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इंटर रिजल्ट धांधली में दोषियों पर दर्ज होगा आपराधिक केस

दो कमेटियां करेंगी धांधली की जांच
सीएम ने कहा : दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जायेगा
पटना : इंटर साइंस के दो टॉपरों का रिजल्ट रद्द करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सख्त हो गये हैं. उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जायेगा, उन पर आपराधिक मामला दर्ज होगा. सीएम ने कहा कि  मामले पर कुछ कार्रवाई भी हुई है व  शिक्षा विभाग पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है. 
 
वे भी अपने स्तर से इसे देखेंगे. जांच के बाद जो विभागीय कार्रवाई होनी है वह तो होगी ही, इसके साथ ही यह क्रिमिनल मामला भी बनेगा.  कोई ऐसी धांधली करे और छूट जाये, एेसा नहीं होगा. शिक्षा विभाग, बिहार बोर्ड हो या फिर बाहर के लोग उन पर जिम्मेवारी तय की जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की एकाध घटना होती है तो ठीक है. 
 
इससे आगे कभी ऐसी घटना की गुंजाइश नहीं होती है. जिस प्रकार पिछले साल मैट्रिक की परीक्षा में कदाचार की तसवीर सामने आयी थी, उसके बाद इस साल परीक्षा में पूरी सख्ती बरती गयी. ऐसे ही इंटरमीडिएट में धांधली का जो मामला आया है उसमें भी होगा. अगले साल से हर स्तर पर जहां से गड़बड़ी हो सकती है, उस पर कड़ी नजर होगी और किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने दिया जायेगा. 
 
सीएम  ने कहा कि समाज में सब तरह के लोग रहते हैं. एक बार पहले भी इस तरह की बात सामने आयी थी, जिसके बाद से टॉप टेन आने वाले छात्रों की जांच कराने का नियम भी बनाया गया. उस समय कार्रवाई भी हुई थी. अब जब फिर से ऐसा मामला सामने आया है तो उसी पूरी जांच करायी जायेगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
 
पटना : टर की परीक्षा व रिजल्ट में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए रविवार को दो कमेटियों का गठन किया गया. एक ओर शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने तीन  सदस्यीय कमेटी का गठन किया  वहीं बिहार बोर्ड  ने भी पटना हाइकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश घनश्याम प्रसाद की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने का एलान किया. सरकार ने बिहार राज्य आधारभूत संरचना निगम के एमडी  संजीवन सिन्हा की अध्यक्षता में कमेटी बनायी है.  
 
कमेटी में माध्यमिक  शिक्षा निदेशक राजीव प्रसाद सिंह रंजन और जन शिक्षा निदेशक विनोदानंद झा भी  शामिल हैं. यह कमेटी 20 जून तक अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी. इसी रिपोर्ट के आधार पर दोषी अधिकारियों, कर्मचारियों लेकर कॉलेज प्रशासन पर कार्रवाई की जायेगी. शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी  ने कहा कि जांच कमेटी सभी पहलुओं की  जांच करेगी. कैसे परीक्षा ली गयी, कहां रखा गया, मूल्यांकन कहां हुआ और किन-किन जगहों पर गड़बड़ी की आशंका थी और किसने गड़बड़ी की उनकी पहचान की  जायेगी. 
 
उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी. वहीं रविवार को बिहार बोर्ड की ओर से बनायी गयी तीन सदस्यीय जांच कमेटी में शामिल नामों की घोषणा कर दी गयी . बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने पटना हाइ कोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश घनश्याम प्रसाद की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है. 
 
इसमें अन्य दो सदस्य के रूप में पटना जिला एवं सत्र न्यायाधीश जीपी श्रीवास्तव और सेवानिवृत्त आइपीएस मिथु प्रसाद को शामिल किया गया है. इसके अलावा एक सलाहकार के रूप में शिक्षाविद् को रखा जायेगा. सलाहकार को रखने की जिम्मेवारी घनश्याम प्रसाद को दी गयी है. 
 
