पटनाः बिहार में जल्द ही राज्यकर्मी बनने वाले नियोजित शिक्षकों को न्यू पेंशन का लाभ मिल सकेगा। राज्य के करीब पौने चार लाख नियोजित शिक्षकों के राज्यकर्मी बनने के बाद न्यू पेंशन योजना का लाभ देने को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से आवश्यक तैयारियां की जा रही है। इसे लेकर पिछले दिनों शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की ओर से आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है।
नियोजित शिक्षकों के राज्यकर्मी बनने का रास्ता साफ
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी जिलाधिकारियों और उपविकास आयुक्तों से शिक्षा विभाग से संबंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओं को कार्यान्वित करने को कहा है। इसके अनुसार राज्य सरकार की ओर से दिसंबर महीने के अंतिम सप्ताह में ही सभी नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने के लिए अधिसूचना निर्गत की गई है।
बिहार में एक सितंबर 2005 से न्यू पेंशन स्कीम लागू
इसके लिए एक परीक्षा ली जाएगी, जिसमें उत्तीर्ण होने पर नियोजित शिक्षक राज्यकर्मी की तरह सभी सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे। परीक्षा की तैयारी के लिए यह आवश्यक है कि नियोजित शिक्षकों के सभी आंकड़े निर्धारित फॉर्म में हो। ये आंकड़े विभागीय पोर्टल ई-शिक्षा कोष में डाले जाते हैं। नियोजित शिक्षकों से जुड़े आंकड़े भी ई-शिक्षा कोष में डाले जाएंगे। इसमें अत्यंत सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि अब इन शिक्षकों को न्यू पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाना है। राज्य में न्यू पेंशन स्कीम एक सितंबर 2005 से लागू है।
शिक्षकों का वेतन 25 से 32 हजार तक
बिहार में नियोजित शिक्षक से राज्यकर्मी बनने वाले ‘सहायक शिक्षक’ कहलाएंगे। सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों को ही राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा। इन्हें पे-ग्रेड का लाभ मिलेगा। प्राइमरी शिक्षकों का मूल वेतन करीब 25 हजार रुपये हैं। वहीं माध्यमिक शिक्षकों का 28 और उच्च माध्यमिक शिक्षकों का वेतन 31 हजार 3पये है। जबकि प्ल टू शिक्षकों का मूल वेतन 32 हजार रुपये है।