फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल एक और नियोजित प्रखंड शिक्षक पर कारवाई की गाज गिरी है। निगरानी विभाग के इंस्पेक्टर द्वारा खिलाफ जलसाजी व फर्जीवाड़ा करने के आरोप में गायघाट मिडिल स्कूल में कार्यरत एक प्रखंड शिक्षक के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
एक पखवाड़ा पूर्व ऐसे ही मामले में एक अन्य नियोजित शिक्षक के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। निगरानी के जांच का दायरा बढ़ने के साथ ही प्रखंड में बड़े पैमाने पर बहाल फर्जी शिक्षकों के बीच हड़कंप की स्थिति देखी जा रही है।2015 में हुई थी नियुक्ति :
राजेश कुमार पिता सीयाराम यादव ग्राम तवलक राय का डेरा की नियुक्ति 2015 में प्रखंड शिक्षक के रूप में हुई थी। वह अभी मिडिल स्कूल गायघाट में तैनात है। नियुक्ति के समय उक्त शिक्षक द्वारा जो प्रमाण पत्र जमा किया गया था, उसमें इंटर में उसे 288 अंकों के साथ द्वितीय श्रेणी से पास दिखाया गया था। लेकिन निगरानी विभाग द्वारा जब उक्त प्रमाण पत्र को जांच के लिए बिहार बोर्ड में भेजा गया तब जाकर फर्जीवाड़ा के इस पूरे मामले का खुलासा हो सका। बिहार बोर्ड से जो जांच रिपोर्ट भेजी गई है, उसमें बताया गया है कि उक्त प्रमाण पत्र रोहित कुमार के नाम से है तथा उसे 250 अंक प्राप्त हुआ है। दूसरे के प्रमाण पत्र व गलत नंबर पर नियुक्त हो जाने के पूरे मामले का खुलासा होने के बाद उक्त शिक्षक पर निगरानी की कार्रवाई की गाज गिरी है। निगरानी विभाग के इंस्पेक्टर ईश्वरी प्रसाद द्वारा नियोजित प्रखंड शिक्षक पर फर्जी प्रमाण पत्र पर नियुक्त होने के आरोप में स्थानीय थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।