कैमूर। सरकार शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों को अपग्रेड कर उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए सकारात्मक पहल की है। परंतु अपग्रेड किये गये विद्यालयों में शिक्षकों की कमी होने के कारण इन विद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो रही है। पढ़ाई प्रभावित होने से बच्चों के पठन-पाठन के साथ-साथ उनके भविष्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ने से अभिभावक चिंतित है।
अपग्रेड किये गये विद्यालयों में शिक्षकों की कमी होने को ले अभिभावकों को यह कहते सुना जा रहा है कि जिले में शिक्षा व्यवस्था राम भरोसे चल रही है। सरकार का शिक्षा में गुणात्मक सुधार में कैसे साकार होगा। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 214 शिक्षकों के सहारे इंटरमीडिएट के स्कूलों में पठन-पाठन कराया जा रहा है। गौरतलब हो कि जिले में अपग्रेड किये गये विद्यालयों में इंटर की पढ़ाई करने के लिए शिक्षकों की बहाली विभाग द्वारा नहीं की गई है। इससे इन विद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं की कैसे पढ़ाई पूरी होगी इसका जबाब शिक्षा विभाग के पास नहीं है। जानकारी के अनुसार विगत वर्षो में जिले के विभिन्न प्रखंड क्षेत्रों में स्थित मध्य विद्यालयों को उच्च विद्यालय में अपग्रेड किया गया। परंतु शिक्षक नियोजन के दौरान भी इन विद्यालयों के लिए शिक्षकों की बहाली नहीं होने के कारण अपग्रेड विद्यालयों में कहीं-कहीं मध्य विद्यालय के ही शिक्षकों के द्वारा पठन-पाठन करा कर औपचारिकता का निर्वाह किया जा रहा है। इससे पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य खराब होने के कगार पर है। अभिभावकों की माने तो नामांकित बच्चों को संबंधित विषय के शिक्षक के द्वारा पढ़ाई नहीं कराये जाने से बच्चों को पठन-पाठन करने में काफी परेशानी हो रही है। बच्चे पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए प्राइवेट कोचिंग का सहारा ले रहे हैं। स्कूलों में शिक्षकों के नहीं होने के कारण इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राएं इस असमंजस में हैं कि कैसे कोर्स पूरा होगा। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में प्लस टू स्तर के 214 शिक्षक वर्तमान समय में कार्यरत है। जिनमें से जिला परिषद विद्यालय के लिए 189, नगर परिषद भभुआ में 17 व नगर पंचायत मोहनियां में सिर्फ 8 शिक्षक नियुक्त हैं। जिनके सहारे इंटर के पठन-पाठन का कार्य कराया जा रहा है।
क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी -
इस संबंध में पूछे जाने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी राम राज प्रसाद ने बताया कि अपग्रेड हुए विद्यालयों में शिक्षक नियोजन प्रक्रिया शुरू होने पर पूर्ण कर लिया जायेगा। शिक्षकों की कमी के बारे में राज्य मुख्यालय को भी पत्र लिख कर अवगत कराया जा चुका है।
इंसेट
शिक्षकों के अभाव मेंइन स्कूलों में पढ़ाई है बाधित -
हाई स्कूल भेकास
हाई स्कूल जैतपुर कला
हाई स्कूल कसेर
हाई स्कूल सिंघी
हाई स्कूल बड़वान कला
हाई स्कूल कान्हानार
हाई स्कूल दहार
हाई स्कूल न्यू कोल्हुआं
हाई स्कूल चफना
हाई स्कूल बहेरा
हाई स्कूल अमांव
हाई स्कूल बढ़ौना
हाई स्कूल डुमरकोन
हाई स्कूल गोरार
हाई स्कूल अमेठ
हाई स्कूल भरखर
हाई स्कूल दादर
हाई स्कूल कैथी
हाई स्कूल नोनार
हाई स्कूल कोटा
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