एसीपी का पूर्ण अर्थ हिंदी में होता है सुनिश्चित वृति उन्नयन,अर्थात एसीपी द्वारा प्रत्येक निश्चित समय के बाद हमारा वेतन अगले वेतनमान में शिफ्ट हो जाता है।
2015 तक यह निश्चित अवधि 12साल थी जिसे अब 10साल कर दिया गया है।एसीपी की सुविधा अगर हम नियोजित शिक्षकों को सरकार देती है तो बेसिक ग्रेड के प्रशिक्षीय नियोजित शिक्षकों का वेतनमान 10साल की सेवा अवधि के बाद 5200-20200 ग्रेड पे 2000परिवर्तित होकर 5200-20200 ग्रेड पे 2400 with one increment ,20साल बाद 2800 ग्रेड पे ,30साल बाद 9300-34800 gp4200हो जाएगा। इसी प्रकार स्नातक प्रशिक्षित एवं माध्यमिक प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतनमान 5200-20200ग्रेड पे 2400परिवर्तित होकर 10साल बाद 2800 ग्रेड पे 20साल बाद 9300-34800 gp 4200,30साल बाद 9300-34800 gp4600 हो जाएगा। इसी प्रकार उच्चतर माध्यमिक प्रशिक्षित शिक्षकों का 5200-20200 gp 2800परिवर्तित होकर 10साल बाद 9300-34800gp 4200,20साल बाद gp 4600 ,30साल बाद gp 4800 हो जाएगा।मगर अखबार में ही सही नियोजित शिक्षकों को एसीपी की सुविधा देने की खबर आने के बाद जिस तरह से हमारा शिक्षक समाज एवं संघ इसका मजाक उड़ा रहा है उससे प्रतीत होता है की उन्हें यह सुविधा भी जैसे तैसे काट छांट कर ही लेना ज्यादा पसंद है।अगर वेलोग गम्भीर होते तो सरकार एवं उनके पदाधिकारी से संवाद स्थापित कर इसके बारे में जानकारी लेने का प्रयास करते की यह सुविधा वास्तव में हमे मिलेगी या नहीं यदि मिलेगी तो किस प्रकार जैसे एसीपी के लिए
1)सरकार यदि केवल प्रशिक्षित शिक्षक के रूप में किये गए कार्य अवधि को जोडती है तो वेतनमान से पूर्व यानी1जुलाई 2015 से पूर्व प्रशिक्षित शिक्षक के रूप में किये गए कार्य अवधि को जोड़ेगी या नहीं
2)सरकार यदि वेतनमान से पूर्व की गयी सेवा अवधि को नही जोडती है तो भी 1जुलाई 2015 के बाद अप्रशिक्षित के रूप में की गयी कार्य अवधि को जोड़ेगी या नहीं।
......मतलब एसीपी देने का निर्णय सरकार पास कर भी देती है तो भी नियोजित शिक्षक समाज को बहुत सारे मुद्दों पर गहन चिंतन कर इन सवालों से जूझकर सरकार से लड़ना होगा।
conclusion-हम आम नियोजित शिक्षक संघ के नेतागण को सलाह दें की वे इस मुद्दे पर सेवाशर्त प्रकाशित होने से पूर्व ही सरकार से संवाद स्थापित करने की कोशिश करें।।
"धन्यवाद"
2015 तक यह निश्चित अवधि 12साल थी जिसे अब 10साल कर दिया गया है।एसीपी की सुविधा अगर हम नियोजित शिक्षकों को सरकार देती है तो बेसिक ग्रेड के प्रशिक्षीय नियोजित शिक्षकों का वेतनमान 10साल की सेवा अवधि के बाद 5200-20200 ग्रेड पे 2000परिवर्तित होकर 5200-20200 ग्रेड पे 2400 with one increment ,20साल बाद 2800 ग्रेड पे ,30साल बाद 9300-34800 gp4200हो जाएगा। इसी प्रकार स्नातक प्रशिक्षित एवं माध्यमिक प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतनमान 5200-20200ग्रेड पे 2400परिवर्तित होकर 10साल बाद 2800 ग्रेड पे 20साल बाद 9300-34800 gp 4200,30साल बाद 9300-34800 gp4600 हो जाएगा। इसी प्रकार उच्चतर माध्यमिक प्रशिक्षित शिक्षकों का 5200-20200 gp 2800परिवर्तित होकर 10साल बाद 9300-34800gp 4200,20साल बाद gp 4600 ,30साल बाद gp 4800 हो जाएगा।मगर अखबार में ही सही नियोजित शिक्षकों को एसीपी की सुविधा देने की खबर आने के बाद जिस तरह से हमारा शिक्षक समाज एवं संघ इसका मजाक उड़ा रहा है उससे प्रतीत होता है की उन्हें यह सुविधा भी जैसे तैसे काट छांट कर ही लेना ज्यादा पसंद है।अगर वेलोग गम्भीर होते तो सरकार एवं उनके पदाधिकारी से संवाद स्थापित कर इसके बारे में जानकारी लेने का प्रयास करते की यह सुविधा वास्तव में हमे मिलेगी या नहीं यदि मिलेगी तो किस प्रकार जैसे एसीपी के लिए
1)सरकार यदि केवल प्रशिक्षित शिक्षक के रूप में किये गए कार्य अवधि को जोडती है तो वेतनमान से पूर्व यानी1जुलाई 2015 से पूर्व प्रशिक्षित शिक्षक के रूप में किये गए कार्य अवधि को जोड़ेगी या नहीं
2)सरकार यदि वेतनमान से पूर्व की गयी सेवा अवधि को नही जोडती है तो भी 1जुलाई 2015 के बाद अप्रशिक्षित के रूप में की गयी कार्य अवधि को जोड़ेगी या नहीं।
......मतलब एसीपी देने का निर्णय सरकार पास कर भी देती है तो भी नियोजित शिक्षक समाज को बहुत सारे मुद्दों पर गहन चिंतन कर इन सवालों से जूझकर सरकार से लड़ना होगा।
conclusion-हम आम नियोजित शिक्षक संघ के नेतागण को सलाह दें की वे इस मुद्दे पर सेवाशर्त प्रकाशित होने से पूर्व ही सरकार से संवाद स्थापित करने की कोशिश करें।।
"धन्यवाद"