समिति की ओर से जांच कमेटी को जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. जांच कमेटी ने 15 दिन में रिपोर्ट दे देने का आश्वासन समिति को दिया है. कमेटी समिति द्वारा ली जाने वाली परीक्षा के पूरे प्रकरण की जांच करेगी. जांच कमेटी की विशेष नजर वीआर कॉलेज, कीरतपुर, वैशाली अौर इस कॉलेज के टाॅपर्स पर रहेगी
 
इन बिंदुओं पर जांच 
 
किस तरह वीआर कॉलेज ने परीक्षा में धांधली की 
किस तरह से परीक्षा केंद्र और मूल्यांकन केंद्र पर उत्तर पुस्तिका को बदलने के लिए केंद्र को प्रभावित किया 
उत्तर पुस्तिका के बदलने के लिए किस तरह से चूक हुई 
कैसे कॉलेज का रिजल्ट हर बार बेहतर होता रहा है 
टॉपर के रिजल्ट को कैसे बनाया गया, इसकी होगी जांच 
मूल्यांकन केंद्र के पदाधिकारी भी होंगे जांच के घेरे में 
टॉपर चुने जाने के हर पहलू पर होगी जांच 
 
जांच कमेटी को हर पहलू की जांच करने को कहा गया है. इसमें परीक्षा केंद्र, मूल्यांकन केंद्र, शिक्षक, बोर्ड कर्मचारी की भी जांच कमेटी करेगी.  
 
प्रो लालकेश्वर प्रसाद सिंह, अध्यक्ष, िबहार बोर्ड
इंटर परीक्षा : अंगरेजी में 87 अंक, नॉलेज टेस्ट में जीरो
 
रिंकू झा
 
पटना : इंगलिश में 87 अंक, मैथ व केमेस्ट्री में 85, लेकिन जब नॉलेज टेस्ट हुआ, तो एक भी प्रश्न का जवाब नहीं दे पाये. नॉलेज टेस्ट में अंगरेजी में तो इंटर साइंस टॉपर सौरभ व थर्ड टॉपर राहुल को जीरो अंक मिला. वहीं सौरभ श्रेष्ठ से जब एक्सपर्ट ने प्रश्न पूछा, तो वह एक भी प्रश्न का जवाब नहीं दे पाया. 
 
जो जवाब दिया भी, वह भी आधा अधूरा ही था.  सौरभ श्रेष्ठ को हर विषय में डिस्टिंक्शन मार्क्स दिये गये थे. कुछ ऐसे ही मार्क्स साइंस में तीसरे नंबर के टॉपर राहुल कुमार को मिले थे. इंटर परीक्षा के मात्र तीन माह बाद ही ये दोनों टॉपर जवाब देने के मामले में जीरो पर आ गये. 
 
समिति द्वारा नियुक्ति नॉलेज टेस्ट के एक्सपर्ट ने जब इन दाेनों टॉपरों से प्रश्न पूछा, तो हर प्रश्न में दोनों फंसते रहे. एक-दो का आधा-अधूरा छोड़ किसी का जवाब नहीं दे पाये. इंगलिश में निबंध लिखने को दिया गया. इसमें भी दोनों ने हाथ खड़े कर दिये. इसके अलावा फिजिक्स, केमिस्ट्री में भी जवाब नहीं दे पाये. 
 
खुली इंटर साइंस के टॉपरों की पोल
 
विषय इंटर के अंक  नॉलेज टेस्ट 
 
फिजिक्स 83/100 05/25 
केमेस्ट्री 85/100 02/25 
मैथेमेटिक्स 85/100 03/25 
इंगलिश 87/100 00/25 
एनआरबी 86/100 03/25 
कुल 426/500 15/125
विषय इंटर के अंक  नॉलेज टेस्ट 
फिजिक्स 81/100 02/25
केमेस्ट्री 89/100 03/25
मैथेमेटिक्स 81/100 02/25 
इंगलिश 87/100 00/25
एनआरबी 85/100 02/25
कुल 423/500 09/125

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