दरभंगा, जागरण संवाददाता। केंद्रीय विद्युत नवीन व नवीनीकरण ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा है कि स्मार्ट मीटर में ज्यादा बिल आने की जांच कराई जाएगी। दिल्ली से एक जांच टीम इस गड़बड़ी की जांच करने आएगी। जांच में गड़बड़ी सामने आने पर ग्राहकों से वसूली गई अधिक बिल की राशि वापस कराई जाएगी। मंत्री श्री सिंह गुरुवार को दरभंगा मेडिकल कालेज, अस्पताल परिसर में पावरग्रिड की ओर से सीएसआर के तहत बनवाए गए विश्राम सदन के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। मंत्री सिंह ने कहा कि स्मार्ट मीटर की शिकायत बहुत मिली है। इसकी जांच कराकर लोगों की समस्या दूर कराई जाएगी।
विश्राम सदन के बारे में बोलते हुए मंत्री ने कहा कि डीएमसीएच में आनेवाले मरीजों के स्वजनों को अब स्टेशन या सड़कों पर रहकर अपने मरीजों का इलाज कराने के लिए मजबूर नहीं होना होगा। अब यहां आनेवाले मरीजों के स्वजन इस अत्याधुनिक पावर ग्रिड विश्राम सदन में रहकर मरीजों का इलाज करा सकेंगे। इस सदन का निर्माण 16 करोड़ की लागत से कराया गया है। इसमें 260 बेड बनाए गए हैं। इसमें सोने से लेकर मरीजों के इलाज तक की कोई भी सुविधा स्वजन ले सकेंगे। यहां सस्ता भोजन और ठहरने के लिए बेड मिलेगा। उन्हें तमाम तरह की बुनियादी सुविधाएं यहां मिलेंगी। आवास में सभी तरह के पुख्ता इंतजाम की जिम्मेवारी पावर ग्रिड की है। इसके लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
राज्य सरकार पर कटाक्ष, कहा- बिहार में सवा लाख शिक्षक अनपढ़
मंत्री ने राज्य सरकार की व्यवस्था पर भी मंच से तीखे प्रहार किए। कहा- बिहार में कई विभागों की हालत खराब है। इस राज्य के स्कूलों में शिक्षक नहीं है। शिक्षा विभाग में जो बहाल हुए हैं, उनमें सवा लाख शिक्षक अनपढ़ बहाल हैं। कालेजों में आजकल पढ़ाई नहीं होती। इस स्थिति में यहां की शिक्षा कैसी होगी, यह कहने की बात नहीं है। यहां के लोग बाहर काम करते हैं। इस बारे में हमें सोचना होगा। इसके बारे में हमलोगों को बहुत चिंता है, लेकिन क्या करें। बिहार में क्यों नहीं उद्योग आया कहते हैं दस लाख नौकरी देंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कह रहे हैं कि दस लाख नौकरी देंगे। तब ढाई लाख नौकरी देने के लिए पैसा नहीं था। अब दस लाख नौकरी कहां से लेंगे। सरकार का यह हाल है कि यहां काम हो चुका भुगतान नहीं हो पा रहा है। ऐसे में हमलोगों को बिहार को अपने श्रम से इस स्थिति से बाहर करें।
हर घर तक पहुंचाई बिजली, गरीबों के गृह निर्माण में पिछड़ा बिहार
मंत्री ने बिजली की व्यवस्था पर साफ किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर हर गरीब के घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। अब अत्याधुनिक डिजिटल बिजली पर काम चल रहा है। इसके बाद बिजली आपूर्ति में कोई बाधा नहीं होगी। पीएम के निर्देश पर सभी गरीबों के घर को पक्का भवन बनाने की योजना चल रही है। इसमें बिहार का सहयोग नहीं मिल रहा है। इसमें बिहार पिछड़ गया है। बिहार समेत पूरे देश में बिजली का कायाकल्प हो गया है। बिहार को छह हजार मेगावाट बिजली दी जा रही है। पावर ग्रिड की ओर से बिहार के सभी विभागों में काम किया गया है। इनमें आईजीआईएमएस पटना, लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस, स्कूलों में डेस्क व शौचालय समेत अन्य बुनियादी सुविधाएं , पटना एम्स में बर्न वार्ड, समस्तीपुर मुजफफरपुर के अस्पताल कालेज में विश्राम सदन समेेत अन्य जिलों में भी कई काम संपन्न किए गए हैं। ग्रामीणों को 24 में 22 घंटे बिजली दी जा रही है। जबकि शहरी क्षेत्र को 24 घंटे बिजली मिल रही है। इससे पूर्व स्थानीय सांसद डा. गोपालजी ठाकुर, नगर विधायक संजय सरावगी, केवटी विधायक मुरारी मोहन झा, विधान परिषद सदस्य हरि सहनी, डीएमसीएच के प्राचार्य डा. एचएन मिश्रा, अधीक्षक डा. हरिशंकर मिश्रा, पावरग्रिड के निदेशक अमिताभ चौधरी व अन्य विभागीय अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।