30 हजार से ज्यादा पर कसा शिकंजा
पटना : राज्य के प्रारंभिक स्कूलों के 30 हजार से ज्यादा नियोजित शिक्षकों की दक्षता की जांच की जायेगी. इसके लिए सरकार ने 19 जुलाई का समय निर्धारित किया है. इस बार की दक्षता परीक्षा में 2,885 शिक्षक वैसे भी हैं जो पहले दो बार की दक्षता परीक्षा में फेल हो गये थे.
उनके लिए यह आखिरी मौका होगा. अगर इस दक्षता परीक्षा में भी वे पास नहीं कर पाते हैं तो उनकी नौकरी चली जायेगी और उनकी सेवा समाप्त कर दी जायेगी.
दक्षता परीक्षा का आयोजन फिलहाल पटना में ही होना है, लेकिन राज्य सरकार प्रमंडलवार परीक्षा केंद्र रखने की तैयारी कर रही है. शिक्षा विभाग का मानना था कि 20 हजार से ज्यादा शिक्षक अगर दक्षता परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं तो परीक्षा केंद्र को राज्यस्तर से बदल कर प्रमंडल स्तर पर कर दिया जायेगा. ऐसे में दक्षता परीक्षा के लिए 30 हजार से ज्यादा शिक्षकों के आवेदन आये हैं. 21 जिलों के आंकड़ों पर गौर पर करे तो करीब 17 हजार शिक्षक दक्षता परीक्षा में बैठेंगे. वही, अन्य 17 जिलों से आये आवेदनों की स्क्रूटनी की जा रही है और सभी को कलेक्ट कर शिक्षा विभाग को दिया जायेगा. दक्षता परीक्षा में वहीं नियोजित शिक्षक शामिल होंगे, जो टीइटी पास नहीं हैं. टीइटी पास नियोजित शिक्षकों को दक्षता परीक्षा में शामिल होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीचर इलिजिब्लिटी टेस्ट) में पास हैं. सरकार शिक्षकों की दक्षता परीक्षा लेने वाली है.
सरकार ने परीक्षा केंद्र पटना में बनाया है. इससे सुदूर क्षेत्रों से और महिला शिक्षिकाओं को आने में परेशानी होगी. सरकार सभी प्रमंडल मुख्यालय में परीक्षा केंद्र बनाये. इसको लेकर संघ विभाग के प्रधान सचिव से भी मिला था, जिस पर उन्होंने 20 हजार से कम शिक्षकों के होने पर राज्य मुख्यालय स्तर पर और 20 हजार से ज्यादा शिक्षकों के होने पर प्रमंडल मुख्यालय में परीक्षा केंद्र बनाने का आश्वासन दिया है.
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पटना : राज्य के प्रारंभिक स्कूलों के 30 हजार से ज्यादा नियोजित शिक्षकों की दक्षता की जांच की जायेगी. इसके लिए सरकार ने 19 जुलाई का समय निर्धारित किया है. इस बार की दक्षता परीक्षा में 2,885 शिक्षक वैसे भी हैं जो पहले दो बार की दक्षता परीक्षा में फेल हो गये थे.
उनके लिए यह आखिरी मौका होगा. अगर इस दक्षता परीक्षा में भी वे पास नहीं कर पाते हैं तो उनकी नौकरी चली जायेगी और उनकी सेवा समाप्त कर दी जायेगी.
दक्षता परीक्षा का आयोजन फिलहाल पटना में ही होना है, लेकिन राज्य सरकार प्रमंडलवार परीक्षा केंद्र रखने की तैयारी कर रही है. शिक्षा विभाग का मानना था कि 20 हजार से ज्यादा शिक्षक अगर दक्षता परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं तो परीक्षा केंद्र को राज्यस्तर से बदल कर प्रमंडल स्तर पर कर दिया जायेगा. ऐसे में दक्षता परीक्षा के लिए 30 हजार से ज्यादा शिक्षकों के आवेदन आये हैं. 21 जिलों के आंकड़ों पर गौर पर करे तो करीब 17 हजार शिक्षक दक्षता परीक्षा में बैठेंगे. वही, अन्य 17 जिलों से आये आवेदनों की स्क्रूटनी की जा रही है और सभी को कलेक्ट कर शिक्षा विभाग को दिया जायेगा. दक्षता परीक्षा में वहीं नियोजित शिक्षक शामिल होंगे, जो टीइटी पास नहीं हैं. टीइटी पास नियोजित शिक्षकों को दक्षता परीक्षा में शामिल होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीचर इलिजिब्लिटी टेस्ट) में पास हैं. सरकार शिक्षकों की दक्षता परीक्षा लेने वाली है.
सरकार ने परीक्षा केंद्र पटना में बनाया है. इससे सुदूर क्षेत्रों से और महिला शिक्षिकाओं को आने में परेशानी होगी. सरकार सभी प्रमंडल मुख्यालय में परीक्षा केंद्र बनाये. इसको लेकर संघ विभाग के प्रधान सचिव से भी मिला था, जिस पर उन्होंने 20 हजार से कम शिक्षकों के होने पर राज्य मुख्यालय स्तर पर और 20 हजार से ज्यादा शिक्षकों के होने पर प्रमंडल मुख्यालय में परीक्षा केंद्र बनाने का आश्वासन दिया है.
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