सरकारी स्कूल में अध्ययनरत बच्चों के लिए खासकर कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर शिक्षा विभाग ने बच्चों के लिए पूरी व्यवस्था कर दी है। इस बाबत शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने पत्र जारी कर कहा है कि कोरोना काल
में बंद विद्यालय के बच्चों के पठन-पाठन की निरंतरता बनाए रखने के लिए प्रचार-प्रसार अनुवर्ती कार्रवाई सुनिश्चित किया जाना है। इस परिस्थिति में डीडी बिहार की तरफ से कक्षा 6 से लेकर 12 वीं तक के बच्चों के लिए शैक्षणिक प्रसारण आरंभ किया जा रहा है, इसकी शुरुआत 17 जनवरी से होगी। डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता एवं संभाग प्रभारी समरविजय सिंह ने बताया कि कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए सुबह 9 से 10 बजे और 10 वीं के लिए 10 से 11 बजे तथा 11 वीं व 12 वीं के लिए सुबह 11 से 12 बजे तक प्रसारण किया जायेगा।वहीं वैसे बच्चे जिनके पास डिजिटल डिवाइस की सुविधा उपलब्ध है वे ई-लॉट्स पर उलब्ध कक्षा 1 से 12 तक की पुस्तकें और ई-कंटेट के माध्यम से घर पर अपनी पढ़ाई कर सकते हैं। वहीं सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक कक्षावार ऐसे विद्यार्थियों का ह्वाट्सएप ग्रुप बनाकर और यथासंभव अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे जूम मिटिंग, गूगल मीट, माइक्रोस्ट टीम व यूट्यूब चैनल आदि का उपयोग कर अपने विद्यालयों के शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
घर पर जायेंगे शिक्षक : गुणवत्ता संभाग प्रभारी ने बताया कि कक्षा 1 से 5 के विद्यार्थियों के साथ-साथ वैसे बच्चे, जिनके पास डिजिटल डिवाइस की सुविधा उपलब्ध नहीं है के लिए प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय के शिक्षकों के माध्यम से बच्चों को गृह आधारित शिक्षण के लिए टोला भ्रमण कर मार्गदर्शन देंगे। इस कार्य में विद्यालय प्रधान अपने क्षेत्र के शिक्षासेवक तालीमी मरकज की सहभागिता और सहायता प्राप्त करेंगे।
12 केआरपी व 4 प्रभारी केआरपी सह बीईओ करेंगे सहयोग : साक्षरता सह माध्यमिक शिक्षा के डीपीओ कृष्णानंद सादा ने बताया कि जिले में 12 केआरपी एवं 4 प्रभारी केआरपी सह बीईओ 797 शिक्षा सेवक एवं 699 तालीमी मरकज के शिक्षा सेवकों को जिला स्तर से एक या दो प्राथमिक विद्यालयों के साथ प्रत्येक शिक्षा सेवक को सम्बद्ध किया जायेगा। वे अपने सम्बद्ध विद्यालय के टोला में भ्रमण कर बच्चों को गृह आधारित शिक्षण में सहयोग करेंगे।