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फर्जीवाड़ा : बिना टीईटी के बहाल हो गए 275 शिक्षक

 छपरा। प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन की जांच कर रही निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को नियोजन में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है। सारण जिले में बिना टीईटी के करीब 275 अभ्यर्थी को शिक्षक बना दिया गया है।
जांच में यह सामने आया है कि टीईटी परीक्षा नहीं देने या फेल होने के बाद भी बहाली कर दी गई है। इतना ही नहीं नियोजन इकाई ने सीट से अधिक बहाली कर दी है। जिसमें छपरा सदर में रिक्त से अधिक नियोजन करने का मामला उजागर हो रहा है। नियोजन इकाई ने प्राइमरी के आवदेन पर मिडिल स्कूल में भी नियोजन कर दिया है। ऐसे मामले देखकर विजिलेंस भी चौंक गई है। सारण जिले में मात्र दो प्रखंड मांझी व मशरख में करीब 1195 शिक्षकों का मेधा सूची ही नियोजन इकाई ने जमा नहीं किया है। जिससे बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। इन शिक्षकों की नौकरी पर पर भी ग्रहण लग गया है। मशरख व मांझी के विभिन्न पंचायतों द्वारा मेधा सूची नही दी गई तो इनकी नौकरी खतरे में पड़ जाएगी।
विजिलेंस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मांझी व मशरख प्रखंडों के बीईओ से भी सभी नियोजन इकाई से मेधा सूची अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। मांझी में 795 व मशरख में 400 शिक्षकों के मेधा सूची फोल्डर में जमा नहीं किया गया है। इसुआपुर के अमन कुमार ¨सह ने विजिलेंस को आवेदन देकर मेधा अंक में हेराफेरी करने की शिकायत की है। उन्होंने आरटीआई से मांगी सूचना पर चार शिक्षिकों का नियोजन गलत ढ़ंग से करने की शिकायत की है। मिली जानकारी के अनुसार के शिक्षिका मिन्नी कुमारी, प्रज्ञा प्रियदर्शी , पूनम कुमारी व रामजी प्रसाद का नियोजन मेंधा अंक में गड़बड़ी कर बहाली की गई है। निगरानी के संभाग प्रमुख शशिभूषण ¨सह ने बताया कि सभी प्रखंडों के नियोजन इकाई की बारीकी से जांच की जा रही है। जिसमें फर्जीवाड़ा पकड़ा में आ रहा है।कागजात कम होने पर नियोजन इकाई की जानकारी बीईओ से मांगी जा रही है। इसके बाद नियोजन इकाई व संबंधित शिक्षकों पर निगरानी प्राथमिकी दर्ज कराएगी। इसकी तैयारी विजिलेंस ने शुरू कर दी है।
इनसेट :
फर्जी गुरू जी से होगी वेतन की वसूली
छपरा : सरकारी स्कूलों में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने वाले शिक्षकों की परेशानी बढ़ने वाली है। विजिलेंस जांच में अगर शिक्षक फर्जी पाए जाते हैं तो इन पर प्राथमिकी दर्ज होने के साथ ही वेतन मद में ली गयी राशि की भी वसूली की जाएगी। इतना ही नही उनकी संपत्ति भी कुर्क की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में पहले ही आदेश जारी कर दिया है। फर्जी शिक्षकों को सरकार ने एक मौका दिया था कि वे अपने से शिक्षक पद से इस्तीफा देकर चले जाए। उनसे किसी प्रकार की वसूली नहीं की जाएगी। उस समय सारण जिले में करीब 25 फर्जी शिक्षकों ने ही इस्तीफा दिया था। जिसके बाद विजिलेंस की जांच शुरू हुई है तो कई प्रकार की अनियमितता पकड़ी गई है। बिना टीईटी व फर्जी प्राधिकार के जजमेंट पर यहां शिक्षक की नौकरी लोग कर रहे है। यहीं नहीं, जांच में यह बात सामने आई है कि शिक्षक नियोजन प्राधिकार ने तीन लोगों के नियोजन का जजमेंट किया है तो नियोजन इकाई ने इसी जजमेंट के अधिकार पर दस लोगों का नियोजन कर दिया हैं। यह सब मामला सामने आने के बाद इन पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद वेतन मद में ली गयी राशि की भी वसूली की जाएगी ।
वर्जन :
'शिक्षक नियोजन में जांच के दौरान कई तरह की गड़बड़ी पाई जा रही है। जिसकी जांच निगरानी द्वारा की जा रही है। जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर इनपर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। जिसकी तैयारी निगरानी ने शुरू कर दी है। नए साल में फर्जीवाड़ा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।'
आरएन चौधरी
विजिलेंस इंस्पेक्टर सह जांच पदाधिकारी,

सारण

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