BPSC TRE 3, Bihar Shikshak Bharti: आपको याद होगा हाल ही में मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन को लेकर होने वाली नीट परीक्षा (NEET) को लेकर काफी बवाल मचा था. मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था.
इसमें परीक्षा लीक के अलावा मेरिट लिस्ट पर भी सवाल खड़े किए गए थे, जिसके तह में जाने पर पता चला कि एक सवाल के सही और गलत उत्तर के चक्कर में काफी लोगों के नंबर घट बढ़ गए थे. इस सवाल के सही जवाब के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आईआईटी (IIT) के विशेषज्ञों की मदद लेकर मामले को सुलझाया था. बाद में इसी सवाल के चक्कर में नीट का नया रिजल्ट भी जारी करना पड़ा था. कमोबेश, वही स्थिति बिहार शिक्षक भर्ती के लिए होने वाली बिहार लोक सेवा आयोग (BPSE Exam) की परीक्षा को लेकर भी बन रही है. दरअसल, यहां भी बीपीएससी परीक्षा में पूछे गए सवालों के सही गलत जवाब को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है.क्या है पूरा मामला
बिहार लोक सेवा आयोग ने हाल ही में शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया था,
जिसकी आंसर की जारी की गई है. इसमें चार सवाल ऐसे हैं, जिनके जवाब को लेकर
विवाद की स्थिति बन गई है. अभ्यर्थियों का कहना है कि इन चारों सवालों
के जवाब को लेकर पहले ही आपत्ति दर्ज कराई गई थी, लेकिन आयोग ने एनसीईआरटी
और एससीईआरटी के तथ्यों से किनारा करते हुए आंसर की जारी कर दिया है.
अभ्यर्थियों का तर्क है कि उन्होंने इन सवालों के उत्तर पर तय समयसीमा
के भीतर ही आपत्ति दर्ज करा दी थी. जिस पर आयोग की तरफ से कोई विचार नहीं
किया गया. अगर ऐसा ही रहा तो इससे हजारों अभ्यर्थियों के परीक्षा परिणाम
प्रभावित हो सकते हैं.
किन सवालों पर है विवाद
बीपीएससी की परीक्षा में सामान्य ज्ञान के पेपर में बिहार की सबसे पुरानी
नदी घाटी के बारे में पूछा गया था इसके जवाब में आयोग ने दामोदर नदी घाटी
परियोजना बताया है, जबकि अभ्यर्थियों का कहना है कि एनसीईआरटी और
एससीईआरटी की किताबों में इसका सही जवाब सोन नदी घाटी परियोजना बताया गया
है. इसी तरह एक सवाल पूछा गया था कि वायुमंडल अधिकतम गर्मी कहां से
प्राप्त करता है? इसके जवाब में आयोग ने दीर्घ पार्थिव तरंगों को बताया
है, जबकि उम्मीदवारों का कहना है कि सही उत्तर सूर्य होना चाहिए. इसी तरह
परीक्षा में एक सवाल पूछा गया कि अम्लीय वर्षा के लिए सीओटू और एसओटू में
से कौन उत्तरदायी है? आयोग की आंसर की में इसके सही जवाब में दोनों को
उत्तरदायी बताया गया है. जबकि उम्मीदवारों का कहना है कि अम्लीय वर्षा
के लिए सीओटू कहीं से भी उत्तरदायी नहीं हो सकता, बल्कि इसका सही उत्तर
एसओटू होना चाहिए.