकार कट रहा है इसकी चिंता जिला शिक्षा पदाधिकारी व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं है। हमें गोलबंद होकर अपनी मांगों को प्रशासन के सामने रखना होगा। इधर लौरिया के साहू जैन स्कूल के प्रतिनिधि सत्येंद्र ने कहा कि जरुरत है कि हम सभी एक दूसरे से लगातार संवाद बनाकर अपने संघर्ष को मंजिल तक पहुंचाये। अब संवादहीनता तोड़नी होगी। शिक्षक रंजीत केरोबिन ने शिक्षकों के संघर्ष से जुड़ी सभी कागजातों को दिखाते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने संघर्ष को और तेज करें ताकि हमें मंजिल मिल सके। सिस्टर मुक्ता व सिस्टर सुषमा ने बैठक में उपस्थित शिक्षक शिक्षिकओं के सामने अपना पक्ष रखते हुए जिले से लेकर राजधानी स्तर पर अधिकारियों के सुस्त रवैये पर फोकस करते हुए अपने संघर्ष को तेज करने की अपील की। बैठक में उपस्थित सभी शिक्षकों ने अपनी मांगों से जुड़ी एक ज्ञापन को तैयार कर शुक्रवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला प्रशासन को सौंपने की बात कही। बैठक में विस्तार से पीएफ,एरियर, पेश बजट में कटौती,प्रोमोशन,प्रवरण वेतन आदि समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में प्रियरंजन कुमार, अशौक जैन,सिस्टर अनीता सिस्टर रेखा,पूनम फ्रांसिस,¨रकी कुमारी शाह,रोबिन जोसेफ,जसिंता जौन,अजय कुमार,रेमंड जेम्स,राजीव श्रीवास्तव,राधाकांत दूबे,अवधेश प्रसाद सिंह,शहनाज परवीन,नोरेन रफायल,मेरी वायलेट,बी सुषमा,अगस्टीन एंथनी,अनिता एंड्रू सहित अन्य उपस्थित थे।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC